क्या आप जानते हैं कैसे बनती है सूजी?


Shadma Muskan
2023-02-24,19:27 IST
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    सूजी में कोलेस्ट्रॉल और फैट थोड़ा भी नहीं होता है और इसे खाने के भी बहुत फायदे हैं, लेकिन क्या आपको पता है सूजी कितनी तरह की होती हैं और इसे कैसे बनाया जाता है। अगर नहीं, तो आज आपको इस लेख में इन सवालों के जवाब मिलने वाला है।

क्या है सूजी?

    सूजी को अंग्रेजी में Semolina कहा जाता है और कई लोग इसे रवा के नाम से भी जानते हैं। यह सूजी पीले रंग की होती है। इस सूजी को गेहूं से बनाया जाता है। इसे बनाने से पहले गेहूं को अच्छी तरह साफ किया जाता है और फिर गेहूं को छोटे-छोटे टुकड़ों में पीसा जाता है। इन्हीं टुकड़ों को सूजी कहा जाता है।

कैसे बनाई जाती है सूजी?

  • गेहूं को अच्छी तरह धोकर सुखाया जाता है।
  • फिर ऊपरी परत को निकालकर मील पर पीसा जाता है।
  • पिसाई में गेहूं छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट जाता है।
  • इन्हीं टुकड़ों को सूजी कहा जाता है।

कितनी तरह की होती है सूजी?

    भारत में सूजी को कई नामों से जाना जाता है लेकिन क्या आपको पता है कि भारत में सूजी की कई किस्में पाई जाती हैं, जिसे लोग अपनी ज़रूरत के हिसाब से इस्तेमाल करते हैं। तो चलिए जानते हैं सूजी कितनी तरह की होती है।

सूजी रवा

    भारत में मिलने वाली यह आम सूजी है। इसे भारत के कुछ राज्यों में बॉम्बे रवा के नाम से भी जाना जाता है। इसे बनाने के लिए ड्यूरम व्हीट का उपयोग किया जाता है। यह मोटी और पतली दोनों तरह की होती है।

लापसी रवा

    लापसी रवा टूटे हुए गेहूं के बड़े टुकड़ों को कहा जाता है और यह थोड़ी मोटी होती है। आमतौर पर टूटे हुए गेहूं का इस्तेमाल उपमा, लापसी, दलिया आदि को बनाने के लिए किया जाता है। इसे ब्रोकन व्हीट को हिंदी में दलिया के नाम से भी जाना जाता है।

बांसी रवा

    बांसी रवा को गेहूं की एक अलग किस्म से तैयार किया जाता है। यह सामान्य सूजी की तुलना में थोड़े भूरे रंग की होती है। साथ ही, यह बनावट में थोड़ी मोटी होती है। बहुत-से स्थानीय लोग इसे चिरोती रवा भी कहते हैं। यह सूजी दक्षिण भारतीय घरों में काफी लोकप्रिय है।

चावल रवा

    यह सूजी चावल से बनाई जाती है, जिसे चावल के छोटे-छोटे टुकड़ों से तैयार किया जाता है। साथ ही, इसे घर पर भी आसानी से बनाया जा सकता है। इसका स्वाद अन्य सूजी के मुकाबले थोड़ा अलग होता है।

सूजी के फायदे

    सूजी में कैल्शियम की मात्रा भरपूर मात्रा पाई जाती है। एक रिसर्च के अनुसार 100 ग्राम अप्रकाशित सूजी के आटे में 17 मिलीग्राम कैल्शियम होता है।

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