herzindagi
dandiya tips for couple

Durga Puja 2022: डांडिया और गरबा के बिना अधूरा है नवरात्रि, जानें दोनो में क्या है अंतर

<span style="color: #222222; font-family: Arial, Helvetica, sans-serif;">नवरात्रि में सभी को गरबा और डांडिया खेलना पसंद होता है, चलिए जानते हैं दोनों में क्या है अंतर।</span>
Editorial
Updated:- 2022-09-27, 10:58 IST

नवरात्रि के दौरान पूरा देश मां दुर्गा की पूजा और उनके जयकारों से गूंज उठता है। ऐसे में नवरात्रि के नौ दिनों का सभी को बेसब्री से इंतजार होता है। बता दें कि गरबा और डांडिया खुशी का प्रतीक है और इसे किसी भी अवसर पर किया जा सकता है, लेकिन नवरात्रि के दौरान होने वाले डांडिया नाइट और गरबा के आयोजन की बात ही कुछ और होती है।

gujarati garba

क्या आप जानती हैं कि गरबा और डांडिया एक नहीं बल्कि अलग-अलग डांस फॉर्म हैं। इसलिए ग्राउंड पर पहुंचने से पहले जान लें कि इन दोनों में क्या अंतर है।

गरबा और डांडिया का धार्मिक महत्व

नवरात्रि में गरबा खेलना और डांडिया खेल की परंपरा सदियों से चलता आ रहा है। आपको बता दें कि इन दोनों नृत्य का मां दुर्गा से नाता है। गरबा को मां दुर्गा की प्रतिमा के आसपास या जहां माता की ज्योत जगाई होती है, वहां किया जाता है।

इसे भी पढ़ें:डांडिया रास और गरबा के लिए लहंगे के ये डिजाइंस आपके लुक में लगा देंगे चार चांद , जरूर करें ट्राई

गरबा और डांडिया का अर्थ

गरबा शब्द का अर्थ है जो माता के गर्भ में शिशु के जीवन को दर्शाता है। गरबा करते समय नृत्य करने वाले गोले में नृत्य करते हैं, जो जीवन के गोल चक्र का प्रतीक है।वहीं बात करें डांडिया की तो नृत्य मां दुर्गा और महिषासुर के बीच हुए युद्ध को प्रदर्शित करता है। डांडिया की रंगीन छड़ी को मां दुर्गा की तलवार मानी जाती है। इस कारण डांडिया को तलवार नृत्य भी कहा जाता है।

इसे भी पढ़ें:Chaitra Navratri 2022: नवरात्रि में मां के इन रूपों की करें पूजा, जानें मंत्र

पहले सिर्फ महिलाएं करती थीं गरबा

आपको जानकर हैरानी होगी कि जब इन दोनों नृत्य की शुरुआत हुई थी तब गरबा सिर्फ महिलाएं कर सकतीं थीं, जबकि डांडिया डांस महिला और पुरुष दोनों कर सकते थे। हालांकि अब ऐसी कोई पाबंदी नहीं है और महिला और पुरुष दोनों ही गरबा और डांडिया डांस फॉर्म करते हैं।

नवरात्रि में क्यों खेलते हैं डांडिया


नवरात्रि के नौ दिनों में डांडिया खेलना शुभ माना जाता है।नौ दिन ज्योत जलाई जाती है। डांडिया भी नवरात्रि के नौ दिन खेलते हैं। हर शाम भक्त मां की पूजा के लिए एकत्र होते हैं और डांडिया करते हैं।गुजरात में हर घर गली में मां दुर्गा की प्रतिमा के सामने डांडिया किया जाता है।

अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।