मधू सिंह के बारे में जानने के बाद आप भी शायद उन्हीं की तरह जरुर बनना चाहेंगीं। 60 साल की उम्र पार कर चुकी मधू सिंह ना सिर्फ एक कामयाब बिज़नेस वुमेन हैं बल्कि एक एक्टर, मॉडल और एक समाज सेविका भी हैं। इनकी कहानी भी हर आम महिला की तरह बेहद आम ही है लेकिन इनकी लगातार कोशिशों और मेहनत ने इन्हें आज खास बनने का मौका दिया है।
शादी के बाद बीच में ही छोड़नी पड़ी पढ़ाई
शादी के बाद अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ चुकी मधू सिंह भी आम महिलाओं की तरह ही अपने पति और बच्चों का ख्याल रखने वाली हाउस वाइफ ही थी। एक आर्मी बेग्राउंड से होने की वजह से उन्हें कई नई जगहों पर घूमने का मौका मिला। एक आर्मी ऑफिसर की पत्नी बनीं मधू सिंह जब 39 साल की थी तब उन्हें यूपी में कुछ ऐसी जगह जाने का मौका जहां महिलाएं बेहद खूबसूरत कारीगरी करती हैं लेकिन मधू सिंह इस बात से परेशान थी कि भारत की महिलाओं की इस खूबसूरत कारीगरी के बारे में ज्यादा लोग क्यों नहीं जानते। इन महिलाओं का पहचान क्यों नहीं मिलती। बस फिर क्या था समाज और महिलाओं के बारे में सोचते हुए मधू सिंह ने कुछ करने की ठानी...
साल 2000 में शुरु की परदादा परदादी NGO
मधू सिंह ने परदादा परदादी NGO के जरिए इन महिलाओं के बनाए आर्ट और क्राफ्ट को मार्केट करना शुरु तो किया ही साथ ही इन महिलाओं को इस तरह का और काम करने के लिए भी प्रेरित किया। इससे गांव की महिलाओं को रोज़गार तो मिला ही साथ ही इनके काम को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक पहचान भी मिली। हालांकि शुरुआत में इस NGO से 30-40 महिलाएं ही जुड़ी लेकिन अब उनकी संख्या हज़ारों में है।
समाज के प्रति कुछ कर देने की चाह ने मधू सिंह को खास तो बनाया ही लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपना ख्याल भी हमेशा ही रखा। गोल्फ खेलने की शौकीन मधू सिंह को हमेशा ही समय के साथ दौड़ना पसंद हैं। पढ़ाई भले ही बीच में छोड़नी पड़ी हो लेकिन बावजूद इसके कुछ करने की इनकी चाह ने इन्हें एक कामयाब महिला बनाया।
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साल 2009 में बनीं बिज़नेस वुमेन
एक NGO से शुरुआत करने के बाद मधू जी ने कैसे अपने बिज़नेस के बारे में सोचा और अब उनका बिज़नेस ना सिर्फ इंडिया में बल्कि विदेशों में भी है इस बारे में मेरे से हुई खास मुलाकात में उन्होंने बताया। जिसे आप इस वीडियो में देख सकती हैं। इंडिया में पहली बार मधू सिंह ने सर्विस अपार्टमेंट के कॉन्सेप्ट को ना सिर्फ इन्ट्रड्यूज़ किया बल्कि इस लॉन्ज कर सक्सेसफुल भी बनाया। दिल्ली, एनसीआर, गोआ, ऑस्ट्रेलिया में उनके कई सर्विस अपार्टमेंट हैं। ये अपार्टमेंट आपको परदेस में हमेशा ही अपने घर जैसा महसूस करवाते हैं।
60 तो बस शुरुआत है
मधू सिंह की उम्र किसी दादी या नानी की उम्र जैसी ही है लेकिन वो आम दादी या नानी नहीं है। 60 की उम्र पार कर चुकी मधू सिंह यंग गर्ल्स से भी ज्यादा अपनी फिटनेस का ख्याल रखती हैं। इस उम्र में भी वो क्रॉसफिट जाती हैं। इस वीडियो में आप उनका फिटनेस रुटीन भी देख सकती हैं।
मधू सिंह अपनी उम्र की हर महिला से ये कहना चाहती हैं कि आप भले ही नानी और दादी बन चुकी हों। बच्चों को कहानी सुनाना आपको पसंद हो लेकिन इन सबसे ज्यादा अगर कुछ जरुरी है तो वो है आपकी सेहत इसलिए अपने परिवार के साथ-साथ आपको अपनी फिटनेस का खास ख्याल जरुर रखना चाहिए।