बीदर के टूरिस्ट स्पॉट


Smriti Kiran
2022-01-25,15:26 IST
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    कर्नाटक का बीदर मुगलों के समय एक महत्वपूर्ण गढ़ हुआ करता था। सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, वास्तुकला महत्व जानने के लिए यहां की यात्रा की जा सकती है।

    बीदर शहर कई ऐतिहासिक विरासतों के लिए जाना जाता है, अगर आप इतिहास प्रेमी हैं और प्राचीन वास्तुकला को देखना चाहते हैं तो यहां घूमने जरूर जाएं।

    यह शहर एक पठारी क्षेत्र पर बसा है, जहां आज भी कई पुरानी संरचनाएं मौजूद हैं। आइए जानते हैं, यहां के सबसे शानदार स्थलों के बार में।

बीदर का किला

    यह किला दक्षिण के बहमनी साम्राज्य के गर्व का प्रतीक माना जाता है, जिसका निर्माण बहमनी साम्राज्य के शक्तिशाली शासक सुल्तान अलाउद्दीन बहमन के करवाया था।

बीदर किला

    यह किला फारसी वास्तुकला का एक उत्कृष्ट नमूना है। इसकी विशाल संरचना बीदर के मुख्य आकर्षणों में गिनी जाती है। इसे देखने लोग दूर-दूर से आते हैं।

बहमनी के मकबरे

    यहां बहमनी साम्राज्य के 12 मकबरे एक ही परिसर में स्थित हैं। बेहतरीन वास्तुकला से निर्मित इन मकबरों में अहमद शाह अलवाली बहमन का मकबरा देखने लायक है।

नरसिम्हा झीरा गुफा मंदिर

    यह मंदिर भगवान विष्णु के नरसिम्हा अवतार को समर्पित है। इसे नरसिम्हा झरना गुफा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यहां के उत्कृष्ट वास्तुकला देखने योग्य है।

सोलह खंभा मस्जिद

    सोलह खंभा मस्जिद कुबिल सुल्तान ने बनवाई थी। यह मस्जिद 16 खंभों पर खड़ी है, इसलिए इसे सोलह खंभा के नाम से जाना जाता है।

पापनाश शिव मंदिर

    पापनाश शिव मंदिर के बारे में कहा जाता है कि भगवान राम ने लंका से अयोध्या लौटते समय इस मंदिर में शिवलिंग को स्थापित किया था।

बरिदशाही मकबरा

    यह बीदर के प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है। इसका निर्माण बरिदशाही के सबसे प्रमुख शासक अली बरिद शाह ने करवाया था।

हजरत खलील उल्लाह

    मकबरा यह मकबरा पर्यटकों के बीच काफी फेमस है। इसका निर्माण प्रसिद्ध हजरत खलील उल्लाह के सम्मान में किया गया था।

महमूद गवन मदरसा

    बिदर स्थित अन्य आकर्षणों में प्राचीन महमूद गवन मदरसा भी शामिल हैं। यह मदरसा इस्लामी शिक्षा का एक बड़ा केंद्र माना जाता था, जिसका निर्माण 15 शताब्दी में बहमनी शासकों ने करवाया था।

गुरुद्वारा नानक झीरा साहिब

    यह गुरुद्वारा सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी को समर्पित है। इसका निर्माण 1948 में किया गया था। आत्मिक और मानसिक शांति के लिए यहां घूमने जरूर जाएं।

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