12 सालों में एक बार खिलता है ये फूल, देखने को तरस जाती हैं आंखें
Nikki Rai
26-09-2023, 10:14 IST
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भारत में कई ऐसी जगहे हैं, जो अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती हैं। ऐसे ही कई जगहें अपने खास पेड़ पौधों के लिए भी जानी जाती हैं। ऐसा ही एक फूल है, जो 12 सालों में एक बार खिलता है। आइए जानें इसके बारे में सब कुछ-
केरल में खिलता है फूल
केरल के नीलगिरी पहाड़ियों में हर 12 साल के बाद नीलकुरिंजी के फूल खिलते हैं। यह फूल दुनिया के कुछ असाधारण फूलों में से एक हैं।
12 सालों में एक बार खिले
पर्यटकों को इन फूलों की खूबसूरती को देखने के लिए 12 साल का इंतजार करना पड़ता है।
कैसे दिखते हैं
नीलकुरिंजी के फूलों के खिलने से नीलगिरी पहाड़ी जामुनी रंगों से सराबोर हो जाती है। ये देखने में जामुनी रंग के होते हैं।
खास पर्यटन स्थल
केरल स्थित मुन्नार को नीलकुरिंजी फूलों का सबसे बड़ा घर माना जाता है। करीब 3000 हेक्टेयर में घुमवादार पहाड़ियों वाला मुन्नार दक्षिण भारत के सबसे खास पर्यटन स्थलों में से एक है।
350 प्रजातियां
केरल के लोग इस फूल को कुरिंजी कहते हैं। ये स्ट्रोबिलेंथस की एक किस्म है। इसकी करीब 350 फूलों वाली प्रजातियां भारत में ही हैं।
हर फूल का है अलग वक्त
स्ट्रोबिलेंथस की अलग-अलग प्रजातियों के फूलों के खिलने का समय भी अलग-अलग है। कुछ चार साल में खिलते हैं, तो कुछ आठ, दस, बारह या सोलह साल में खिलते हैं।
दूसरी फ्लॉवर सैंक्चुअरी
साल 2006 में केरल के जंगलों का 32 वर्ग किलोमीटर इलाका इस फूल के संरक्षण के लिए सुरक्षित रखा गया था। इसे कुरिंजीमाला सैंक्चुअरी का नाम दिया गया। वैली ऑफ फ्लॉवर के बाद ये भारत की दूसरी फ्लॉवर सैंक्चुअरी है।
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