आठ प्रहर कौन-कौन से होते हैं?


Jyoti Shah
08-03-2025, 14:00 IST
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    हिंदू धर्म में दिन के 8 प्रहरों को दो भागों में बांटा गया है। इनमें से दिन के 4 और रात के 4 प्रहर होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनमें हर एक पहर कितने समय का होता है और इन्हें क्या कहा जाता है? अगर नहीं, तो चलिए जानें इस बारे में ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स से-

दिन के 8 प्रहर

    पूरे दिन के 8 प्रहरों में एक पहर करीब 3 घंटे का होता है। दिन के 4 प्रहर पूर्वान्ह, मध्यान्ह, अपरान्ह और सायंकाल है। इसके अलावा, रात के 4 पहर प्रदोष, निशीथ, त्रियामा और उषा होते हैं।

पहला प्रहर

    हिंदू धर्म में शाम के 6 बजे से रात के 9 बजे तक का समय रात का पहला प्रहर होता है। इस प्रदोष काल में महादेव की पूजा करना बहुत फलदायी माना जाता है।

दूसरा प्रहर

    रात के 9 बजे से 12 बजे तक का समय दूसरा प्रहर होता है। माना जाता है कि इस बीच खरीदारी करना बेहद शुभ होता है।

तीसरा प्रहर

    यह रात के 12 बजे से शुरू होकर 3 बजे तक रहता है। तीसरे प्रहर को पूर्ण विश्राम और तांत्रिक क्रियाओं के लिए भी जाना जाता है।

चौथा प्रहर

    सुबह के 3 बजे से लेकर 6 बजे तक के समय को चौथा और रात का अंतिम प्रहर कहा जाता है। इसे उषाकाल के नाम से भी जाना जाता है।

पांचवा और छठा प्रहर

    सुबह के 6 बजे से 9 बजे तक का समय पांचवा प्रहर होता है। इस दौरान पूजा-पाठ करना शुभ माना जाता है। वहीं, सुबह के 9 बजे से लेकर दोपहर के 12 बजे तक का समय छठा प्रहर होता है।

सातवां और आठवां प्रहर

    दोपहर के 12 बजे से शाम के 3 बजे तक का समय सातवां प्रहर होता है। इसके अलावा, शाम के 3 बजे से लेकर 6 बजे का समय आठवां और आखिरी प्रहर होता है।

    हिंदू धर्म के इन 8 प्रहरों का अलग-अलग महत्व होता है। स्टोरी अच्छी लगी हो, तो शेयर करें। इस तरह की अन्य जानकारी के लिए क्लिक करें herzindagi.com पर।

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