डिजिटल वर्ल्ड में पढ़ाई और टेक्नोलॉजी एक-दूसरे के पूरक बन चुके हैं। खासतौर पर स्टूडेंट्स के लिए जिनका पढ़ाई-लिखाई से लेकर एंटरटेनमेंट का काम बिना लैपटॉप के पूरा हो पाना थोड़ा मुश्किल है। अच्छा लैपटॉप सिर्फ स्टूडेंट्स के लिए एक डिवाइस नहीं, बल्कि पढ़ाई का सबसे जरूरी साधन बन गया है। जिस वजह से ऑनलाइन क्लास, असाइनमेंट, प्रोजेक्ट या रिसर्च जैसे हर काम के लिए स्टूडेंट्स के पास एक पावरफुल लैपटॉप का होना बेहद जरूरी हो चुका है।
अक्सर देखा गया है कि स्टूडेंट्स के लिए बजट में एक अच्छा लैपटॉप ढूंढना चुनौतीपूर्ण हो जाता है, जिसके चलते वे फीचर्स और परफॉर्मेंस के साथ कॉम्प्रोमाइज करने को तैयार हो जाते हैं। मगर यहां आपको कुछ ऐसे लैपटॉप के बारे में बताया गया है जो मल्टिटास्किंग करने की भी क्षमता रखते हैं और बजट में भी फिट हो जाते हैं। HP, Dell, Lenovo, Acer और ASUS जैसे पॉप्युलर Brands के ये लैपटॉप सबसे बेस्ट हैं ऐसा हम नहीं कहते, लेकिन स्टूडेंट्स की बेसिक वर्क की जरूरत को पूरा करने में ये काम जरूर आ सकते हैं। इन Laptop की शुरुआती कीमत 48 से 50 हजार रुपये के आसपास है जो कि आपको 1 लाख से कम प्राइस में अमेजन पर मिल जाएंगे।
स्टूडेंट लैपटॉप में क्या फीचर्स होने चाहिए?
छात्रों को लैपटॉप चुनते समय कई पहलुओं पर गौर करना चाहिए। माना कि छात्रों को लैपटॉप चुनते समय सबसे बड़ी समस्या बजट की आती है। मगर बजट की वजह से उन्हें फीचर्स और टेक्वनोलॉजी से समझौता नहीं करना चाहिए। बल्कि लैपटॉप की बैटरी लाइफ, डिस्पले क्वालिटी, प्रोसेसर जैसे कई अन्य अहम पहलुओं के बारे में जान-समझकर और अपनी जरूरत के हिसाब से लैपटॉप चुनना चाहिए।
- सबसे पहले, लैपटॉप का प्रोसेसर तेज होना चाहिए ताकि मल्टीटास्किंग आसान हो। i5 प्रोसेसर पढ़ाई के लिए पर्याप्त माने जाते हैं।
- लैपटॉप की RAM कम से कम 8GB होनी चाहिए ताकि लैपटॉप बिना रुकावट के चले।
- स्टोरेज की बात करें तो 512GB तक की SSD स्टोरेज आजकल बेहतर ऑप्शन है क्योंकि यह फास्ट परफॉर्मेंस देता है।
- लैपटॉप का बैटरी बैकअप भी लंबा होना चाहिए, खासकर अगर आप इसे ऑनलाइन क्लासेस लेने के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं तो कम से कम 6-8 घंटे का बैटरी बैकअप जरूरी है।
- लैपटॉप अगर वजन में हल्का होगा और उसका डिजाइन पोर्टेबल होगा तो इसे आसानी से कैरी किया जा सकता है।
- डिस्प्ले की क्वालिटी भी अहम है। 14-15 इंच का फुल HD डिस्प्ले आपकी आंखों पर कम दबाव डालती है।
- दूसरे डिवाइसेज कनेक्ट करने के लिए लैपटॉप में पर्याप्त पोर्ट्स USB और HDMI पोर्ट्स का होना भी जरूरी है
- टाइपिंग आसानी से करने के लिए बैकलिट कीबोर्ड भी एक अच्छे लैपटॉप की निशानी है।
पढ़ाई के लिए क्या बेहतर है लैपटॉप या टैबलेट?
पढ़ाई के लिए लैपटॉप या टैबलेट क्या बेहतर है? ये बात पूरी तरह से स्टूडेंट्स की जरूरत पर निर्भर करती है। वो बात अलग है कि लैपटॉप पढ़ाई के लिए ज्यादा पावरफुल और वर्सेटाइल माने जाते हैं, क्योंकि इसमें प्रोजेक्ट बनाने में आसानी होती है, और भारी सॉफ्टवेयर भी स्मूदली चलते हैं जिससे कोडिंग या वीडियो एडिटिंग भी की जा सकती है। वहीं लैपटॉप में फुल-साइज कीबोर्ड होता है, जो टाइपिंग को आसान बनाता है। साथ ही, लैपटॉप की बड़ी स्टोरेज कैपेसिटी और तेज प्रोसेसिंग स्पीड इसे मल्टीटास्किंग बनाते हैं। दूसरी तरफ, टैबलेट हल्का और पोर्टेबल होता है, जो पढ़ाई के नोट्स बनाने, ऑनलाइन क्लास अटेंड करने और ई-बुक्स पढ़ने के लिए परफेक्ट है। इसका टचस्क्रीन इंटरफेस इसे यूजर फ्रेंडली बनाता है। साथ ही, कुछ टैबलेट्स के साथ आपको पेन भी मिलता है जो कि आर्ट या डिजाइनिंग जैसे क्रिएटिव कामों के लिए भी बढ़िया है। मगर टैबलेट की स्टोरेज और प्रोसेसिंग पावर सीमित होती है, जो इसे लैपटॉप के मुकाबले कम पावरफुल बनाते हैं।
स्टूडेंट लैपटॉप के विकल्प और खासियत
कोडिंग, प्रोग्रामिंग या फिर बेसिक कॉलेज वर्क के लिए छात्र यहां दिए गए जाने-माने ब्रांड एचपी, एसस, एसर, डेल और लेनोवो के लैपटॉप्स को चुन सकते हैं। ये सभी लैपटॉप्स हाई एंड प्रोसेसर के साथ आते हैं, जिससे आप एक साथ कई टैब्स खोलकर काम कर सकेंगे। साथ ही इन लैपटॉप्स में एडवांस्ड ग्राफिक्स प्रोसेसर यानी GPU भी दिए गए हैं जिससे आपको लैग फ्री और स्मूद यूजर एक्सीपिरियंस मिलेगा। इनमें स्टोरेज भी आपको 16GB तक की मिल जाएगी, जिससे आप कई सारी फाइल्स, मूवीज और म्यूजिक भी डाउनलोड कर सकेंगे। रैम बढ़िया होने की वजह से हैवी सॉफ्टवेयर भी आसानी से इन लैपटॉप्स में चल जाते हैं। आइए इनकी खूबियों के साथ-साथ खामियों पर भी नजर डालते हैं।