अहोई अष्टमी के दिन माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। साथ ही शाम के समय पूजा करती हैं और कथा पढ़ती हैं, लेकिन व्रत को करने से पहले जरूरी है कि इसे धारण किया जाए। ऐसा इसलिए क्योंकि इसके बाद ही आप व्रत को कर पाएंगी। ऐसे में आपको पंडित सौरभ त्रिपाठी जी, छिंदवाड़ा, एमपी के बताए गए चौघड़िया मुहूर्त का खास ध्यान रखना चाहिए। ऐसे में आपका व्रत सही समय पर शुरू होगा और इसके फल भी अच्छे प्राप्त होंगे। आपके बच्चे पर भी माता का आशीर्वाद बना रहेगा।
मुहूर्त का नाम | मुहूर्त का समय |
अमृत | सुबह 06:21 बजे से सुबह 07:47 बजे तक |
काल | सुबह 07:47 बजे से सुबह 09:14 बजे तक |
शुभ | सुबह 09:14 बजे से सुबह 10:40 बजे तक |
रोग | सुबह 10:40 बजे से दोपहर 12:07 बजे तक |
मुहूर्त का नाम | मुहूर्त का समय |
चर | शाम 05:53 बजे से शाम 07:27 बजे तक |
रोग | शाम 07:27 बजे से रात 09:00 बजे तक |
काल | रात 09:00 बजे से रात 10:34 बजे तक |
लाभ | रात 10:34 बजे से मध्यरात्रि 12:07 बजे तक |
इसे भी पढ़ें
अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिंदगी के साथ।
Image Credit-Freepik
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।