फिट रहने के लिए हम सभी वर्कआउट करते हैं। इसके कई रूप हो सकते हैं। इन्हीं में से एक है योगासन का अभ्यास करना। योगा सेशन के दौरान हम कई तरह के योगासनों का अभ्यास करते हैं। इन्हीं में से एक है सिंहासन। इस आसन को थायरॉयड का काल माना जाता है। लेकिन यह आसन सिर्फ थायरॉयड की समस्या को ही दूर नहीं करता है, बल्कि इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। साथ ही यह आसन एक एंटी-एजिंग के रूप में काम करते हैं और इससे आपकी स्किन काफी यंगर नजर आती है।
सिंहासन का अभ्यास करने से आपको कई तरह के फायदे मिलते हैं। लेकिन इसके लिए सबसे जरूरी है कि आप सिंहासन का सही तरह से अभ्यास करें। तो चलिए आज इस लेख में योगा विशेषज्ञ और वुमन हेल्थ रिसर्च फाउंडेशन की प्रेसिडेंट डॉ नेहा वशिष्ट कार्की आपको सिंहासन का अभ्यास करते हुए की जाने वाली कुछ मिसटेक्स के बारे में बता रहे हैं-
आवाज निकालते समय गड़बड़ी करना
अधिकतर लोग सिंहासन का अभ्यास करते हुए जब आवाज निकालते हैं तो इस दौरान वे गलती कर बैठते हैं। आप जब भी सिंहासन का अभ्यास करते हुए आवाज निकालें तो आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि इस समय आपकी जीभ बाहर आनी चाहिए। जब आपकी जीभ बाहर आती है, तभी आपकी वोकल कॉर्ड खिचती है। जिसके कारण उसका इफेक्ट थायरॉयड (थायरॉयड से जुड़े इन मिथ्स) ग्लैंड तक पहुंचता है। दूसरे शब्दों में, आपको सिंहासन का अभ्यास कभी भी मुंह बंद करके नहीं करना चाहिए।
इसे जरूर पढ़ें: इन संकेतों से पहचानें कि आपको वर्कआउट से मिल रहा है फायदा
ना देखें इधर-उधर
यह एक जरूरी टिप है, लेकिन इस पर हम बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते हैं। हमेशा ध्यान रखें कि आप जब भी सिंहासन का अभ्यास करें तो कभी भी आप इधर-उधर ना देखें। इस आसन का अभ्यास करते हुए शांभवी मुद्रा बनाई जाती है। जिसका अर्थ है कि आपको दोनों आईब्रो के बीच में आंखें खोलकर देखना होता है। जब आप सिंहासन का अभ्यास करते हुए इधर-उधर देखते हैं तो इससे आसन का इफेक्ट कम हो जाता है।
हंसने से बचें
सिंहासन का अभ्यास करते हुए आपको हंसने से बचना चाहिए। दरअसल, इस आसन के अभ्यास के दौरान जीभ बाहर निकालकर आवाज निकालनी होती है। जिससे कभी-कभी मुंह से हंसी निकल जाती है। लेकिन आपको ऐसा नहीं करना चाहिए। अगर आप सिंहासन का अभ्यास करते हुए हंसते हैं तो इससे आपको आसन का फिजिकल और साइकोलॉजिकल (महिलाओं के लिए साइकोलॉजिकल ट्रिक्स) लाभ नहीं मिल पाता है। इसलिए आप कोशिश करें कि आप सिंहासन का अभ्यास बेहद शांतचित्त के साथ करें।
इसे जरूर पढ़ें: सर्दियों में पेट की चर्बी को कम करते हैं ये योग, आप दिखेंगी 15 दिनों में स्लिम
पोजिशन हो सही
जब आप सिंहासन का अभ्यास करती हैं तो इस दौरान आपकी पोजिशन एकदम सही होनी चाहिए। सिंहासन के दौरान आपकी पोजिशन सिंह के समान होनी चाहिए। मसलन- आपके दोनों हाथ मिले हुए होंगे और आपकी हथेलियां व उंगलियां अंदर की तरफ होंगी। वहीं पैरों के भी पंजे मिले हुए होने चाहिए और घुटने बाहर की तरफ होंगे। इस पोजिशन में घुटनों को मोड़कर बैठना होता है। अक्सर लोग सिंहासन का अभ्यास करते हुए अपनी पोजिशन का ध्यान नहीं रखते हैं, जिससे आपको इस आसन का फायदा नहीं मिल पाता है।
तो अब आप जब भी सिंहासन का अभ्यास करें तो इन छोटी-छोटी गलतियों को करने से बचें। इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- shutterstock
क्या आपको ये आर्टिकल पसंद आया ?
आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।