हिंदू धर्म के शास्त्रों में कई सारे पेड़-पौधों का उल्लेख मिलता है, जिनमें पीपल के पेड़ का भी नाम शामिल है। ऐसी मान्यता है कि पीपल का पेड़ उग जाए, तो उसे नहीं काटना चाहिए। आज हम आपको बताएंगे कि पीपल के पेड़ को क्यों नहीं काटते और इसे कब और कैसे काटना चाहिए। इस बारे में हमें उज्जैन के पंडित एवं ज्योतिषाचार्य कैलाश नारायण शर्मा ने जानकारी शेयर की है।
पीपल का पेड़
पुराणों के अनुसार, पीपल के पेड़ को दिव्य पेड़ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि पीपल के पेड़ के हर भाग में देवी-देवताओं का वास होता है।
देवी-देवताओं का वास
पीपल के पेड़ में देवी-देवताओं के वास होने की वजह से अनेकों अवसरों पर इसकी पूजी की जाती है।
पीपल के दुष्प्रभाव
पीपल का पेड़ जितना शुभ है, उतना अशुभ भी होता है। अगर यह पेड़ घर में या घर के बाहर किसी गलत दिशा में उग जाता है, तो इसका दुष्प्रभाव ही पड़ता है।
पीपल का पेड़ न काटे
पीपल के पेड़ में देवी- देवताओं का वास होता है। ऐसे में इसे काटने की मनाही होती है, लेकिन अगर यह आपके घर में उग जाए, तो इसे हटाना ही अच्छा होता है।
आर्थिक तंगी का कारण
अगर आपके घर में पीपल का पेड़ उग जाता है, तो इसका नकारात्मक प्रभाव घर पर पड़ता है। इसके अलावा घर में आर्थिक तंगी और वंश को आगे बढ़ना मुश्किल हो जाता है।
पीपल के पेड़ के लिए शास्त्र नियम
आमतौर पर किसी के घर में अगर पीपल का पेड़ उग जाता है, तो लोग इसे काट देते हैं या जला देते हैं। मगर ऐसा करने से पहले शास्त्र के नियम जानना जरूरी होता है।
पीपल के पेड़ की पूजा
अगर आपके घर में कहीं पीपल का पौधा उग गया है, तो आप उसकी 45 दिनों तक पूजा करें और उसकी जड़ों में दूध को चढ़ाएं। इसके बाद जड़ सहित उखाड़ कर घर से दूर लगा दें।
रविवार के दिन काटे पीपल
अगर आपके घर में पीपल का पौधा उग गया है, तो आप रविवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करके उसे कटवा सकते हैं। बिना पूजा किए पीपल को कटवाने से दोष लगता।
पीपल के पेड़ को काटने से पहले नियम जानना जरूरी होता है। खबर पसंद आई हो, तो शेयर करें। ऐसी ही अन्य खबरों के लिए herzindagi.com से जुड़े रहें।