अमूमन घर में लोग कई तरह के पेट्स रखना पसंद करते हैं। हालांकि जरूरी नहीं है कि पालतू के रूप में आप बिल्ली या कुत्ता आदि रखें। कई महिलाओं को घर में एक्वेरियम रखना अच्छा लगता है। अपनी आंखों के सामने मछलियों को पानी में हरकतें करते देखना काफी अच्छा लगता है। इतना ही नहीं, अगर घर में एक्वेरियम रखा जाए तो इससे आपके घर की शोभा काफी बढ़ जाती है। हालांकि बहुत सी महिलाएं घर में एक्वेरियम रखना तो चाहती हैं, लेकिन उनके मन में तरह-तरह की शंकाएं होती हैं, और इसलिए उन्हें समझ नहीं आता कि वह घर में एक्वेरियम रखें या नहीं। इतना ही नहीं, अगर वह एक्वेरियम को घर में जगह दे रही हैं तो ऐसे में वह उनकी सही तरह से केयर किस तरह करें। हो सकता है कि आपके मन में भी एक्वेरियम से जुड़े कुछ मिथ्स हों। तो चलिए आज हम आपको इन मिथ्स और उनकी सच्चाई के बारे में बता रहे हैं-
फिश टैंक को मेंटेन करना काफी महंगा है
यह बिल्कुल असत्य है। वास्तव में एक्वेरियम जितना बड़ा होता है, इसे बनाए रखना उतना ही आसान होता है। फ्रेश वाटर फिश को मेंटेन करना काफी आसान होता है। ताजा पानी के टैंक में जो संभावित खर्चा आता है वह है, फिश फ़ूड, फिल्ट्रेशन और पर्याप्त प्रकाश। इन सभी में काफी कम खर्चा आता है।
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टैंक में पानी हर रोज बदलना पड़ता है
अमूमन महिलाएं मानती हैं कि अगर वह एक्वेरियम रखती हैं तो ऐसे में उन्हें टैंक के पानी को हर रोज बदलना चाहिए। हालांकि वास्तविकता यह है कि अगर आप अपने फिश टैंक का पानी हर दिन बदलती हैं तो इससे आपकी फिश मर सकती है। इतना ही नहीं, आपको अपने फिश टैंक के पानी को कभी भी पूरी तरह से नहीं बदलना चाहिए। बल्कि आपको हर सप्ताह केवल दस से बीस प्रतिशत पानी को ही बदलना चाहिए। आपको शायद पता ना हो लेकिन पानी में बैक्टीरिया मछली को जीवित रहने में मदद करता है और पानी को पूरी तरह से बदलना हानिकारक हो सकता है।
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प्रकृति को नुकसान पहुंचाना
कुछ महिलाएं सोचती हैं कि अगर वह अपने घर में एक्वेरियम रखती हैं तो इससे वह वास्तव में प्राकृतिक वातावरण को नष्ट कर रही हैं। जबकि ऐसा नहीं है। शॉप में बेचे जाने वाली मछलियाँ वहीं पर पैदा की जाती हैं। ये मछलियाँ प्राकृतिक परिवेश में जीवित नहीं रह सकती हैं और मछलियों को वापस झील या नदी में डाल देने से पारिस्थितिकी तंत्र ख़राब हो सकता है। ये मछली एक प्राकृतिक वातावरण में जीवित नहीं रह सकती हैं।
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अगर बिगनर हैं तो छोटे टैंक को ही चुनें
यह भी सच नहीं है। कुछ महिलाओं की यह सोच होती है कि अगर वह एक बिगनर है तो उन्हें साइज में छोटे एक्वेरियम का ही चयन करना चाहिए। जबकि अगर आप इसे एक हॉबी की तरह शुरू कर रही हैं तो ऐसे में आपको छोटे टैंक को नहीं चुनना चाहिए। छोटे टैंक को मेंटेन रखना बहुत मुश्किल है। वहीं, बिग टैंक को मेंटेन करना बहुत आसान है और इसमें मछलियों की मृत्यु दर भी कम होती है। फिश खासतौर से गोल्डफिश को फिश बाउल में रखना एक बैड आईडिया है। दरअसल, छोटे बाउल में मछली के पास घूमने के लिए बहुत कम जगह होती है और आसानी से मर सकती है।
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