बढ़ती उम्र के साथ अच्छी हेल्थ को बनाए रखना जरूरी होता है। 40 साल की उम्र के बाद एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि हमें हेल्थ के प्रति लापरवाही करना बंद कर देना चाहिए और जहां तक हो सके अच्छी बातों को अपनी आदतों में शामिल करें।
ऐसा न करने से न केवल हार्ट रोगों का खतरा बढ़ जाता है, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी कई अन्य समस्याएं भी हो जाती हैं और साथ ही त्वचा पर बढ़ती उम्र दिखाई देने लगती है।
लेकिन देखा गया है कि उम्र बढ़ने के साथ महिलाएं फिजिकल एक्टिविटी से दूरी बना लेती हैं और इसका खामियाजा उन्हें जल्द ही भुगतना पड़ता है।
वास्तव में, यह वह उम्र है जब महिलाएं अपनी अधिकांश जिम्मेदारियों को पूरा कर लेती हैं और आर्थिक रूप से भी स्थिर हो जाती हैं। जिसकी वजह से वह आराम से जिंदगी जीना पसंद करती हैं।
लेकिन हम आपको बता दें कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए यह बहुत जरूरी है कि 40 साल की उम्र के बाद भी हमें अपने लाइफस्टाइल को हेल्दी रखना चाहिए और एक्टिव जीवन जीना चाहिए। यहां हम आपको बता रहे हैं कि आमतौर पर महिलाएं 40 की उम्र बाद अनहेल्दी आदतों के शिकार हो जाती हैं, जो उनकी हेल्थ को खतरे में डाल सकती हैं।
वर्कआउट न करना
वर्कआउट करना आपके लिए हर उम्र में बहुत जरूरी है। ऐसे में कई महिलाएं 40 साल बाद वर्कआउट करने से बचती हैं। लेकिन आपको बता दें कि इस उम्र में आपके लिए रोजाना योग, मेडिटेशन, वॉकिंग को अपने रूटीन में शामिल करना बेहद जरूरी है। एक्सरसाइज न करने से आप मोटी हो जाएंगी और हार्ट रोग विकसित होने का खतरा बढ़ सकता है।
साथ ही, महिलाएं ब्रेन एक्सरसाइज से बचती हैं। लेकिन अगर आप 40 की उम्र के बाद ब्रेन एक्सरसाइज से परहेज करती हैं तो कमजोर याददाश्त या अल्जाइमर की समस्या हो सकती है। ऐसे में जहां तक हो सके ब्रेन गेम, शतरंज, बोर्ड गेम आदि खेलना चाहिए।
इसके अलावा, रोजाना कुछ समय निकालकर मेडिटेशन करें। मेडिटेशन के लिए समय निकालने से आपको अपनी वर्तमान मनःस्थिति को समझने में मदद मिलेगी। यह सर्वोत्तम मार्ग के लिए शांति और मार्गदर्शन भी दे सकता है।
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हेल्दी खाने से बचना
40 की उम्र के बाद महिलाओं को अपनी सेहत को दुरुस्त रखने के लिए हेल्दी डाइट लेनी चाहिए। जबकि ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है। 40 की उम्र के बाद हमारे द्वारा अनुभव किए जाने वाले सबसे बड़े परिवर्तनों में से एक यह है कि हमारा शरीर कैलोरी का उपयोग और प्रोसेस कैसे करता है? इस उम्र में मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है। इसलिए खाली कैलोरी काटने पर ध्यान दें, क्योंकि वह जल्दी से जुड़ जाती हैं और आपको भरा हुआ महसूस नहीं होने देती हैं।
भोजन का समय वास्तव में आपके मेटाबॉलिज्म के लिए महत्वपूर्ण है। सबसे अच्छी चीज जो हम कर सकते हैं वह यह सुनिश्चित करना है कि हम जागने के पहले घंटे के अंदर ब्रेकफास्ट करके अपने शरीर को फिर से भरें।
न केवल सुबह सबसे पहले अपने मेटाबॉलिज्म को हेल्दी नाश्ते के साथ शुरू करना महत्वपूर्ण है बल्कि इसे बनाए रखने के लिए आपको पूरे दिन लगातार खाना भी जरूरी है। आपके शरीर को एनर्जी प्रदान करने और इसका कुशलता से उपयोग करने के लिए नाश्ते के बाद हर 4 से 6 घंटे खाना चाहिए, जो किसी भी फैट जलने वाले लक्ष्यों में हेल्प कर सकता है।
