हिंदू पंचांग के अनुसार आज आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के साथ इस दिन की शुरूआत हो रही है। साथ ही आज ब्रह्म योग बन रहा है और मूल नक्षत्र है। ज्योतिष गणना के हिसाब से इस दिन चंद्रमा धनु राशि में ही मौजूद है। आज बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को मनोवांछित फलों की प्राप्ति हो सकती है और जीवन में चल रही समस्याएं दूर हो सकती है।
अगर किसी जातक की कुंडली में बुधदोष है तो भगवान गणेश की पूजा करने से लाभ हो सकता है। अब ऐसे में आज किस मुहूर्त में पूजा-पाठ करें और किस मुहूर्त में यात्रा करने से बचना है। आइए इस लेख में विस्तार से ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
तिथि | नक्षत्र | दिन/वार | योग | करण |
शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि | मूल नक्षत्र | बुधवार | ब्रह्म योग | वणिज और गर |
सूर्योदय | सुबह 5 बजकर 51 मिनट से लेकर |
सूर्यास्त | शाम 7 बजकर 12 मिनट तक |
चंद्रोदय | प्रात: 05 बजकर 24 मिनट से लेकर |
चंद्रास्त | सुबह 04 बजकर 06 मिनट तक |
ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 04 बजकर 14 मिनट से लेकर सुबह 05 बजकर 02 मिनट तक |
अमृत काल | सुबह 05 बजकर 58 मिनट से लेकर सुबह 07 बजकर 43 मिनट तक |
अभिजीत मुहूर्त | दोपहर 12 बजकर 05 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 58 मिनट तक |
विजय मुहूर्त | दोपहर 02 बजकर 50 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 15 मिनट तक |
गोधूलि मुहूर्त | शाम 07 बजकर 22 मिनट से शाम 07 बजकर 42 मिनट तक |
निशिता मुहूर्त | रात 12 बजकर 05 मिनट से लेकर रात 12 बजकर 46 मिनट तक |
संध्या मुहूर्त | शाम 7 बजकर 30 मिनट से लेकर शाम 9 बजकर 21 मिनट तक |
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राहु काल | दोपहर 03 बजकर 52 मिनट से लेकर शाम 05 बजकर 32 मिनट तक |
गुलिक काल | दोपहर 12 बजकर 31 मिनट से लेकर दोपहर 02 बजकर 21 मिनट तक |
यमगंड | सुबह 09 बजकर 11 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 51 मिनट तक |
दिशाशूल | पूर्व दिशा, यात्रा करने से पहले दही-चीनी जरूर खाकर निकलें। |
दुर्मुहूर्त | सुबह 08 बजकर 31 मिनट से लेकर सुबह 09 बजकर 25 मिनट तक |
पंचांग के हिसाब से आज आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा विधिवत रूप से करने से कार्यक्षेत्र में आ रही समस्याएं दूर हो सकती है और मनोवांछित फलों की प्राप्ति हो सकती है।
बुधवार के दिन सुबह स्नान करके भगवान गणेश की विधिवत पूजा करें। उन्हें मोदक या लड्डू का भोग लगाएं और 21 दूर्वा घास अर्पित करें। यह बुद्धि और विवेक में वृद्धि करता है और सभी बाधाओं को दूर करता है।
बुधवार के दिन दुर्गा सप्तशती के मध्यम चरित्र का पाठ करना बहुत शुभ माना जाता है। इससे नकारात्मकता दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। आप कीलक अर्गला स्तोत्र का पाठ भी कर सकते हैं, जिससे जीवन में आने वाली बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
बुधवार के दिन हरी मूंग की दाल का दान करना बहुत शुभ होता है। इससे बुध ग्रह मजबूत होता है और करियर, व्यवसाय और शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलती है।
बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाना बहुत ही अच्छा उपाय माना जाता है। यह कर्ज मुक्ति और व्यापार में उन्नति के लिए लाभदायक है।
गणेश जी की पूजा में शमी के पत्ते अर्पित करना शुभ होता है। ऐसा करने से तनाव और मानसिक संकट दूर होते हैं और सुख-समृद्धि बनी रहती है।
ॐ गं गणपतये नमः।
ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात्।।
ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः
ॐ भद्रं कर्णेभिः शृणुयाम देवा भद्रं पश्येमाक्षभिर्यजत्राः। स्थिरैरङ्गैस्तुष्टुवांसस्तनूभिव्यशेम देवहितं यदायुः।।
ॐ बुं बुधाय नमः।।
ऊं नमो गणपत्ये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा ।।
आज चतुर्दशी तिथि है औज बुधवार का दिन भी है। इस दिन विशेष रूप से भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति के जीवने में चल रही समस्याएं दूर हो सकती है और भाग्योदय हो सकता है। बुधवार के दिन आप बप्पा के मंत्रों का जाप जरूर करें।
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Image Credit- HerZindagi
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