हिंदुस्तान पर कई वर्षों तक कई वंश ने शासन किया है, जिनके बारे में यकीनन लोग जानते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि भारत में बसे हर राज्य अपनी अलग कहानी है, जहां पर न सिर्फ राजाओं ने शासन किया है बल्कि कई रानियां भी ऐसी रही हैं, जिन्होंने हिंदुस्तान को आजादी दिलाने के लिए पूर्ण योगदान दिया है। बंगाल भी कई मायनों में खास रहा है क्योंकि यहां कई ऐसी महिलाएं रही हैं, जिन्होंने कई सालों तक शासन किया है।
हालांकि, बंगाल की तमाम रानियां प्रेरणादायक शख्सियत हैं, जिन्होंने अपना भाग्य बनाने के लिए उन मानदंडों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। लेकिन इन रानियों में सबसे ऊपर नाम रानी रश्मोनी का आता है क्योंकि उनका नाम कोलकाता के प्रसिद्ध दक्षिणेश्वर काली मंदिर से जुड़ा हुआ है। इसलिए आज हम आपको रानी रश्मोनी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने न सिर्फ बंगाल पर शासन किया बल्कि कई प्रेरणादायक काम भी किए हैं।
कौन थीं रानी रश्मोनी? (West Bengal Queen Rani Rashmoni)
बंगाल की रानी रश्मोनी को लोग रश्मोनी दास, रानी रसमनी के नाम से भी जाना जाता है। इनका जन्म सितंबर 1793 में कलकत्ता में हुआ था। कहा जाता है कि रानी रश्मोनी एक केवट समुदाय से संबंध रखती थीं। क्योंकि कहा जाता है कि उनके माता-पिता मछली पकड़ने का काम करते थे। लेकिन इन्होंने अपनी काबिलियत के बल पर अपना नाम कमाया और बंगाल पर राज किया। (भोपाल की रानी शाहजहां बेगम के बारे में जानें)
इसे ज़रूर पढ़ें- जानें क्यों खास है पश्चिम बंगाल में स्थित खूबसूरत गोसाबा शहर
बनवाई कई ऐतिहासिक इमारतें- (Who is Rani Rashmoni)
रानी रश्मोनी का नाम इतिहास के पन्नों में सिर्फ इसलिए दर्ज नहीं है क्योंकि उन्होंने बंगाल पर राज किया। बल्कि उन्होंने कई ऐसे भी काम किए हैं, जो काबिले तारीफ हैं। कहा जाता है कि रानी रश्मोनी को इमारते बनवाने का बहुत शौक था इसलिए उन्होंने कोलकातामें दक्षिणेश्वर काली मंदिर का निर्माण भी करवाया था, जिसका नाम ऐतिहासिक मंदिर में शुमार है।
कहा जाता है कि इस मंदिर को बनने में कई साल लगे थे क्योंकि इसकी संरचना 1847 में बननी शुरू हुई थी और 1855 में मंदिर का निर्माण पूरा हो गया था। कहा जाता है कि ये मंदिर 25 एकड़ क्षेत्र फैला हुआ है।
इसे ज़रूर पढ़ें- मुगल इतिहास की इन शक्तिशाली रानियों के बारे में कितना जानते हैं आप?
Recommended Video
अंग्रेजों के खिलाफ उठाई आवाज- (West Bengal Queen Name)
बंगाल की रानी रश्मोनी की आज भी मिसाल दी जाती है क्योंकि कहा जाता है कि उन्होंने मछुआरों के लिए अंग्रेजों के खिलाफ आवाज उठाने का काम किया था। रानी ने टैक्स नियम के खिलाफ आवाज उठाई और इसमें बदलाव करवाया। इतिहास के अनुसार कहा जाता है कि 1994 में रानी की तस्वीर बंगाल के टिकट पर भी छपा करती थी, जिसके साक्ष्य आज भी मौजूद हैं। (कोलकाता का इतिहास)
उम्मीद है कि आपको रानी रश्मोनी से संबंधित ये जानकारी पसंद आई होगी। अगर आपको लेख अच्छा लगा हो, तो उसे लाइक और शेयर ज़रूर करें। साथ ही, जुड़े रहे हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- (@wikipedia)
क्या आपको ये आर्टिकल पसंद आया ?
आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।