
बाघ शाही और राजसी जानवर हैं, और कई संस्कृतियां बाघों को ताकत, साहस और गरिमा का प्रतीक मानती हैं। बाघों को वैज्ञानिक रूप से पेंथेरा टिग्रिस के रूप में जाना जाता है, और यह उन वैश्विक प्रजातियों में से एक है जो विलुप्त होने के कगार पर हैं। भारत में पिछले कुछ समय में बाघों की संख्या बढ़ी है और अब बाघों की आबादी 75 प्रतिशत है। बाघ को देखने के लिए भारत से बेहतर जगह कौन-सी हो सकती है? देश के कई राज्यों में टाइगर रिजर्व भी हैं, जहां इन्हें देखा जा सकता है। अगर आप बाघों को देखने में दिलचस्पी रखते हैं, तो अपना वीकेंड प्लान कर सकते हैं। हम आपको ऐसे 10 बेस्ट रिजर्व के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां आप इस खूबसूरत और मजेस्टिक जानवर को देख सकते हैं। <div> </div>


बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हर दिन कई हजारों में पर्यटकों को देखा जाता है। यह भारत में सर्वश्रेष्ठ बाघ अभयारण्यों की सूची में पहले स्थान पर है, क्योंकि इसमें रॉयल बंगाल टाइगर्स की संख्या सबसे अधिक है। 820 वर्ग किमी में फैले इस राष्ट्रीय उद्यान में प्राचीन बांधवगढ़ किला भी है। अपनी समृद्ध जैव विविधता, प्राकृतिक सुंदरता और गौरवशाली इतिहास के साथ, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की यात्रा दूर-दूर से वन्यजीव उत्साही लोगों को आकर्षित करती है।

अगर आप जंगल सफारी के साथ-साथ एक रोमांचकारी ट्रिप चाहते हैं, तो बांदीपुर टाइगर रिजर्व जा सकते हैं। यह भी बांदीपुर टाइगर रिजर्व भारत के सबसे बड़े बाघ अभयारण्यों में से एक है। इस नेशनल पार्क बाघों और भारतीय हाथियों, गौर, सियार और स्लोथ बियर जैसे अन्य जानवरों का सुंदर निवास स्थान है। लेकिन जो चीज इसे बाकी हिस्सों से अलग बनाती है, वह है कैंपिंग, नेचर ट्रेल्स, व्हाइट वॉटर रैपलिंग, जीप सफारी और रिवर राफ्टिंग जैसी साहसिक गतिविधियां, जो आप यहां कर सकते हैं।
प्राकृतिक सुंदरता, बाघों की एक भरपूर आबादी, उत्तम वन्य जीवन, सुंदर झीलों और स्थानीय वनस्पतियों से धन्य, इन रिजर्व में आप परिवार के साथ पिकनिक मनाने के लिए जा सकते हैं। उम्मीद है आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। इसे लाइक और शेयर करें और ऐसे ही आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी।
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रणथंभौर भारत के सबसे बड़े बाघ अभयारण्यों में से एक है। बाघों की एक महत्वपूर्ण आबादी के साथ यह रिजर्व 1.134 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह विशेष रूप से बंगाल टाइगर्स के निवास के रूप में जाना जाता है। रिजर्व के अंदर तीन झीलें, पदम तालाब, राज तालाब और मलिक तालाब हैं, जहां आप इन बाघों को खेलते देख सकते हैं। यहां आएं तो सफारी राइड का मजा जरूर लें। बाघों के साथ-साथ अन्य जीव-जंतुओं को भी यहां देखा जा सकता है।

हिमालय की तलहटी में बसा जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व वास्तव में भारत का सबसे अच्छा टाइगर रिजर्व है। 500 वर्ग किमी के विशाल क्षेत्र को कवर करते हुए, इसकी स्थापना 1936 में हुई थी। उत्तराखंड में जिम कॉर्बेट जैसी हरी-भरी हरियाली से केवल कुछ ही बाघ अभयारण्यों को नवाजा गया है। आकर्षक जंगल सफारी के साथ-साथ जंगल के बीच एक रोमांचकारी ट्रैक का आनंद लिया जा सकता है। आप यहां हाथी की सफारी कर पूरे क्षेत्र को घूम सकते हैं। बंगाल टाइगर के अलावा, टाइगर रिजर्व पक्षियों की 585 से अधिक प्रजातियों और एंफिवियन्स की 7 प्रजातियों को देखा जा सकता है।

