image

Hindu Tithi Panchang october 2024: इस माह होने वाली है त्‍योहारों की बारिश, जानें तिथि और शुभ मुहूर्त

अक्‍टूबर 2024 एक धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण महीना है। इस महीने के दौरान विभिन्न धार्मिक त्योहार और व्रत हैं, जिनकी तिथियां और शुभ मुहूर्त जानने के लिए लेख पढ़ें। 
Editorial
Updated:- 2024-09-20, 20:37 IST

अक्‍टूबर 2024 में हिंदू कैलेंडर के अनुसार कई प्रमुख तीज-त्योहार मनाए जाएंगे। इस महीने नवरात्रि से लेकर धनतेरस तक धार्मिक आयोजनों की भरमार होगी। यह समय भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है, जिसमें देवी पूजा, गरबा, और दीपावली जैसे उत्सव शामिल हैं। इन त्योहारों की तिथियों और शुभ मुहूर्त का ध्यान रखते हुए लोग श्रद्धा से पूजा-अर्चना करेंगे। आइए, इस माह के महत्वपूर्ण त्योहारों के बारे में विस्तार से जानें और उनकी महत्ता को समझें।

अक्‍टूबर के तीज-त्‍योहार की लिस्‍ट

  • 2 अक्टूबर, बुधवार - अश्विन अमावस्या
  • 3 अक्टूबर, गुरुवार- शरद नवरात्रि, घटस्थापना
  • 10 अक्टूबर, गुरुवार- नवपत्रिका पूजा
  • 11 अक्टूबर, शुक्रवार- दुर्गा महा नवमी , दुर्गा महा अष्टमी
  • 12 अक्टूबर, शनिवार- दशहरा
  • 13 अक्टूबर, रविवार- दुर्गा विसर्जन
  • 14 अक्टूबर, सोमवार-पापांकुशा एकादशी
  • 20 अक्टूबर, रविवार- करवा चौथ
  • 28 अक्टूबर, सोमवार- रमा एकादशी
  • 29 अक्टूबर, मंगलवार- धनतेरस
  • 31 अक्टूबर, गुरुवार-नरक चतुर्दशी

2 अक्टूबर, बुधवार - अश्विन अमावस्या

अश्विन अमावस्या के दिन आप उन लोगों का श्रद्ध करते हैं, जिनकी तिथि आपको नहीं पता होती है। इस दिन आप पितरों को तर्पण देने के साथ ही, उनका श्राद्ध, पिंडदान और उनके नाम पर लोगों को दान कर सकती हैं।

शुभ मुहूर्त- 01 अक्टूबर, 2024 को रात 9 बजकर 39 मिनट पर अश्विन अमावस्या शुरू होगी और इसका समापन 3 अक्टूबर, 2024 को रात्रि 12 बजकर 18 मिनट पर होगा।

October 2024 vrat and festivals

3 अक्टूबर, गुरुवार- शारदीय नवरात्रि, घटस्थापना

यह विडियो भी देखें

More For You

शारदीय नवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो मां दुर्गा की उपासना के लिए मनाया जाता है। यह पर्व हर साल आश्विन महीने की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि से शुरू होता है और नवमी तक चलता है। इस दौरान भक्तगण माता के नौ रूपों की पूजा करते हैं। शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा 9 दिन के लिए अपने मायके आती हैं और नवमी के दिन धूम-धाम से उनकी विदाई होती है।

शुभ मुहूर्त- 3 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 19 मिनट से लेकर 7 बजकर 23 मिनट पर आप घट स्‍थापना कर सकती हैं। इसके बाद घटस्‍थापना अभिजित मुहूर्त पर 11 बजकर 52 मिनट से लेकर 12 बजकर 40 मिनट पर हो सकती है।

11 अक्टूबर, शुक्रवार- दुर्गा महा नवमी , दुर्गा महा अष्टमी

इस बार अष्‍टमी और नवमी दोनों साथ में ही पड़ेंगी। इस दिन घर में आप हवन पूजन और कन्‍या भोज करके देवी को प्रसन्‍न कर सकती हैं। यह दिन बहुत शुभ होता है। इस दिन आप कन्‍याओं को जरूरत की वस्‍तुओं का दान करके भी पुण्‍य कमा सकती हूं।

12 अक्टूबर, शनिवार- दशहरा

दशहरा, जिसे विजयादशमी भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह मुख्य रूप से रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के वध का प्रतीक है। इस दिन भगवान राम ने रावण पर विजय प्राप्त की थी, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

शुभ मुहूर्त- 12 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 25 मिनट से 13 अक्टूबर को सुबह 4 बजकर 27 मिनट तक रहेगा।

14 अक्टूबर, सोमवार-पापांकुशा एकादशी

पापांकुशा एकादशी का पर्व हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इसे कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इस एकादशी को 'पापांकुशा' कहा जाता है क्योंकि यह पापों को समाप्त करने वाली मानी जाती है। इस दिन व्रति रखने से व्यक्ति के सभी पापों का क्षय होता है। इस दिन व्रत करने से मोक्ष की प्राप्ति का भी विश्वास है। श्रद्धालु इसे स्वर्ग की प्राप्ति का एक साधन मानते हैं।

शुभ मुहूर्त- दोपहर 1 बजकर 16 मिनट से 3 बजकर 34 मिनट के बीच आप पूजा कर सकती हैं।

20 अक्टूबर, रविवार- करवा चौथ

करवा चौथ एक प्रमुख हिंदू त्योहार है, जो विशेष रूप से विवाहित महिलाएं अपने पतियों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए मनाती हैं। यह त्योहार कार्तिक मास की चौथी तिथि को आता है। इस दिन महिलाएं उपवास रखकर अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं, जो उनके रिश्ते की गहराई को दर्शाता है।

28 अक्टूबर, सोमवार- रमा एकादशी

रमा एकादशी का महत्व हिंदू धर्म में विशेष है। यह एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित है और इसे "रमा एकादशी" या "दीवाली एकादशी" भी कहा जाता है। इस दिन का विशेष महत्व इस बात से है कि इसे लक्ष्मी जी की उपासना का दिन माना जाता है।

शुभ मुहूर्त- 27 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 23 मिनट पर शुरू होकर 28 अक्टूबर को सुबह 7 बजकर 50 मिनट तक रहेगी।

Panchang October 2024

29 अक्टूबर, मंगलवार- धनतेरस

धनतेरस भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो दीपावली महापर्व का प्रारंभ करता है। इसे "धन त्रयोदशी" भी कहा जाता है और इस दिन का विशेष महत्व है। इस दिन माता लक्ष्मी और धन्वंतरि (आयुर्वेद के देवता) की पूजा की जाती है। लोग नए बर्तन, सोना, चांदी आदि खरीदकर अपने घर में समृद्धि लाने का प्रयास करते हैं।
शुभ मुहूर्त- पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 30 मिनट से शुरू होकर रात 8 बजकर 12 बजे तक रहेगा।

31 अक्टूबर, गुरुवार-नरक चतुर्दशी

नरक चतुर्दशी, जिसे काली चौदस या रूप चौदस भी कहा जाता है, दीपावली महापर्व का एक महत्वपूर्ण दिन है। यह दिन कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। इस दिन का विशेष महत्व है और इसे नरक से मुक्ति का दिन माना जाता है।
शुभ मुहूर्त- सुबह 5 बजकर 20 मिनट से लेकर 6 बजकर 32 मिनट तक रहेगा।

इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। 

इसे जरूर पढ़ें- Phulkari Saree Designs:भीड़ से दिखना है सबसे अलग, तो पहने फुलकारी साड़ी, देखें तस्‍वीरें

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।

;