लगातार प्रोटीन लेने का मतलब यह नहीं है कि आपको बॉडीबिल्डर होने की जरूरत है। हमें बढ़ती उम्र के साथ मसल्स को मजबूत बनाए रखने और बनाने के लिए इस पोषक तत्व की जरूरत होती है। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि हमारे पास हर भोजन में 20 से 30 ग्राम प्रोटीन हो।
आपके पास जितनी अधिक मसल्स होंगी, आपके शरीर पर उतना ही कम फैट चढे़गा। कम मसल्स का मतलब शरीर में फैट प्रतिशत अधिक होता है। लीन मसल्स एक्टिव होता है, कैलोरी जलता है, यही कारण है कि अधिक लीन मसल्स का मतलब तेज मेटाबॉलिज्महोता है।
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अब तक आप शायद जानती हैं कि एंटीऑक्सीडेंट हेल्दी होते हैं, लेकिन पोषक तत्व विशेष रूप से महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि बढ़ती उम्र के साथ ही यह त्वचा को डैमेज से बचाने में मदद करते हैं। इसलिए आपको एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर फलों, सब्जियों, नट्स और बीन्स आदि को डाइट में शामिल करना चाहिए।
हमारे शरीर में तीन चौथाई तरल पदार्थ हैं। हम जितने बेहतर हाइड्रेटेड होते हैं, हमारी त्वचा उतनी ही अच्छी दिखती है और हम बेहतर महसूस करते हैं। इसलिए अपनी डाइट में भरपूर मात्रा में पानी को शामिल करें।
चेकअप न कराना
40 साल की उम्र मतलब आमतौर पर अपने स्वास्थ्य को बनाए रखने की दिशा में एक्टिव कदम उठाना है। लेकिन महिलाएं इनसे बचती हैं। लेकिन चेकअप के लिए हर साल अपने डॉक्टर से मिलें। महिलाओं के लिए अपना पैप स्मीयर और मैमोग्राम जरूर करवाएं।
40 की उम्र के बाद बीपी बढ़ने की समस्या बहुत आम है। ऐसे में आगे चलकर किडनी, दिल की समस्या हो सकती है। ऐसे में समय-समय पर बीपी चेक करते रहें।
साथ ही, 40 साल की उम्र के बाद यह बहुत जरूरी है कि आप हर साल फुल बॉडी चेकअप कराते रहें। उदाहरण के लिए कोलेस्ट्रॉल, बीपी, हार्ट डिजीज, किडनी फंक्शन आदि। यदि आप ऐसा नहीं करती हैं, तो कोई पुरानी समस्या अचानक सामने आ सकती है।
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अन्य बातों का ध्यान
- 40 की उम्र के बाद गलत पोश्चर में बैठने से आपको हड्डियों में दर्द या मसल्स में ऐंठन की समस्या हो सकती है। गलत मुद्रा में बैठने की आदत के कारण बाद में रीढ़ की हड्डी में भी समस्या हो सकती है। ऐसे में आपके लिए जरूरी है कि आप रीढ़ की हड्डी की एक्सरसाइज करें। इतना ही नहीं लैपटॉप आदि का प्रयोग सही मुद्रा में बैठकर करें।
- अगर आप 40 की उम्र के बाद स्मोकिंग का सेवन करती हैं तो यह श्वसन अंग के लिए हानिकारक होता है और हार्ट रोगों का खतरा बढ़ जाता है।
- हमें रात में सात से नौ घंटे की नींद की जरूरत होती है। अगर हम एक भयावह अलार्म घड़ी से हमें जगाने से बच सकते हैं, तो और भी बेहतर। सोने से दो घंटे पहले और फोन को सोने से पहले इलेक्ट्रॉनिक्स से बचें।
अगर आपकी उम्र भी 40 के पार है तो आप भी इन अनहेल्दी आदतों को अपनाने से बचें। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।
Image Credit: Shutterstock & Freepik
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