aaj ka choghadiya 22 july 2025

Aaj Ka Choghadiya 22 July 2025: चप्पल घिस गई है कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाते हुए तो आज भौम प्रदोष व्रत के दिन इस चौघड़िया मुहूर्त में करें अपना काम, फटाफट निपट जाएगा मामला

आज का दिन कई शुभ योगों से युक्त है। इसी कड़ी में भौम प्रदोष व्रत के दिन चौघड़िया मुहूर्त में कुछ ऐसे विशेष संयोग बन रहे हैं जिनमें अगर आप आपना कोर्ट-कचहरी से जुड़ा काम करते हैं तो आपको लाभ अवश्य मिलेगा।   
Editorial
Updated:- 2025-07-22, 07:01 IST

22 जुलाई 2025, मंगलवार का दिन श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि के साथ शुरू होगा, जो सुबह लगभग 7 बजकर 6 मिनट तक रहेगी जिसके बाद त्रयोदशी तिथि लग जाएगी। यह दिन भौम प्रदोष व्रत के रूप में भी मनाया जाएगा जो भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष लाभकारी होता है खासकर जब यह मंगलवार को पड़ता है। इस दिन मृगशिरा नक्षत्र शाम 7 बजकर 24 मिनट तक रहेगा, जिसके बाद आर्द्रा नक्षत्र आरंभ हो जाएगा। पंचांग के अनुसार, आज का दिन कई शुभ योगों से युक्त है जिसमें द्विपुष्कर योग भी शामिल है जिसमें किए गए कार्य का फल दोगुना मिलता है। इसी कड़ी में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि भौम प्रदोष व्रत के दिन चौघड़िया मुहूर्त में कुछ ऐसे विशेष संयोग बन रहे हैं जिनमें अगर आप आपना कोर्ट-कचहरी से जुड़ा काम करते हैं तो आपको लाभ अवश्य मिलेगा।  

 

 

आज का चौघड़िया मुहूर्त 22 जुलाई 2025 (सूर्योदय से सूर्यास्त तक) 

मुहूर्त का नाम  मुहूर्त का समय
 रोग  सुबह 05:36 बजे से सुबह 07:17 बजे तक
 उद्वेग   सुबह 07:17 बजे से सुबह 08:58 बजे तक
 शुभ    सुबह 08:58 बजे से सुबह 10:39 बजे तक
 अमृत   सुबह 10:39 बजे से दोपहर 12:20 बजे तक

aaj ka chaughadiya muhurat 22 july 2025

मुहूर्त के अनुसार क्या करें?

रोग: यह मुहूर्त बीमारियों, झगड़ों और परेशानी से जुड़ा होता है। इस समय में कोई भी महत्वपूर्ण या शुभ कार्य शुरू करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह बाधाएं ला सकता है।

उद्वेग: यह मुहूर्त भी अशुभ माना जाता है। इसका संबंध चिंता, बेचैनी और तनाव से होता है। इस दौरान यात्रा, नए काम की शुरुआत या महत्वपूर्ण बातचीत से बचना चाहिए।

शुभ: जैसा कि नाम से स्पष्ट है, यह मुहूर्त शुभ कार्यों के लिए उत्तम होता है। इसमें विवाह, धार्मिक अनुष्ठान, नए व्यवसाय की शुरुआत या कोई भी मांगलिक कार्य करना फलदायी होता है।

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अमृत: यह मुहूर्त सभी प्रकार के शुभ कार्यों के लिए सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। अमृत का अर्थ है अमरता, इसलिए इस समय में किए गए कार्य लंबे समय तक सफल रहते हैं। यह व्यापार, शिक्षा, भवन निर्माण आदि के लिए उत्तम है।

22 जुलाई 2025 दिन के अन्य चौघड़िया मुहूर्त

काल (दोपहर 12:20 बजे से दोपहर 02:01 बजे तक): यह मुहूर्त नकारात्मक माना जाता है। यह दुख, हानि और संघर्ष से जुड़ा होता है। इस दौरान किसी भी नए काम की शुरुआत, यात्रा या महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचना चाहिए।

शुभ (दोपहर 02:01 बजे से दोपहर 03:42 बजे तक): यह दूसरा शुभ चौघड़िया है। इस दौरान आप उन कार्यों को कर सकते हैं जिनके लिए आप सफलता और अच्छा परिणाम चाहते हैं, जैसे खरीद-फरोख्त, समझौता आदि।

रोग (दोपहर 03:42 बजे से शाम 05:23 बजे तक): दिन का यह अंतिम रोग चौघड़िया भी अशुभ है। इस समय में किसी भी नए या महत्वपूर्ण कार्य को शुरू करने से बचना चाहिए।

चर (शाम 05:23 बजे से शाम 07:17 बजे तक): चर मुहूर्त सामान्य होता है। यह उन कार्यों के लिए अच्छा है जिनमें गतिशीलता या यात्रा शामिल हो। इस दौरान किए गए कार्य मध्यम फल देते हैं।

आज रात का चौघड़िया मुहूर्त 22 जुलाई 2025 (सूर्यास्त से अगले सूर्योदय तक)

मुहूर्त का नाम मुहूर्त का समय
 लाभ  शाम 07:17 बजे से रात 08:58 बजे तक
 उद्वेग  रात 08:58 बजे से रात 10:39 बजे तक
 शुभ   रात 10:39 बजे से रात 12:20 बजे तक
 अमृत  रात 12:20 बजे से देर रात 02:01 बजे तक

aaj ka chaughadiya 22 july 2025

मुहूर्त के अनुसार क्या करें?

लाभ: यह मुहूर्त धन लाभ, व्यापार और किसी भी प्रकार के लाभ से जुड़ा होता है। इस दौरान व्यावसायिक सौदे करना या निवेश करना शुभ हो सकता है।

उद्वेग: यह रात्रि का उद्वेग चौघड़िया है, जो चिंता और तनाव से जुड़ा होता है। इस समय में महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचना चाहिए।

शुभ: रात्रि का यह शुभ चौघड़िया धार्मिक कार्यों, पूजा-पाठ और आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए उत्तम है।

अमृत: यह रात्रि का सबसे शुभ मुहूर्त है। इसमें ध्यान, साधना या किसी भी पवित्र कार्य को करने से विशेष फल मिलता है।

22 जुलाई 2025 रात के अन्य चौघड़िया मुहूर्त  

चर (देर रात 02:01 बजे से देर रात 03:42 बजे तक): रात्रि का यह चर मुहूर्त यात्रा या उन कार्यों के लिए अच्छा है जिनमें गतिशीलता हो।

रोग (देर रात 03:42 बजे से सुबह 05:23 बजे तक): यह रात्रि का रोग चौघड़िया है, जिसमें रोगों या बाधाओं का डर होता है। इस समय में शुभ कार्य शुरू करने से बचना चाहिए।

काल (सुबह 05:23 बजे से सुबह 05:36 बजे तक): यह रात्रि का अंतिम काल चौघड़िया है, जो अगले दिन के सूर्योदय तक रहता है। यह समय भी अशुभ माना जाता है।

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image credit: herzindagi 

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