
मध्य प्रदेश को हिंदुस्तान का दिल कहा जाता है क्योंकि, यह देश का सबसे बड़ा राज्य है। इस राज्य की खूबसूरती देखने के लिए हर महीने लाखों की संख्या में पर्यटक आते रहते हैं। प्राचीन काल से लेकर मध्यकाल तक इस राज्य में ऐसे कई फोर्ट्स के निर्माण हुए जो भारत में ही नहीं बल्कि विश्व प्रसिद्ध भी हैं। ग्वालियर का किला, ओरछा किला आदि कई फोर्ट्स इस राज्य में मौजूद हैं, जो किसी अद्भुत मिसाल में कम नहीं है। आज इस लेख में हम आपको मध्य प्रदेश में मौजूद 10 प्राचीन और फेमस फोर्ट्स के बारे में बताने जा रहे हैं, तो आइए जानते हैं।


मध्य प्रदेश का ग्वालियर का किला सबसे टॉप पर है। अन्य फोर्ट्स के मुकाबले इस किला को देखने के लिए सबसे अधिक सैलानी पहुंचते हैं। 8 वीं शताब्दी में निर्मित इस फोर्ट को भारत का जिब्राल्टर भी कहा जाता है। कुल मिलाकर ग्वालियर किले की सुंदरता और विशेषता का वर्णन शब्दों में करना कठिन हैं। यहां आप सुबह 10 बजे लेकर शाम 5:30 के बीच कभी भी घूमने के लिए जा सकते हैं।

मदन महल किला मध्य प्रदेश के जबलपुर में मौजूद है। इस फोर्ट का निर्माण गोंड शासक राजा मदन शाह द्वारा बनवाया गया था। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में सबसे अधिक घूमें जाने वालों फोर्ट्स में से एक है। इस महल के अलावा जबलपुर की सुन्दरता देखने के लिए देश के हर राज्य से पर्यटक आते रहते हैं।
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मध्य प्रदेश के महेश्वर में मौजूद अहिल्या फोर्ट प्रमुख फोर्ट्स में से एक है। तक़रीबन 250 साल प्राचीन फोर्ट ऐतिहासिक दृष्टी में बेहद ही महत्वपूर्ण माना जाता है। आपको बता दें कि यह फोर्ट लगभग 1766 और 1795 के दौरान मराठा रानी अहिल्याबाई होल्कर की राजधानी था। आपको बता दें कि अब इसे लग्जरी होटल में तब्दील कर दिया गया है।

एक पहाड़ी के ऊपर मौजूद रायसेन का किला 800 साल प्राचीन किला है। कहा जाता है कि इस फोर्ट में लगभग नौ प्रवेश द्वार थे लेकिन, समय के साथ खंडहर में तब्दील होते चले गए। आज के समय में यह किला मध्य प्रदेश में प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है। यहां आप सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे के बीच कभी भी घूमने के लिए जा सकते हैं।

ऐतिहासिक नगरी झांसी से लगभग 16 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद ओरछा किला प्रसिद्ध फोर्ट्स में से एक है। बेतवा नदी के किनारे मौजूद होने के चलते यह किला सैलानियों की पहली पसंद में शामिल रहता है। 16वीं शताब्दी में बुंदेला राजवंश के राजा रुद्र प्रताप सिंह द्वारा बनवाया गया था। शीश महल, फूल बाग, राय प्रवीण महल आदि आकर्षण का केंद्र हैं।

सतपुड़ा पर्वतमाला में मौजूद असीरगढ़ किला का निर्माण अहीर शासक आसा अहीर द्वारा स्थापित किया गया था। मध्य प्रदेश में मौजूद बेहतरीन फोर्ट्स में से एक है। कहा जाता है कि फोर्ट का हर हिस्सा एक अलग युग का है। इस किले के आसपास मौजूद हरियाली सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र है। यहां आप सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे के बीच कभी भी घूमने के लिए जा सकते हैं।

बेतवा नदी के किनारे मौजूद यह फोर्ट सम्पूर्ण मध्य प्रदेश के लिए बेहद ही खास और प्राचीन है। कहा जाता है कि इस फोर्ट का जिक्र महाभारत के महाकाव्य में भी मौजूद है। सबसे अधिक इस फोर्ट का मुख्य द्वार प्रसिद्ध है, जिसे 'खूनी दरवाजा' के नाम से जाना जाता है। लगभग 71 मीटर पहाड़ी पर मजूद यह किला प्रमुख पर्यटक स्थलों में भी शामिल है।

मध्य प्रदेश के धार जिले में मांडव क्षेत्र में स्थित मांडू फोर्ट ऐतिहासिक नज़र से बेहद ही खास है। इस फोर्ट में मौजूद जहाज महल और मांडू महल बेहद ही फेमस महल है। आपको बता दें कि इन दोनों महल को बाज बहादुर और रानी रूपमती के अमर प्रेम का प्रतीक भी माना जाता है। इसलिए इस महल में खास कर कपल्स अधिक संख्या में घूमने के लिए आते हैं।

मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में मौजूद यह फोर्ट समुद्र तल से लगभग 811 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद है। यह फोर्ट कई छोटी-छोटी पहाड़ियों से घिरा हुआ है। इस किले को लेकर कहा जाता है कि इसका उल्लेख रामायण में भी है। इस फोर्ट में भगवान विष्णु की सुशोभित कई मूर्तियों को भी देख सकते हैं। यहां आप सुबह 10 बजे लेकर शाम 6 बजे के बीच कभी भी घूमने के लिए जा सकते हैं।

लगभग 14 वीं शताब्दी में निर्मित धार फोर्ट मध्य प्रदेश के सबसे प्राचीन फोर्ट्स में से एक है। इस फोर्ट का निर्माण दिल्ली के तत्कालीन सुल्तान मुहम्मद बिन तुगलक के शासनकाल में किया गया था। इस फोर्ट के अंदर एक प्राचीन संग्रहालय भी मौजूद है जहां आप कई प्राचीन अवशेष और कलाकृतियों को देख सकते हैं।