जीवन में किसी तरह की कोई परेशानी न आए। इसलिए लोग दान सबसे ज्यादा देते हैं। लोग अपनी सहूलियत से लोगों की मदद करते हैं, ताकि जो जीवन में कोई धार्मिक कार्य कर सके। लेकिन अगर आपको इसका फल चाहिए तो इसके लिए आप चौघड़िया मुहूर्त का खास ध्यान रखें। ऐसा इसलिए क्योंकि इन मुहूर्त में किए गए कार्यों से आपके मन की सभी मनोकामना पूरी होती है। साथ ही, आपको दान का पुण्य मिलता है। ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने ऐसे ही कुछ शुभ मुहूर्तों के बारे में जानकारी दी है।
दिन का चौघड़िया सूर्योदय से सूर्यास्त तक
- चर (Chara): सुबह 05:51 बजे से सुबह 07:27 बजे तक है। इसे चंचल या गतिशील समय माना जा रहा है। यात्रा, वाहन खरीदना, या ऐसे कार्य के लिए चौघड़िया शुभ होता है। इसमें किए गए कार्य जल्दी फल देते हैं, लेकिन उनमें थोड़ी अस्थिरता भी आ सकती है। फिर भी, शुभ कार्यों के लिए इसे अच्छा माना जाता है।
- लाभ (Labha): सुबह 07:27 बजे से सुबह 09:03 बजे तक रहेगा। यह चौघड़िया शिक्षा, व्यापार, लेन-देन, नई शुरुआत और किसी भी कार्य में लाभ प्राप्त करने के लिए बहुत शुभ माना जाता है। इस समय में किए गए कार्य सफलता और समृद्धि लाते हैं, क्योंकि इसमें बुद्धि और व्यापारिक कौशल का प्रभाव होता है।
- अमृत (Amrita): सुबह 09:03 बजे से सुबह 10:39 बजे तक है। यह सभी प्रकार के शुभ कार्यों के लिए सर्वश्रेष्ठ चौघड़िया माना जाता है। विवाह, गृह प्रवेश, नई दुकान खोलना, या कोई भी नया कार्य शुरू करने के लिए यह अत्यंत शुभ होता है। इस समय में किए गए कार्य हमेशा सफलता, स्थिरता और शुभता देते हैं।
- काल (Kala): सुबह 10:39 बजे से दोपहर 12:15 बजे तक रहेगा। इस चौघड़िया में कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश, नई खरीदारी आदि नहीं करना चाहिए। इसे अशुभ माना जाता है क्योंकि इसमें बाधाएं या हानि होने की संभावना होती है। हालांकि, धन संबंधी कार्यों या किसी विवाद को सुलझाने के लिए यह उपयुक्त हो सकता है, क्योंकि शनि न्याय और धैर्य का ग्रह है।
- शुभ (Shubh): दोपहर 12:15 बजे से दोपहर 01:51 बजे तक है। यह सभी शुभ कार्यों जैसे विवाह समारोह, भूमि पूजन, शिक्षा संबंधी कार्य, धार्मिक अनुष्ठान आदि के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। इस समय किए गए कार्य सफल होते हैं और शुभ परिणाम देते हैं, क्योंकि बृहस्पति ज्ञान, समृद्धि और सौभाग्य का ग्रह है।
- रोग (Roga): दोपहर 01:51 बजे से दोपहर 03:27 बजे तक में किसी भी शुभ कार्य से बचना चाहिए। यह रोग, संघर्ष और समस्याओं से जुड़ा हुआ है। इस समय में कोई भी नया कार्य शुरू करने से नुकसान या परेशानी हो सकती है। हालांकि, शत्रु पर विजय प्राप्त करने या कानूनी मामलों में इसका उपयोग किया जा सकता है।
- उदवेग (Udveg): दोपहर 03:27 बजे से शाम 05:03 बजे तक है। इस चौघड़िया को आमतौर पर अशुभ माना जाता है। किसी भी महत्वपूर्ण या शुभ कार्य की शुरुआत इस समय में नहीं करनी चाहिए, क्योंकि इसमें तनाव, चिंता और बाधाएं आने की संभावना होती है।

- चर (Chara): शाम 05:03 बजे से शाम 06:56 बजे तक है। जैसा कि पहले बताया गया, इसे चंचल या गतिशील प्रकृति का माना जाता है। यात्रा, वाहन खरीदना, या ऐसे कार्य जिनमें गतिशीलता की आवश्यकता हो, उनके लिए यह चौघड़िया शुभ होता है।
रात का चौघड़िया सूर्यास्त से अगले दिन के सूर्योदय तक
- रोग (Roga): शाम 06:56 बजे से रात 08:31 बजे तक है। रात का पहला चौघड़िया अक्सर अशुभ होता है। इस समय में किसी भी नए या महत्वपूर्ण कार्य को शुरू करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह संघर्ष, विवाद या स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
- काल (Kala): रात 08:31 बजे से रात 10:06 बजे तक रहेगा। यह चौघड़िया अशुभ होता है और इसे काल रात्रि का हिस्सा माना जा सकता है। इस समय में किसी भी शुभ कार्य से बचना चाहिए, क्योंकि यह बाधाएं, देरी और नकारात्मकता ला सकता है।
- लाभ (Labha): रात 10:06 बजे से रात 11:41 बजे तक है। रात में यह चौघड़िया लाभप्रद होता है। यह उन कार्यों के लिए अच्छा है जिनमें चिंतन, अध्ययन या भविष्य की योजनाएं शामिल हों। इस समय में किए गए कार्य से वित्तीय या बौद्धिक लाभ मिल सकता है।
- उदवेग (Udveg): रात 11:41 बजे से अगले दिन 01:16 बजे तक 19 अगस्त तक रहेगा। इस चौघड़िया को आमतौर पर अशुभ माना जाता है। किसी भी महत्वपूर्ण या शुभ कार्य की शुरुआत इस समय में नहीं करनी चाहिए, क्योंकि इसमें तनाव, चिंता और बाधाएं आने की संभावना होती है।

- शुभ (Shubh): अगले दिन 01:16 बजे से अगले दिन 02:51 बजे तक यानि 19 अगस्त तक रहने वाला है। यह बृहस्पति ग्रह से प्रभावित होता है। रात में यह चौघड़िया शुभ होता है और धार्मिक कार्यों, शिक्षा से संबंधित गतिविधियों, या पारिवारिक सुख-शांति से जुड़े कार्यों के लिए उत्तम है। इस समय किए गए कार्य में शुभता बनी रहती है।
- अमृत (Amrita): अगले दिन 02:51 बजे से अगले दिन 04:26 बजे तक रहेगा। ऐसे में 19 अगस्त का चौघड़िया अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है। विशेषकर ध्यान, पूजा-पाठ, या किसी महत्वपूर्ण योजना बनाने के लिए यह समय अच्छा है। इस समय में किया गया कोई भी शुभ कार्य अच्छे परिणाम देगा।
- चर (Chara): अगले दिन 04:26 बजे से अगले दिन 05:51 बजे तक रहेगा। यह चौघड़िया यात्रा संबंधी योजनाएं बनाने या मनोरंजन से जुड़े कार्यों के लिए उपयुक्त है। यह सामान्य शुभता प्रदान करता है, लेकिन इसमें थोड़ी चंचलता भी होती है।
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Image Credit- Freepik
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