हिंदू धर्म में पूजा-पाठ का बहुत महत्व होता है, इसलिए घर में छोटा-सा मंदिर या पूजा घर बनाना जरूरी माना जाता है। घर में मंदिर बनाते समय दिशा, सजावट, रंग आदि बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है। आइए, इसके बारे में दिल्ली के न्यूमेरोलॉजिस्ट सिद्धार्थ एस कुमार से पूजा घर बनाते उसकी दिशा और नियमों के बारे में जानते हैं-
मंदिर की दिशा
वास्तु के अनुसार, घर में मंदिर के लिए ईशान कोण यानी उत्तर पूर्व दिशा सबसे शुभ स्थान मानी जाती है। इसमें देवी-देवताओं का वास माना जाता है।
अपनी दिशा का रखें ध्यान
घर के मंदिर में पूजा करते समय आपका मुंह पूर्व दिशा में ही होना चाहिए। इसके अलावा आप पश्चिम दिशा में मुंह करके भी पूजा कर सकते हैं।
इन जगहों पर न बनवाएं मंदिर
घर में मंदिर हमेशा पवित्र स्थान पर बनवाना चाहिए। मंदिर बाथरूम की दीवार से लगाकर या फिर सीढ़ियों के पास नहीं होना चाहिए।
जमीन पर न रखें
वास्तु के अनुसार, घर में मंदिर कभी जमीन पर नहीं बनाया जाना चाहिए। मंदिर को दीवार पर इतनी ऊंचाई पर बनाएं कि पूजा करते समय भगवान की प्रतिमा आपके हृदय तक रहे।
मंदिर की दीवार का रंग
मंदिर के कमरे की दीवार का रंग भी थोड़ा ध्यान से चुनना चाहिए। वास्तु के अनुसार पीले, हरे या फिर हल्के गुलाबी रंग की दीवार मंदिर के लिए शुभ मानी जाती है।
प्रतिमा का रखें ध्यान
घर के मंदिर में ज्यादा बड़ी प्रतिमाएं नहीं रखनी चाहिए। वास्तु के अनुसार, घर के मंदिर में नौ अंगुल की प्रतिमाएं शुभ रहती हैं। इसके अलावा मंदिर में भगवान की खंडित मूर्ति नहीं रखनी चाहिए।
इन बातों का रखें ध्यान
वास्तु के अनुसार, घर के मंदिर में लाल रंग के बजाय सफेद रंग का बल्ब लगाना चाहिए। लाल रंग से मानसिक तनाव हो सकता है।
अगर आप भी घर में मंदिर बनवाने जा रहे हैं, तो इन बातों को ध्यान में जरूर रखें। स्टोरी अच्छी लगी हो तो लाइक और शेयर करें। इससे जुड़ी अन्य जानकारी के लिए यहां क्लिक करें herzindagi.com।