उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में किस देवता की पूजा होती है?


Pragati Pandey
22-05-2025, 11:27 IST
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    हिंदू धर्म में पूजा-पाठ का विशेष महत्व होता है। ऐसे ही उज्जैन में भगवान मंगलनाथ की पूजा का भी विशेष महत्व है। हर साल इस मंदिर में हजारों लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। आज इस खबर में हम आपको बताएंगे कि उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में किस देवता की पूजा की जाती है।

मंगलनाथ मंदिर की पूजा

    हमारे देशभर में भगवान मंगल के अनेकों मंदिर हैं, लेकिन उज्जैन में मंगलनाथ मंदिर का विशेष महत्व है। इस मंदिर में भगवान शिव को मंगलनाथ के रूप में पूजा जाता है।

मंगल दोष होगा कम

    उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर की विशेषता के विषय में बात करें, तो यहां वे लोग ज्यादा आते हैं, जिनकी कुंडली में मंगल दोष होता है। ऐसा मान्यता है कि भगवान मंगलनाथ की पूजा करने से कुंडली में लगे मंगल दोष का नाश हो जाता है।

मंगलनाथ मंदिर में पूजा करने का महत्व

    हिंदू धर्म में विवाह के पूर्व वर और वधु की कुंडली का मेल किया जाता है। कुंडली में मंगल दोष होने पर उसे दूर करने का प्रावधान भी बताया जाता है, जिसमें भगवान मंगलनाथ की पूजा-पाठ करने से भी मंगल दोष कम हो जाता है।

मंगलनाथ की विशेषता

    अपनी कुंडली के मंगल दोष को दूर करने के लिए यहां हजारों की संख्या में नवविवाहित जोड़े पूजा-पाठ करने आते हैं। ऐसा करने से कुंडली में उग्र हुए मंगल को शांत करने में मदद हो सकता है।

मंगलनाथ मंदिर का इतिहास

    मंगलनाथ मंदिर के इतिहास पर प्रकाश डालें, तो यह कई साल पुराना है। इसका पुनर्निर्माण सिंधिया राजघराने ने कराया था।

मंगलनाथ मंदिर की कहानी

    भगवान शिव के मंगलनाथ बनने की कहानी बताएं, तो लोक मान्यता यह है कि एक बार एक अंधकासुर राक्षस को भगवान ने वरदान दिया कि उसके रक्त से कई राक्षसों का जन्म होगा। इस वजह से वह राक्षस काफी तबाही मचाने लगा था।

अंधकासुर का वध

    अंधकासुर की तबाही को रोकने के लिए भगवान शिव ने उससे युद्ध किया। दोनों के युद्ध के समय भगवान शंकर के पसीने से धरती फट गई और मंगल ग्रह का उदय हुआ। मंगल ग्रह ने दैत्य अंधकासुर के रक्त को अपने अंदर ही समा लिया था। इस वजह से इस स्थान को मंगलनाथ के नाम से जाना जाने लगा।

    मंगलनाथ मंदिर में भगवान शिव की पूजा होती है। यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है। किसी भी शंका के समाधान के लिए विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। खबर पसंद आई हो, तो शेयर करें। ऐसी ही अन्य खबरों के लिए herzindagi.com से जुड़े रहें।

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