Close
चाहिए कुछ ख़ास?
Search

    बच्चे के साथ बार-बार होती है बहस, तो अपनाएं ये आसान टिप्स

    अक्सर बच्चों व पैरेंट्स के बीच कई बातों को लेकर बहस हो जाती है। जिससे रिश्तों में तनातनी पैदा हो जाती है। ऐसी सिचुएशन से बचने के लिए आप कुछ आसान टिप्स को अपना सकती हैं।
    author-profile
    • Mitali Jain
    • Editorial
    Updated at - 2023-03-03,18:10 IST
    Next
    Article
    How do you deal with a child who is stubborn

    बच्चे हर बात पर अपने पैरेंट्स के साथ सहमत हों, यह जरूरी नहीं है। हालांकि, अधिकतर बच्चे अपनी असहमति एक बहस के जरिए व्यक्त करते हैं। हो सकता है कि आपके घर में भी बच्चे अपनी बात सामने रखने के लिए बहस का तरीका अपनाते हों। यकीनन यह स्थिति ठीक नहीं है। एक बार जब बच्चों को बहस करने की आदत पड़ जाती है तो ऐसे में वे किसी की बात सुनना या समझना पसंद नहीं करते हैं। 

    इसलिए, यह बेहद आवश्यक है कि आप बच्चे को अपनी असहमति को प्रभावी लेकिन सही ढंग से व्यक्त करने का तरीका समझाएं। जब बच्चे एक रिस्पेक्टफुली तरीके से अपनी बात सबके सामने रखते हैं तो इससे ना केवल स्थिति को बेहतर तरीके से हैंडल करने में मदद मिलती है। बल्कि इससे रिश्तों में भी तनातनी का माहौल पैदा नहीं होता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ आसान तरीकों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप बच्चे के साथ बातचीत को बहस में बदलने से रोक सकती हैं-

    ट्रिगर्स को पहचानें

    बच्चे के साथ इस पैटर्न को बदलने का पहला कदम है खुद को जानना और अपने ट्रिगर्स को जानना। हो सकता है कि सुबह घर से निकलते हुए या फिर शाम को बुरी थक जाने के बाद आप किसी भी बात को सुनने की इच्छा ना रखती हों। इस स्थिति में आप बच्चे पर बेवजह चिल्ला दें और फिर बच्चा भी एग्रेसिव हो जाए। ऐसे में आपकी बातचीत बेहद ही आसानी से बहस में बदल जाएगी। 

    how to deal with stubborn child

    इसे जरूर पढ़ें- इन टिप्स को अपनाकर बच्चों को ऑनलाइन सिखाएं नई चीजें

    इस सिचुएशन में आप बच्चे पर गुस्सा करने या उससे बहस करने के स्थान पर बेहद प्यार से कहें कि आप अभी-अभी काम से लौटी हैं। ऐसे में आप डिनर के बाद उसकी बात सुनेंगी और उसके बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचेंगी।

    हर वक्त फैसले ना थोपें

    यह भारतीय पैरेंट्स की एक आम प्रवृत्ति होती है। वे सोचते हैं कि अगर वे बच्चे के लिए कोई फैसला लेते हैं, तो वह एकदम सही है। यकीनन आप अधिक अनुभवी हैं, लेकिन बच्चे के सामने सिर्फ अपना फैसला सुना देना किसी भी लिहाज से सही नहीं है। इससे बच्चे के मन में एक विद्रोह की भावना जन्म लेती है। (बच्चों पर सख्ती दिखाने की जगह करें ये काम)

    dealing with child

    ऐसे में वह आपकी रिस्पेक्ट नहीं करता है और फिर आपके बीच बातचीत नहीं, बल्कि बहस ही होती है। इसलिए, जब भी आप बच्चे के लिए कोई डिसिजन लेती हैं तो ऐसे में आप पहले उसकी इच्छाओं को भी जानने का प्रयास करें। साथ ही, अपनी राय उसके सामने रखें और उससे पूछें कि वह इसके बारे में क्या सोचता है। इस तरह जब बच्चे को किसी चर्चा का हिस्सा बनाया जाता है तो ऐसे में वह भी बेहद समझदारी से पेश आता है। 

    Recommended Video

    इसे जरूर पढ़ें- बच्चे को ओवरईटिंग से बचाने के लिए चार टिप्स की लें मदद 

    तुरंत रिएक्ट करने से बचें 

    यह भी एक आसान तरीका है बहस को रोकने का। बहस वास्तव में आपके इम्पल्सिव बिहेवियर का परिणाम ही है। इसलिए जब आप बच्चे को किसी चीज के लिए ना कहती हैं और वह गुस्सा होता है। तो ऐसे में आप तुरंत रिएक्ट करने या फिर उस पर गुस्सा करने की जगह उसकी पूरी बात सुनें। जब बच्चा अपना पक्ष अपने पैरेंट्स के सामने रख देता है, तो वह खुद ब खुद काफी हद तक शांत हो जाता है। इसके बाद ही आप उसे अपना पक्ष समझाने की कोशिश करें। इस तरह के व्यवहार से सिचुएशन को बेहद स्मूथली हैंडल किया जा सकता है। (बच्चों की इन आदतों पर हमेशा रखें ध्यान)

    तो अब आप भी इन टिप्स को अपनाएं और बच्चे के साथ बहस को एक बातचीत में तब्दील करें। 

    इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।   

    Image Credit- freepik

    Disclaimer

    आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।

    बेहतर अनुभव करने के लिए HerZindagi मोबाइल ऐप डाउनलोड करें

    Her Zindagi