किसी भी पैरेंट के लिए घर का सबसे खास हिस्सा होता है बच्चों का कमरा। वह बच्चे के बेडरूम को एक बेहद ही खास तरह से डिजाइन करना चाहते हैं और इसलिए वॉल कलर से लेकर फर्नीचर तक हर छोटी-छोटी डिटेल पर ध्यान देते हैं। इसी क्रम में वह बेडशीट से लेकर कालीन या परदों को भी बिल्कुल नजरअंदाज नहीं करते। हो सकता है कि आप बेडशीट के कलर, डिजाइन या पैटर्न पर ही ध्यान देते हों।
लेकिन यहां आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि यह चीजें कहीं ना कहीं आपके बच्चे से जुड़ी हैं और इसलिए आपको कुछ ऐसा करना चाहिए जिससे यह सभी चीजें उनके जीवन में सकारात्मकता लेकर आए। आपको शायद पता ना हो, लेकिन इन चीजों का भी अपना एक वास्तु विज्ञान होता है। इसलिए, अगर बच्चों के कमरे में बेडशीट या कालीन बिछा रहे हैं तो आपको वास्तु के इन नियमों का ख्याल रखना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में वास्तुशास्त्री डॉ. आनंद भारद्वाज आपको कुछ ऐसे ही नियमों के बारे में बता रहे हैं-
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कलर का रखें ध्यान
जब भी आप बच्चों के कमरे में बेडशीट या कालीन आदि बिछा रही हैं तो कलर का खास रूप से ध्यान रखें। उनके कमरे में आपको वाइब्रेंट कलर्स का इस्तेमाल करना चाहिए। इसका सकारात्मक प्रभाव बच्चों के मूड पर पड़ता है। कभी भी बच्चों के कमरे में डल कलर का इस्तेमाल ना करें। इसके अलावा, बच्चों के कमरे में किसी भी रूप में ब्लैक कलर का इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए। बच्चों के विकास के लिए हल्का हरा, हल्का नीला कलर परदों व बेडशीट में इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं बेटी के कमरे में आप पर्पल, पिंक, कलर का इस्तेमाल करने पर विचार करें।
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लाइनिंग वाले परदों का करें इस्तेमाल
जब आप बच्चों के कमरे के लिए परदे सलेक्ट कर रही हैं, तो कोशिश करें कि आप उनके कमरे में लाइनिंग वाले परदों का इस्तेमाल करें। इसका अर्थ यह है कि पीछे एक हल्का परदा हो और उसके आगे आप हैवी परदा लगाएं। इससे यह फायदा होता है कि जब बच्चों को हल्की लाइट की जरूरत होती है तो उन्हें पूरी खिड़की खोलने की आवश्यकता नहीं होती है। बस वह हैवी परदे को हटाएंगे, तो शीयर परदे से धीमी-धीमी लाइट आती रहेगी।
बेडशीट का डिजाइन
बच्चों के कमरे के लिए मार्केट में तरह-तरह की बेडशीट मिलती हैं, जिन पर बेहद ही अट्रैक्टिव डिजाइन बने हुए होते हैं। ऐसे में अगर आप बच्चों के लिए बेडशीट का डिजाइन सलेक्ट कर रहे हैं, तो कुछ खास तरह के डिजाइन से दूर रहें। मसलन, सांप-सीढ़ी, जंगली पशु जैसे शेर या हाथी का डिजाइन बच्चों के कमरे के लिए ना चुनें। आप इसकी जगह पालतू पशु की आकृति ले सकते हैं। वहीं, इसके अलावा फूलों या ज्योमेट्रिकल डिजाइन की बेडशीट भी बच्चों के कमरे के लिए उचित मानी जाती है।
कारपेट का डिजाइन
बेडशीट की तरह ही कारपेट के डिजाइन में भी किसी डरावनी या हिंसक पशु के डिजाइन को इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। बच्चों के कमरे के लिए बेज़ कलर, लाइट येलो या लाइट ब्राउन कलर के कारपेट का इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, इस बात का ध्यान रखें कि कालीन पर समय-समय पर डस्टिंग करते रहना या वैक्यूम का इस्तेमाल करना आवश्यक होता है। अन्यथा कारपेट पर डस्ट जमा हो जाती है और ऐसे में बच्चों के बीमार होने का खतरा काफी बढ़ जाता है।
तो अब जब भी आप बच्चे के कमरे में बेडशीट या कालीन बिछाएं तो वास्तु के इन टिप्स का भी ध्यान रखें। इससे बच्चों के जीवन में सकारात्मकता आएगी।
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Image Credit- freepik, pexels
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