जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते हैं, उनके स्वभाव में भी परिवर्तन होता है। छोटी सी उम्र में बच्चा केवल अपने माता-पिता व परिवार तक ही सीमित होता है। लेकिन जब वह घर से बाहर निकलता है और अपना खुद का एक ग्रुप बनाता है तो वह कहीं ना कहीं Peer Pressure को महसूस करता है। हर बच्चे ने किसी ना किसी उम्र में इसे अवश्य महसूस किया है। इस उम्र में बच्चे को ग्रुप में अपनी एक पहचान और पॉपुलैरिटी चाहिए होती है और ऐसे में वह कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं।
हालांकि, यहां यह भी समझना आवश्यक है कि पीयर प्रेशर बच्चे पर नकारात्मक व सकारात्मक दोनों ही तरीकों से काम करता है। बस जरूरत इस बात की होती है कि बच्चा पीयर प्रेशर को किस तरह से हैंडल करता है। हो सकता है कि आपका बच्चा भी इन दिनों ऐसी ही किसी स्थिति से गुजर रहा हो। तो उसकी मदद करने के लिए आप इन तरीकों को अपना सकती हैं-
समझाएं दोस्ती के बारे में
बच्चे को पीयर प्रेशर हैंडल करने में मदद करने का सबसे आसान व प्रभावी तरीका है कि आप उसे सच्ची दोस्ती का अर्थ समझाएं। अगर आपके बच्चे का दोस्त उसे कुछ खतरनाक या गलत काम करने के लिए उस पर दबाव बना रहा है या फिर ग्रुप में बच्चे का सिर्फ इस्तेमाल किया जा रहा है, तो वह उसका दोस्त नहीं हो सकता। (प्रेशर ऐसे करें हैंडल)
आप कुछ उदाहरण देकर उसे यह बात समझा सकती हैं। जब बच्चा इस बात को समझने में सक्षम हो जाएगा, तो वह सही बच्चों से दोस्ती करेगा और फिर उस ग्रुप में उसे किसी तरह के प्रेशर का सामना नहीं करना पड़ेगा।
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पॉजिटिव तरीके से लेना सिखाएं Peer Pressure
अगर बच्चा ग्रुप में खुद को प्रेशर में महसूस कर रहा है, तो ऐसे में आप उसकी मदद से करें और उसे इस दबाव को सकारात्मक तरीके से लेने में मदद करें। हो सकता है कि दोस्तों के बीच आपके बच्चे को वैल्यू ना मिलती हो। लेकिन ऐसे में आप उसे गलत चीजें करने से रोकें। बल्कि उसे यह समझाएं कि वह कुछ ऐसा करे, जिससे सिर्फ ग्रुप में ही नहीं, बल्कि पूरे स्कूल के बच्चे उससे बात करना व दोस्ती करना पसंद करें। वह किसी अतिरिक्त एक्टिविटी के जरिए पूरे स्कूल में फेमस हो सकता है और फिर उसे वह पॉपुलैरिटी मिलेगी, जिसके बारे में शायद उसने सोचा भी नहीं होगा। इस तरह आप उसके मन की निराशा को एक उत्साह में बदल सकती हैं।
बन जाएं दोस्त
कई बार ऐसा भी होता है कि बच्चे घर में खुद को अकेला पाते हैं और इसलिए उनके लिए दोस्त बनाने आवश्यक हो जाते हैं। वह बस इस अकेलेपन को दूर करना चाहते हैं और इसलिए किसी से भी दोस्ती करने के लिए तैयार हो जाते हैं। लेकिन बाद में, ग्रुप में पीयर प्रेशर उन्हें नेगेटिविटी की तरफ लेकर जाता है। इसलिए, इस स्थिति से बचने के लिए आप हमेशा उनके दोस्त बनने का प्रयास करें। एक ऐसा दोस्त जिससे बच्चे अपने मन की हर अच्छी-बुरी बात आसानी से शेयर कर सकते हैं। (काम के चक्कर में बच्चे ना रह जाएं पीछे, मेरी तरह ऐसे करें दोनों को मैनेज)
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लें एक्सपर्ट की मदद
अगर आप यह नोटिस कर रहे हैं कि बच्चे के लिए पीयर प्रेशर हैंडल करना काफी मुश्किल हो रहा है और उसके व्यवहार में लगातार परिवर्तन हो रहा है। इसका अर्थ है कि पीयर प्रेशर आपके बच्चे मन-मस्तिष्क पर अपना प्रभाव छोड़ रहा है। ऐसे में आप उसकी मदद करने के लिए किसी एक्सपर्ट या चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट की मदद लें। वह आपके बच्चे के मन से इस दबाव को काफी हद तक दूर कर देंगे।
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तो अब इन टिप्स को अपनाकर बच्चे को पीयर प्रेशर हैंडल करना सिखाएं ताकि उस पर इसका नेगेटिव नहीं, बल्कि पॉजिटिव असर पड़े।
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Image Credit- freepik, pixabay
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