भारत अपनी अनोखी संस्कृति के साथ-साथ स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए भी जाना जाता है। क्योंकि भारत में बसे हर राज्य का अपना अलग खान-पान, संस्कृति और वेशभूषा है। जब भी आप भारत के किसी दूसरे शहर में घूमने जाएंगे, तो आपको यहां व्यादिष्ट व्यंजन का स्वाद चखने का भी मौका मिलेगा। आपने यकीनन राजस्थान के फेमस फूड के बारे में पता होगा। आप गुजरात से लेकर बिहार के फेमस फूड के बारे में जानते होंगे।
लेकिन जब बात भारत के पूर्वोत्तर राज्यों की आती है, तो ये बहुत लोगों को मालूम होगा कि असम में कौन-से फूड फेमस हैं, त्रिपुरा में कौन-से फूड फेमस हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि त्रिपुरा में कई ऐसे प्राचीन व्यंजन भी रहे हैं, जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं जैसे- अवान बंगवी। जी हां, त्रिपुरा की अवान बंगवी स्टिकी राइस से तैयार की जाती है, जिसका स्वाद मीठा होता है, आइए जानते हैं इस फेमस डिश के बारे में।
क्या है खास-
त्रिपुरा की अवान बंगवी एक खास तरीके का डेजर्ट है, जिसे चावल की सहायता से केवल त्रिपुरा में ही बनाया जाता है। आपने यकीनन चॉकलेट का केक खाया होगा, मैदे का केक खाया होगा, लेकिन इस केक को चावल और मेवा से तैयार किया जाता है और शायद यही इसकी खासियत है।
ये इतना स्वादिष्ट होता है कि एक बार खाने के बाद आप इसका स्वाद कभी नहीं भूल पाएंगे। क्योंकि कहा जाता है कि इसमें प्लेन बंगवी, पोर्क बंगवी को छोटे-छोटे टुकड़े भरकर तैयार किया जाता है। (दो चीज़ों की मदद से बनाएं चॉकलेट केक)
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गुरिया नामक चावल से किया जाता है तैयार-
बता दें ये स्वाद में मीठा होता है, जिसे चिपचिपे चावल, काजू और किशमिश को मिलाकर बनाया जाता है। कहा जाता है कि इसे बनाने के लिए एक खास किस्म के चावल का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे गुरिया नामक चावल से जाना जाता है। कहा जाता है कि ये चावल बेहद महंगा है क्योंकि ये चावल गुड़ की झूम किस्म से संबंध रखता है। साथ ही, इस चावल की किस्म सिर्फ त्रिपुरा में ही पाई जाती है।
स्टीम में पकता है ये खास डेजर्ट-
इस केक को बनाने के लिए किसी ओवन की जरूरत नहीं होती है क्योंकि इसे बहुत कम समय में स्टीम में तैयार किया जाता है। बता दें कि इस केक के मिश्रण को केले के पत्तों से बने कोन में डालकर स्टीम किया जाता है और थाली में परोसा जाता है। (केले के पत्तों के हेल्थ बेनिफिट्स)
केले के पत्तों पर किया जाता है सर्व-
इस केक को सर्व करने के लिए प्लेट का इस्तेमाल नहीं किया जाता बल्कि इसे त्रिपुरा में केले के पत्तों पर सर्व किया जाता है। साथ ही कई लोग इसके साथ हलवा भी परोसते हैं ताकि इसका स्वाद दुगना हो जाए। कहा जाता है कि केले के पत्तों में इसे परोसने का तरीका काफी पुराना और परंपारिक तरीका है, जिसे लोग आज भी फॉलो करते हैं।
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रेसिपी-
सामग्री-
- 2 कप- गरिया चावल (चिपचिपे चावल)
- 1 कप- चीनी
- 1 कप- काजू
- 1.5 कप- किशमिश
- केले के पत्ते
विधि-
- चावल को लगभग 1 घंटे के लिए पानी में भिगो दें।
- एक घंटे के बाद सारा पानी निकाल कर छान लें।
- एक कटोरी लें और सभी चीजों को मिक्स कर लें जैसे- काजू, किशमिश, चीनी आदि।
- इसे केले के पत्ते में भरलें और स्टीम कुछ देर पका लें। बस आपकी डिश तैयार है।
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Image Credit- (@Youtube and Freepik)
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