महिलाओं को अपनी जिंदगी में कई तरह के चैलेंजेस का सामना करना पड़ता है। बचपन में लालन-पालन से लेकर बड़े होने पर अपना करियर चुनने तक हर जगह महिलाओं को अपनी राह चुनने के लिए कई बाधाओं का सामना करना पड़ता है। भारत के अभिन्न हिस्से कश्मीर से आने वाली महिलाओं की बात हो तो वहां संवेदनशील स्थितियां होने के चलते महिलाओं के लिए परेशानियां और भी ज्यादा हैं। लेकिन इन्हीं हालात में Nadia Nighat ने अपनी कड़ी मेहनत के बल पर कामयाबी पाई और बन गईं कश्मीर की पहली महिला फुटबॉल कोच। पुरुषों के खेल में हिस्सा लेना और उसके लिए अपनी दावेदारी पेश करना Nadia Nighat के लिए कतई आसान नहीं था, लेकिन खेल के लिए उनका जज्बा ऐसा था कि उनके घरवालों ने भी उनका साथ दिया।
इस तरह सामने आई Nadia Nighat की प्रतिभा
बचपन में Nadia क्रिकेट खेला करती थीं और अक्सर अपने पैर चलाती रहती थीं। बचपन में एक दिन वह लड़कों के साथ फुटबॉल खेलने चली गईं। इस दौरान उन्हें काफी मजा आया। हालांकि इस पर घरवाले नाराज हुए थे, लेकिन पिता ने उनकी ललक देखी तो उन्हें फुटबॉली खेलने के लिए इंस्पायर किया। इस चीज से Nadia के इरादे दृढ़ हुए और वह पूरे उत्साह के साथ अपने गेम को इंप्रूव करने में लग गईं। उनके इन्हीं प्रयासों का नतीजा था कि वह कदम दर कदम आगे बढ़ते हुए कश्मीर से फुटबॉल की पहली महिला कोच बन गईं। Nadia Nighat के इस दिलचस्प सफर को जानने और जिंदादिली से भरे उनके विचारों को सुनने के लिए जरूर देखें ये वीडियो।