शादी के दिन बारिश! खुशखबरी या आने वाला है संकट? ज्योतिष से जानें

शादी किसी भी लड़के या लड़के के जीवन का खास पल होता है। दूल्हा-दुल्हन और उनके परिवार के लोग महीनों पहले से ही इस दिन की तैयारियां करते हैं जिससे यह दिन यादगार बन जाए, लेकिन अगर अचानक से इस दिन आसमान से बारिश की बूंदें बरसने लगें, तो क्या होगा? क्या ज्योतिष के अनुसार यह शुभ संकेत है या किसी अनहोनी के बारे में बताता है। आइए जानें यहां इसके बारे में विस्तार से।
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शादी हर इंसान के जीवन का सबसे अहम और यादगार दिन होता है। हर कोई चाहता है कि यह दिन बिना किसी बाधा और परेशानी के शुभ बनाकर यादों में बसा लिया जाए। लेकिन कई बार हमें शादी के दौरान कुछ ऐसे संकेत मिलते हैं जिन्हें देखकर मन में कई साल उठते हैं। ऐसे ही एक सवाल है कि अगर शादी की रस्मों के दौरान बारिश हो जाए तो क्या होता है? क्या प्रकृति अपने संकेतों के माध्यम से कुछ खास संदेश देती है। ऐसा ही एक संकेत है शादी के दिन बारिश होना। बहुत से लोग मानते हैं कि यह प्रकृति की ओर से शुभ आशीर्वाद है, जो दांपत्य जीवन में सुख-समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक बन सकता है। वहीं कुछ मान्यताओं के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि जब लड़के या लड़की में से कोई भी बचपन में या शादी के पहले कढ़ाही में खाना खाता है तो शादी में बारिश होती है। ऐसी कई मान्यताएं हैं जो इससे जुड़ी हुई हैं। वहीं ज्योतिष शास्त्र में बारिश को शुद्धि, उर्वरता और नई शुरुआत का प्रतीक भी माना गया है। आइए ज्योतिषाचार्य डॉ आरती दहिया से जानें कि यदि शादी की रस्मों के बीच में बारिश होने लगे तो क्या होता है और इसके क्या फल मिलते हैं।

शुद्धि का प्रतीक

बारिश को प्रकृति की सबसे पवित्र घटनाओं में से एक माना जाता है। यह न केवल धरती को तृप्त करती है, बल्कि नकारात्मकता और अशुद्धियों को भी दूर करती है। शादी के दिन जब आसमान से बूंदें बरसती हैं, तो इसे शुद्धि का संकेत समझा जाता है।

rain during wedding significance

विवाह के समय वर्षा का होना यह दर्शाता है कि दंपत्ति के जीवन से पुराने दुख और परेशानियां दूर होंगी और वे एक पवित्र और सकारात्मक ऊर्जा के साथ अपना नया जीवन शुरू करेंगे। ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि इस दिन बारिश होने का मतलब है कि देवताओं का आशीर्वाद दूल्हा-दुल्हन पर बरस रहा है और उनका दांपत्य जीवन हर तरह की नकारात्मकता से सुरक्षित रहेगा।

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उर्वरता और समृद्धि का प्रतीक

विवाह जीवन का उद्देश्य केवल दो लोगों का मिलन ही नहीं, बल्कि एक परिवार का निर्माण भी है। बारिश को हमेशा से उर्वरता और समृद्धि का प्रतीक माना गया है। कृषि समाज में वर्षा को अन्न, धन और संतानों के सुख से जोड़ा जाता रहा है।

जब विवाह जैसे पवित्र अवसर पर बारिश होती है, तो इसे संतान सुख और गृहस्थ जीवन की सम्पन्नता का संकेत माना जाता है। इसका अर्थ यह निकाला जाता है कि दंपत्ति को भविष्य में संतान प्राप्ति का सुख मिलेगा और उनका गृहस्थ जीवन खुशियों से भरपूर रहेगा। ज्योतिष शास्त्र में भी वर्षा को शुक्र और चंद्रमा से जोड़कर देखा जाता है, जो प्रेम, समृद्धि और पारिवारिक सुख के कारक हैं।

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नई शुरुआत का संदेश

शादी अपने आप में जीवन का एक नया अध्याय है। जब इस पवित्र अवसर पर बारिश होती है, तो इसे ब्रह्मांड की ओर से एक विशेष संदेश माना जाता है कि यह रिश्ता दीर्घकालीन और स्थायी होगा।

बारिश नई शुरुआत, ताजगी और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। जैसे बारिश के बाद धरती नई जान पाती है, वैसे ही विवाह में वर्षा होने से यह संकेत मिलता है कि दांपत्य जीवन में हमेशा ताजगी और नयापन बना रहेगा। यह दर्शाता है कि दूल्हा-दुल्हन का रिश्ता समय के साथ और मजबूत होगा और वे हर परिस्थिति में साथ निभाएंगे।

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Images: freepik. com

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