अचार नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। खुद ब खुद चटकारे लेने लगते हैं और फिर खाना जैसा भी बना हो लेकिन उसका स्वाद बढ़ जाता है। जिस तरह से हर किसी की खाने में खास पसंद होती है उसी तरह से अचार के स्वाद भी लोग अपने स्वाद के हिसाब से पसंद करते हैं। इंडियन अचार की रेसिपी विदेशों में भी मशहूर है। ये तो हम आपको पहले भी बता चुके हैं कि कैसे विदेशों में घर पर अचार का बिज़नेस शुरू करने के बाद शेफ रोमी गिल इंटरनेशनल शेफ बन और बिज़नेस वुमेन बन गई।
आप कितनी तरह के अचार के बारे में जानती हैं आम का अचार, नींबू का अचार, मिर्ची का अचार अब हम आपको इनके अलावा ऐसे और अचार के बारे में भी बता रहे हैं जिनके बारे में शायद आपने इससे पहले कभी नाम भी नहीं सुना होगा। या फिर आपने शायद सोचा भी नहीं होगा कि इससे अचार भी बनाया जा सकता था।
वैसे आपको ये भी बता दें कि अचार सिर्फ vegetarian food से ही नहीं बनता बल्कि non vegetarian food से भी कई तरह के अचार बनाए जाते हैं। अगर अब तक आप अंडे या Lamb के अचार के बारे में नहीं जानती थी तो अब इसके बारे में भी जान लीजिए।
अंडे का अचार साउथ इंडिया में ज्यादातर खाया जाता है। इसे नेपाल, केरल और आन्ध्र स्टाइल से बनाया जाता है। अंडे का अचार स्वाद में बेमिसाल होता है लेकिन इसे आप ज्यादा दिनों तक इस्तेमाल नहीं कर सकती है। ज्यादा प्रोटीन होने की वजह से इसमें जल्दी fungal लगता है। इस अचार को तेल और मसालों के साथ ही बनाया जाता है। ये अचार एक बार बनाने के बाद आप उसे 2-3 दिनों तक ही इस्तेमाल कर सकती हैं।
आम का अचार तो इंडिया में सबसे ज्यादा खाया जाता है। आम का अचार हर राज्य में अलग तरह से बनाया जाता है। आम का अचार आप अपने घर पर आसानी से कभी भी बना सकती हैं। आम का मौसम गर्मियों में होता है इसलिए आप गर्मियों में कच्चे आम को खरीदकर उसका अचार बनाकर रख लें जिसे आप साल भर तक इस्तेमाल कर सकती हैं।
गोंगुरा का अचार अंबाड़ा के पत्तों से बनाया जाता है जिसे आन्ध्र में आन्ध्र मां के नाम से लोग जानते हैं। आन्ध्रप्रदेश में इसके छोटे पौधे होते हैं इस अचार की खासियत ये है कि इसमें भरपूर आयरन और प्रोटीन होता है। सबसे बड़ा फायदा गोंगुरा के अचार खाने से ये होता है कि इससे आपकी पाचन शक्ति मजबूत बनती है।
लाईम का अचार दिखने में नींबू जैसा ही होता है लेकिन ये नींबू नहीं होता। lime नींबू से बड़ा होता है और उसका छिलका भी मोटा होता है। लाईम का अचार खट्टा, मीठा, सूखा या गीला किसी भी तरह से बना सकती हैं। इसे आप दही वालों चावलों के साथ, परांठों के साथ भी खा सकती हैं। ये अचार एक बार बनाने के बाद आप इसे साल भर तक आसानी से इस्तेमाल कर सकती हैं।
केरल में ओनम के समय पर ये अचार खासकर बनाया जाता है। इस समय अदरक की खेती से ताज़ा अदरक बाज़ार में आता है फिर उसे इमली में उबालकर खास तरह से तैयार किया जाता है। इसमे ंआप अपनी पसंद से नमक और मिर्ची डाल सकती हैं। इसे भी लोग चावल और दही के साथ खाना पसंद करते हैं।
कमल-ककड़ी का अचार भी इंडिया में सबसे ज्यादा खाया जाता है। वैसे इस अचार की डिमांड तो विदेशों में भी काफी है। इसे उबालकर धूप में सुखाकर बनाया जाता है। एयर टाइट डिब्बे में इसका अचार बनाकर आप इसे कई दिनों तक रख सकती हैं।
मिर्ची का अचार उन सभी लोगों को पसंद होता है जो तीखा खाना पसंद करते हैं। मिर्ची का अचार भी कई तरह से बनाया जाता है। एक बात आपको और भी बता दें जो मिर्ची मोटी होती हैं वो कम तीखी होती है। इसे में इंडियन मसालों और तेल में बनाया जाता है।
गोश्त का अचार जैसा कि इसके नाम से आप समझ गई होंगी कि ये नॉन वेजिटेरियन है। ये अचार राजस्थान का सबसे पॉपुलर अचार है। भेड़ के मांस से इस अचार को बनाया जाता है। इसे बनाने के लिए कई दिन लगते हैं। मसालों में भेड़ के मांस को कई दिनों तक मेरिनेट करके इसे बनाया जाता है।
झींगा तो आपने कई बार कई तरह से खाया होगा लेकिन क्या आप जानती हैं कि झींगा का अचार भी बनाया जाता है। Goan-style prawn pickles बनाने के लिए आपको सही रेसिपी के बारे में पता होना चाहिए। इसे ज्यादा दिनों तक आप बनाकर नहीं रख सकती इसे प्लेन राइस के साथ भी खाया जा सकता है।
किसी भी मौसम के सब्जी में राइ डालकर आप आसानी से उसका अचार कभी भी अपने घर पर बना सकती हैं। इसे बनाने में ना तो ज्यादा समय लगता है और ना ही ज्यादा पैसे खर्च होते हैं। आप अपने स्वाद के हिसाब से इसमें मिर्ची और नमक डाल सकती हैं। गोभी, गाजर, शलगम किसी भी मौसमी सब्जी का राई वाला अचार आप अपने घर पर बना सकती हैं।