aaj ka panchang 22 may 2025 shubh tithi muhurat rahu kaal upay and vrat know in detail

Aaj Ka Panchang 22 May 2025: राहु काल, निशिता मुहूर्त से लेकर ग्रहों के गोचर और उपाय तक, जानें क्या कहता है आज का पंचाग

आइए इस लेख में आज यानी कि 22 मई 2025 गुरुवार के दिन के पंचांग के बारे में विस्तार से जानते हैं कि आज आपको किस मुहूर्त में काम करने से बचना है और किन उपायों को करने से आज का दिन और भी भाग्यशाली हो सकता है। 
Editorial
Updated:- 2025-05-22, 12:00 IST

हिंदू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष दशमी तिथि है। आज पूर्वभाद्रपदा नक्षत्र के साथ इस दिन का आरंभ हो रहा है। आज विष्कुम्भ योग है। वहीं आज चंद्रमा कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करने वाले हैं। आज गुरुवार का दिन है। यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को सुख-शांति की प्राप्ति होती है और सभी कष्ट दूर होते हैं।

आप आज के तिथि के हिसाब से गुरुवार का व्रत भी रख सकते हैं। अब ऐसे में आज 22 मई 2025 को किस मुहूर्त में काम करना शुभ माना जाता है और किस मुहूर्त में काम करने से बचना है। साथ ही आज किन उपायों को करने से शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से आज के पंचांग के बारे में जानते हैं।

आज का पंचांग 22 मई 2025

shrivishnu2 

तिथि नक्षत्र दिन/वार योग करण
 दशमी पूर्वभाद्रपदा  गुरुवार  विष्कुम्भ  वणिज और विष्टि

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय सुबह 5 बजकर 47 मिनट से लेकर 
सूर्यास्त शाम 7 बजकर 01 मिनट तक
चंद्रोदय प्रात: 1 बजकर 55 मिनट से लेकर 
चंद्रास्त दोपहर 2 बजकर 05 मिनट तक 

आज का शुभ मुहूर्त और योग (22 मई 2025)

सर्वार्थ सिद्धि योग आज सर्वार्थ सिद्धि योग नहीं है।
ब्रह्म मुहूर्त  सुबह 04 बजकर 10 मिनट से लेकर सुबह 04 बजकर 58 मिनट तक
अमृत काल सुबह 10 बजकर 10 मिनट से लेकर सुबह 11 बजकर 41 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 57 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 49 मिनट तक
विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 25 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 27 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त शाम 06 बजकर 26 मिनट से लेकर शाम 07 बजकर 24 मिनट तक 
निशिता मुहूर्त रात 11 बजकर 57 मिनट से लेकर रात 12 बजकर 38 मिनट तक
संध्या मुहूर्त शाम 7 बजकर 08 मिनट से लेकर शाम 7 बजकर 32 मिनट तक

यह विडियो भी देखें

आज का अशुभ मुहूर्त (22 मई 2025)

राहु काल दोपहर 02 बजकर 02 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 41 मिनट तक
गुलिक काल सुबह 09 बजकर 05 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 44 मिनट तक
यमगंड सुबह 5 बजकर 47 मिनट से लेकर सुबह 7 बजकर 56 मिनट तक
दिशाशूल दक्षिण दिशा, यात्रा करने से पहले दही-चीनी जरूर खाकर निकलें
दुर्मुहूर्त सुबह 8 बजकर12 मिनट से लेकर सुबह 9 बजकर 06 मिनट तक

आज के पर्व और त्योहार (22 मई 2025)

पंचांग के हिसाब से आज ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि है। इस दिन गुरुवार का व्रत रखा जाएगा। यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है।

आज गुरुवार के उपाय (22 मई 2025)

lord vishnu (2)

  • आज गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व है। केले के पेड़ में जल अर्पित करें और शुद्ध घी का दीपक जलाएं। आप हल्दी की गांठ भी अर्पित कर सकते हैं, इससे भाग्योदय हो सकता है और कार्यक्षेत्र में तरक्की मिलती है।
  • स्नान करते समय पानी में चुटकी भर हल्दी मिलाकर स्नान करें। इससे गुरु ग्रह मजबूत होता है और धन वृद्धि के योग बनते हैं।
  • घर के मुख्य द्वार पर जल में थोड़ी हल्दी और गंगाजल मिलाकर छिड़काव करें। इससे नकारात्मकता दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
  • पैसों की तंगी दूर करने के लिए केले की जड़ और एक हल्दी की गांठ को तिजोरी या धन रखने वाले स्थान पर रख सकते हैं।
  • अगर विवाह में किसी तरह की कोई परेशानी आ रही है तो आप भगवान विष्णु को केसर और चंदन का तिलक लगाएं।

आज गुरुवार के खास मंत्र (22 मई 2025)

आज गुरुवार के दिन भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप विशेष रूप से करें। व्यक्ति की सभी परेशानियां दूर हो सकती है।

  • ऊं नमो भगवते वासुदेवाय।
  • ऊं नमो नारायणाय।
  • ऊं नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
  • शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं, विश्वाधारं गगन सदृशं मेघवर्ण शुभांगम्। लक्ष्मीकांत कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यं, वन्दे विष्णु भवभयहरं सर्व लौकेक नाथम्।
  • ऊं भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि। ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।
  • दन्ताभये चक्र दरो दधानं, कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्। धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।।

22 मई 2025 आज के पंचांग का महत्व

LORD VISHNU (3)

आज पूर्वभाद्रपदा नक्षत्र हैं। वहीं आज गुरुवार का दिन है। यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि अगर किसी जातक के विवाह में कोई परेशानी आ रही है या फिर कुंडली में गुरुदोष है। साथ ही आपको मेहनत करने के बाद भी सफलता नहीं मिल रही है तो इस दिन भगवान श्रीहरि की पूजा करने से लाभ हो सकता है।

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit- HerZindagi

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।

;