बदलती लाइफस्टाइल के चलते लोग अपनी सुविधा और सहूलियत के हिसाब से टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं। समय के अनुसार नई चीजों को अपनाया जाता है। इन्हीं में से एक वेस्टर्न टॉयलेट भी है। जिसका इस्तेमाल आजकल काफी बढ़ गया है। वहीं, इंडियन टॉयलेट के भी कई फायदे होते हैं। आइए, जानते हैं आपके शरीर के लिए कौन सा बेहतर है।
वेस्टर्न टॉयलेट
वेस्टर्न टॉयलेट के इस्तेमाल के कई फायदे हैं। यह उन लोगों के लिए काफी फायदेमंद होता है, जो जोड़ों या घुटनों के दर्द से पीड़ित होते हैं।
इंडियन टॉयलेट
इंडियन टॉयलेट में पूरा शरीर सक्रिय रहता है। यह आपके पाचन और अन्य पेट संबंधित समस्याओं के लिए बेहतर माना जाता है।
पानी की आवश्यकता
इंडियन टॉयलेट में वेस्टर्न की अपेक्षा कम पानी की जरूरत पड़ती है। जबकि वेस्टर्न टॉयलेट में पानी और टॉयलेट पेपर दोनों की ज्यादा जरूरत पड़ती है।
संक्रमण की संभावना
वेस्टर्न टॉयलेट में शरीर सीट के संपर्क में आता है। जिसकी वजह से संक्रमण की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है। इससे कई तरह की बीमारी के फैलने का डर रहता है।
डाइजेशन बेहतर करे
इंडियन टॉयलेट पर बैठने से पेट पर दबाव पड़ता है। जिसकी वजह से पेट अच्छे से साफ होता है और डाइजेशन भी बेहतर होता है।
प्रेग्नेंट महिलाएं के लिए
कहा जाता है कि प्रेग्नेंट महिलाओं को इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल करना फायदेमंद साबित हो सकता है। इससे उनको डिलीवरी में ज्यादा परेशानी नहीं होती है।
कौन सा टॉयलेट है बेहतर
इंडियन टॉयलेट कई मायनों में वेस्टर्न टॉयलेट से बेहतर माना जाता है। वहीं, अगर आपको जमीन पर बैठने में दिक्कत होती है, तो वेस्टर्न टॉयलेट का इस्तेमाल किया जा सकता है।
वेस्टर्न टॉयलेट और इंडियन टॉयलेट दोनों के ही अलग-अलग फायदे हैं। स्टोरी अच्छी लगी है, तो शेयर करें। ऐसी अन्य जानकारी के लिए क्लिक करें herzindagi.com पर।