Mindset VS Reality: आखिर क्यों उड़ाया जाता है महिलाओं की ड्राइविंग स्किल्स का मजाक?

आज महिलाएं बड़ी-बड़ी कंपनी संभाल रही हैं लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि महिला गाड़ी का स्टेरिंग नहीं संभाल सकती हैं। आज हम यही जानने की कोशिश करेंगे कि क्या यह सिर्फ एक सोच है या रिएलिटी। 

Geetu Katyal
joke on women driving skills

एक महिला हर वो काम कर सकती है जो वो करना चाहे। पर ना जाने फिर भी क्यों कुछ लोगों के लिए इस बात पर यकीन करना मुश्किल हो जाता है और वो अक्सर महिलाओं को अलग-अलग विषयों पर घेरते नजर आते हैं। अब आप ड्राइविंग विषय को ही देख लिजिए। कई लोगों का मानना है कि महिलाएं हमेशा गलत ड्राइविंग करती हैं। चलिए समझते हैं कि ऐसा सच में है या ये केवल एक ख्याली बात है।

बचपन से यही सुनते आते हैं हम

दरअसल बड़े होकर कोई अचानक यह राग नहीं गाता है कि महिलाएं ड्राइविंग नहीं कर सकती हैं। बचपन से ही हमारे कानों में इस तरह की बातें सुनाई पड़नी शुरू हो जाती है। एक तरफ लड़कों को खेलने के लिए बड़े-बड़े टैंकर और गाड़ियां दिलाई जाती हैं, वहीं दूसरी तरफ छोटी बच्चियों को खेलने के लिए किचन सेट मिलता है। कम उम्र से इसी तरह की घटनाओं को देखने के बाद बड़े होते-होते सभी को यही लगने लग जाता है कि महिलाएं ड्राइविंग नहीं कर सकती हैं।

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ड्राइविंग स्किल्स पर जोक बनाना कितना है सही?

bad jokes on women driving skills

अगर आप कभी गूगल पर जोक सर्च करेंगे या लोगों से सुनेंगे तो महिलाओं के ड्राइविंग की जमकर धज्जियां उड़ाई जाती हैं। कई जोक में तो महिलाओं को पैर से स्कूटी रोकने वाला बताया जाता है तो किसी में गलत पार्क करने वाला। यही कारण है कि आज भी जब एक महिला बुलेट पर दिखती हैं तो लोगों के लिए इस बात को पचाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।

लोगों के मन में महिलाओं की ड्राइविंग से जुड़ी क्या विचारधारा होती है पढ़ें:

women drivers can drive good

  • गाड़ी अगर रोंग साइड पर है तो ड्राइवर महिला होगी
  • महिलाओं को ड्राइविंग के नियम नहीं पता होते
  • महिलाएं स्कूटी चलाती ही अच्छी लगती हैं
  • बाइक या बुलेट चलाना लड़कियों को शोभा नहीं देता
  • और ना जाने क्या-क्या

कितनी सही है यह मानसिकता?

women driving skills

आज देश की बेटियां बड़े-बड़े विमान उड़ा रही हैं। हर साल ढेर सारी महिलाएं पायलट बनती हैं। शहरों की दौड़ती सड़कों पर लाखों महिलाएं गाड़ी से आवागमन करती हैं। यह सब साफ कर देता है कि यह सिर्फ एक मानसिकता है। एयर इंडिया के मुताबिक उसके कुल पायलट में से 15% महिलाएं हैं। हैदराबाद मेट्रो रेल में 80 महिला लोको पायलट हैं जो खुद के साथ-साथ यात्रियों की भी जिम्मेदारी का ध्यान रखती हैं। यह सब साफ कर देता है कि महिलाएं स्टेरिंग नहीं संभाल सकती हैं यह सिर्फ एकस्टीरियोटाइप है।

किसी से भी हो सकती है भूल

गाड़ी चलाते वक्त शायद ही कोई चाहे कि उसका एक्सीडेंट हो जाए या वो गलत जगह गाड़ी पार्क कर दे लेकिन, बावजूद इसके इस तरह की घटनाओं के बारे में हम सुनते हैं। परंतु किसी लिंग विशेष से इस तरह की घटनाओं को जोड़ना सरासर गलत है।

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