Monday Motivation: महिलाओं को थायरॉयड की समस्‍या से छुटकारा दिलाते हैं ये योगासन

कुछ ऐसे योगासन हैं जो इन हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथायरायडिज्म दोनों समस्‍याओं में फायदेमंद हो सकते हैं।

Pooja Sinha

हम मंडे मोटिवेशन के एक और एपिसोड के साथ वापस आ गए हैं। हर मंडे को हम आपको फिट रखने वाले योगासन के बारे में बताते हैं। इस हफ्ते हम आपको थायरॉयड को कंट्रोल करने वाले योगासन के बारे में बता रहे हैं। जी हां आज थायरॉयड डिस्‍ऑर्डर दुनिया भर में आम हो गया है। भारत में भी, थायरॉयड रोग के मामले बहुत ज्‍यादा देखने को मिलते है। थायरॉयड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, विशेषकर महिलाओं में इसके लक्षण ज्‍यादा देखने को मिलते हैं। हालांकि यह समस्‍या पुरुष और महिलाओं दोनों को हो सकती हैं लेकिन महिलाओं को यह थायरॉयड की समस्‍या ज्‍यादा परेशान करती हैं। 

थायरॉयड गर्दन में स्थित एक ग्‍लैंड है जो थायरोक्सिन हार्मोन का उत्पादन करता है जो मेटाबॉलिज्‍म को प्रभावित करता है। जब ग्‍लैंड पर्याप्त हार्मोन का उत्पादन नहीं करते है, तो इसके परिणामस्वरूप हाइपोथायरायडिज्म होता है, जिससे वजन बढ़ सकता है, थकान हो सकती है। इसके विपरीत, जब हार्मोन का उत्‍पादन ज्‍यादा होता है, तो यह हाइपरथायरायडिज्म की ओर ले जाता है। इसके परिणामस्वरूप वजन कम होता है, पसीना बढ़ सकता है और अनियमित धड़कन होती है। लेकिन परेशान होने की जरूरत नहीं क्‍योंकि कुछ ऐसे योगासन हैं जो इन दोनों समस्‍याओं में फायदेमंद हो सकते हैं। और इस बारे में हमें योगा इंस्‍ट्रक्‍टर और वेलनेस कंसल्‍टेंट शिखा मेहरा बता रही हैं। तो देर किस बात की आइए इस वीडियो के माध्‍यम से ऐसे ही कुछ योगासन क के बारे में जानें। 

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