वक्त से साथ कितना कुछ बदल जाता है। एक समय था जब हमारे पास जीवन जीने के साधन बहुत कम थे। हम अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए मशीन की बजाय प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करते थे जैसे- मिट्टी का चूल्हा, मिट्टी का कुआं, सिल-बट्टा आदि। कितना मजा आता था ना.....भले ही मशीन ने हमारे काम को कितना भी आसान बना दिया हो, लेकिन इन चीजों को इस्तेमाल करने का अलग ही मजा था।
सबसे ज्यादा मज़ा कुएं से पानी निकालने में आता था...हालांकि अब तो कुएं बहुत ही कम देखने को मिलते हैं....खैर। मगर क्या आपने कभी इस बात पर ध्यान दिया है कि कुआं ऊपर से गोल ही क्यों होता? कुआं चौकोर या किसी और शेप में क्यों नहीं बनाया जाता? कभी आपने सोचने की कोशिश की तो बस सोच क्यों न ये फैक्ट आपके साथ भी साझा किया जाए...। तो देर किस बात की आइए जानते हैं इससे जुड़े रोचक तथ्यों के बारे में।
कुआं गोल क्यों होता है?
कुएं के गोल आकार के पीछे साइंस है। कहा जाता है कि अगर कुआं चकोर बनाया जाता है, तो उसकी उम्र लम्बी नहीं होती। ऐसा इसलिए क्योंकि जब हम कोई तरल पदार्थ स्टोर करते हैं, तो वो वही आकार ले लेता है जिसमें वो स्टोर किया जाता है। (रोजाना दिखने वाली चीजों से जुड़ी रोचक बातें)
अगर कुएं का शेप चाकोर होगा तो साइड में पानी का प्रेशर बनेगा, जिसकी वजह से कोने कमजोर हो जाते हैं। वहीं, गोल आकार के कुएं में प्रेशर समान रूप से बनेगा और कुआं मजबूत रहेगा।
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कुएं कितने प्रकार के होते हैं?
आपको जानकर हैरानी होगी कि कुएं एक नहीं बल्कि तीन प्रकार के होते हैं। एक खोदे गए, दूसरे चलाए गए और ड्रिल किए गए। हालांकि, आजकल ड्रिल कुएं ही पाए जाते हैं, जिसका उपयोग करना बहुत ही आसान भी है।
कुएं के अंदर पानी कैसे आता है?
यह तो हम सभी जान ही गए हैं कि कुएं का शेप गोल क्यों होता है। आइए अब जानते हैं कि मिट्टी के नीचे जो पत्थर, रेत, कंकड़ आदि होते हैं, जिनके बीच में जगह होती है और यह दरारों में से रिसकर पानी नीचे जाता रहता है। रिस कर नीचे आया हुआ पानी ही हमें कुएं में मिलता है।
पीने के पानी के लिए कुआं कितना गहरा होना चाहिए?
कहा जाता है कि कुएं की गहराई कम से कम 100 फीट होनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि पानी को ग्राउंड फिल्ट्रेशन की अनुमति 100 फीट नीचे आने के बाद ही मिलती है। इसलिए आप कुएं की जितनी गहराई तक ड्रिल करेंगे इसमें खनिज होने की संभावना उतनी ही अधिक बढ़ जाएगी। (नींद से जुड़े ये दिलचस्प फैक्ट्स नहीं जानते होंगे आप)
कुआं कितने समय तक रहता है?
वैसे तो कुएं की उम्र इसके रखरखाव पर निर्भर करती है, लेकिन कहा जाता है कि एक कुएं की औसत उम्र लगभग 30-50 साल की होती है। हालांकि, कुएं की लाइफ बढ़ाने के लिए कई तरह की तकनीक अपनाई जाती हैं। समय-समय पर इसकी मरम्मत करती रहनी चाहिए।
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कुआं कैसे भरता है?
कुआं को इतना गहरा खोदा जाता है कि यह पानी की मेज के नीचे घुस जाता है और खुद ही भरता रहता है। पुराने कुओं में पानी निकालने के लिए रस्सियों का इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन पंपों का उपयोग किया जाने लगा है।
अगर आपको कुएं से जुड़े कोई और तथ्यों के बारे में मालूम है तो हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।
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