डायबिटीज अपने आप में एक जानलेवा बीमारी है, और अन्य कई बीमारियों से जुड़ी हुई है। भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या बहुत ही तेजी से बढ़ रही है। डायबिटीज को जड़ से भले न खत्म किया जा सकता हो पर इस पर प्रभावी रोकथाम अवश्य लगाया जा सकता है, लेकिन इस राह में इससे जुड़ी अनेक गलतफहमियां सबसे बड़ी बाधा हैं। जी हां डायबिटीज के मरीजों के मन में इस बीमारी को लेकर कई तरह की गलतफहमियां हो जाती हैं और इस चक्कर में वे अपने हेल्थ का ज्यादा नुकसान करते हैं। ऐसे ही कुछ गलतफहमियां के बारे में हमें क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट एंड सर्टिफाइड डायबिटीस एज्यूकेटर वसुधा सैनिक बता रही हैं।
गलतफहमी #1
शुगर खाने से डायबिटीज होता है।
सिर्फ शुगर खाने या ना खाने से डायबिटीज नहीं होती है। बल्कि डायबिटीज 2 कारणों से होती है। पहला genetic predisposition और दूसरा lifestyle।
गलतफहमी #2
डायबिटीज के मरीज एक्सरसाइज नहीं कर सकते।
माना जाता है कि डायबिटीज के मरीजों को एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए। लेकिन डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए एक्सरसाइज बहुत जरूरी होती है। लेकिन अगर आपकी डायबिटीज 250 unit से ऊपर है तो आपको एक्सरसाइज करनी बंद कर देनी चाहिए।
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गलतफहमी #3
शुगर फ्री प्रोडक्ट से डायबिटीज कम होता है।
शुगर फ्री एक आर्टिफिशिएल स्वीटनर है जिसके side-effects भी होते है। इसलिए शुगर फ्री लेने से बचना चाहिए।
गलतफहमी # 4
डायबिटीज आनुवंशिक है।
डायबिटीज अगर आपके माता-पिता में से किसी को हैं तो आपको होने की संभावना अधिक होती हैं। लेकिन अगर आपका लाइफस्टाइल हेल्दी है और आप अपना weight control में रखती हैं तो डायबिटीज को avoid किया जा सकता है।
गलतफहमी # 5
डायबिटिक महिलाएं conceive नही कर सकती।
अगर आपका वजन और शुगर लेवल control में हैं तो आप conceive कर सकती हैं।
डायबिटीज कंट्रोल करें और जिंदगी में मिठास लाएं।
Credits:
Editor: Syed Afraz
Producer: Rohit Chavan