सावन में शिव जी का खास महत्व होता है। भगवान शिव शरीर पर कुछ वस्तुएं धारण करते हैं जैसे गले में सर्प, हाथ में त्रिशूल और डमरू आदि। इन सभी को धारण करने के पीछे एक खास कारण होता है। आइए, आज हम ये जानते हैं कि आखिर डमरू का महत्व और घर में रखने के क्या लाभ हैं -
पॉजिटिव एनर्जी के लिए
घर में शिव स्तुति के समय डमरू बजाने से घर में कभी अमंगल नहीं होता और नकारात्मक ऊर्जा भी प्रवेश नहीं करती है। इससे पॉजिटिव एनर्जी बढ़ती है।
बच्चों के लिए
माना जाता है कि बच्चों के कमरे में डमरू रखने से उन पर नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता और न ही किसी में बाधा उत्पन्न होती है।
बीमारियों के लिए
शिव जी के डमरू चमत्कारी मंत्रों का उच्चारण होता है। इसकी ध्वनि से बीमारियों से लड़ने की ताकत मिलती है।
तनाव के लिए
शिव जी के डमरू की ध्वनि इतनी शक्तिशाली होती है कि तनाव को कम करने के साथ-साथ ये मन को भी शांत करती है।
डमरू का महत्व
माना जाता है कि सृष्टि की रचना के समय विद्या और संगीत की देवी सरस्वती अवतरित हुईं थी, तो उनकी वाणी से निकलने वाली ध्वनि सुर और संगीत रहित थी।
शिव जी का डमरू
शास्त्रों के अनुसार, जब शिव जी ने 14 बार डमरू और तांडव नृत्य किया तो संगीत की उत्पत्ति हुई और तभी से डमरू को संगीत का प्रवर्तक माना जाने लगा।
डमरू का रहस्य
डमरू बजाने पर अ, उ और म यानि ॐ की ध्वनि निकलती हैं। इसके साथ ही यह आवाज हमारे मन से भी निकलती है।
आप भी घर में डमरू रखकर इन चमत्कारी लाभ को पा सकते हैं। स्टोरी अच्छी लगी हो तो लाइक और शेयर करें। इससे जुड़ी अन्य जानकारी के लिए यहां क्लिक करें herzindagi.com।