राष्ट्रीय राजधानी के करीब स्थित, सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान भारत के शीर्ष बाघ अभयारण्यों में से एक है। यह राजस्थान के राज्य के अलवर जिले में स्थित है। यदि आप दिल्ली या जयपुर से वीकेंड की छुट्टी की तलाश में हैं, तो सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। यदि आप भाग्यशाली हुए, तो आप बंगाल टाइगर्स के अलावा भारतीय तेंदुओं और मगरमच्छों की एक झलक देख सकते हैं। 1955 में इसे सरिस्का को वन्य जीव आरक्षित भूमि घोषित किया गया था और 1978 में बाघ परियोजना योजना रिजर्व का दर्जा दिया गया।
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यह भारत का एक प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान हैं। मध्य प्रदेश अपने राष्ट्रीय पार्क और जंगलों के लिए प्रसिद्ध है। यहां की प्राकृतिक सुन्दरता के लिए विख्यात कान्हा पर्यटकों के बीच हमेशा ही आकर्षण का केंद्र रहा है। आप यहां हाथी की सफारी का लुत्फ उठा सकते हैं। यह मध्य प्रदेश राज्य का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है। इसे कान्हा-किसली राष्ट्रीय उद्यान के रूप में भी जाना जाता है, यह स्लोथ बियर, भारतीय तेंदुए और बारहसिंघा के साथ बंगाल टाइगर्स के लिए जाना जाता है।

एक विश्व धरोहर स्थल, सुंदरबन टाइगर रिजर्व रॉयल बंगाल टाइगर का घर है। भारत के इस सबसे बड़े टाइगर रिजर्व में एक्वेटिक मैमल्स, पक्षियों और रेप्टाइल्स सहित लुप्तप्राय प्रजातियों की बड़ी संख्या देखी जा सकती है। यहां आपको जंगल का क्षेत्र में घूमने के लिए जीप या हाथी की सफारी नहीं मिलेगी, बल्कि आपको नाव में बैठकर इस क्षेत्र को घूमना पड़ेगा। अगर आप खुशकिस्मत होंगे तो आप रॉयल बंगाल टाइगर को देख सकते हैं।
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सूची में एक और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल, मानस नेशनल पार्क, आकर्षक परिदृश्य और उत्तम वन्य जीवन का खजाना है। 500 वर्ग किमी के मुख्य क्षेत्र के साथ, यह बाघों की भरपूर आबादी के लिए जाना जाता है। इसके अलावा, पार्क में एक हाथी रिजर्व है। पर्यटक मानस नदी के क्रिस्टलाइन में हाथी की सवारी और नौका विहार जैसी कई मनोरंजक गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं। एक शानदार अनुभव पाने के लिए आप मानस राष्ट्रीय उद्यान की सैर जरूर करें।

1983 में स्थापित, नागार्जुन सागर-श्रीशैलम टाइगर रिजर्व भारत का सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व है, जिसका क्षेत्रफल 3,728 वर्ग किमी है। बंगाल के बाघों का घर होने के अलावा, रिजर्व अपने विभिन्न प्रकार के वनस्पतियों और जीवों के लिए जाना जाता है। आप यहां स्लोथ बियर और भारतीय तेंदुओं की झलक पाने के लिए जीप सफारी का आनंद ले सकते हैं। नागार्जुन सागर-श्रीशैलम टाइगर रिजर्व में भगवान मल्लिकार्जुन का एक राजसी मंदिर भी है, जहां कई पर्यटक आते हैं।

अगर आप केरल में मनमोहक सुंदरता और अद्भुत वन्य जीवन का आनंद लेने के लिए कोई जगह तलाश रहे हैं, तो पेरियार टाइगर रिजर्व एक मुफीद स्थान है। भारत के प्रसिद्ध बाघ अभयारण्यों में से एक में बंगाल के बाघ, सफेद बाघ, एशियाई हाथी, जंगली सूअर और सांभर की बड़ी आबादी है। लगभग 777 वर्ग किमी के कुल क्षेत्रफल के साथ, इसमें एक कंक्रीट झील भी है जो इसकी सुंदरता और आकर्षण को बढ़ाती है।