तापमान में गिरावट हेल्थ से जुड़ी कई समस्याओं के लक्षणों को खराब कर सकता है। लो इम्यून सिस्टम, जोड़ों का दर्द और अस्थमा, ये सभी हेल्थ संबंधी बीमारियां सर्दियों में खराब हो जाती हैं। इसके अलावा, एक और हेल्थ समस्या है जो ठंड के मौसम में बहुत से लोगों को परेशान करती है वह हाई ब्लड प्रेशर है।
जब बाहर का तापमान गिरने लगता है तब पहले से ही हाइपरटेंशन की समस्या से जूझ रहे लोगों का ब्लड प्रेशर लेवल बढ़ जाता है। बुजुर्गों के मामले में समस्या अधिक आम है। यह हार्ट अटैक और दिल की समस्याओं के खतरे को और बढ़ा देता है।
सर्दियों में ब्लड प्रेशर क्यों बढ़ जाता है?
ठंड का मौसम ब्लड वेसल्स और धमनियों को संकरा कर देता है। इस कारण ब्लड को शरीर के विभिन्न अंगों तक पहुंचाने के लिए अधिक बल की आवश्यकता होती है। नतीजतन ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है।
मौसम में अचानक बदलाव जैसे नमी, वायुमंडलीय दबाव और हवा के कारण भी ब्लड प्रेशर प्रभावित हो सकता है। 65 वर्ष से ऊपर के लोगों में ब्लड प्रेशर में मौसम संबंधी भिन्नता अधिक आम है। इसके अलावा, सर्दियों में वजन बढ़ना और फिजिकल एक्टिविटी भी ब्लड प्रेशर के लेवल में तेजी लाने में योगदान कर सकता है।
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सर्दियों के मौसम में अगर आपको ब्लड प्रेशर लेवल में कोई बदलाव नजर आता है तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। आपके ब्लड प्रेशर को वापस सामान्य करने के कुछ अन्य तरीके यहां दिए गए हैं। इसकी जानकारी क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट दृष्टि पारेख ने अपने इंस्टाग्राम के माध्यम से शेयर की है। सर्दियों में ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है? तो इन 3 घरेलू नुस्खों को आजमाएं और खुद बदलाव महसूस करें।
नारियल पानी और नींबू
हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है, जब हम उन्हें एक साथ मिलाते हैं तो वे चमत्कार की तरह काम करते हैं। यह विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों का एक समृद्ध स्रोत है, विशेष रूप से इलेक्ट्रोलाइट्स पोटेशियम, सोडियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और फास्फोरस के साथ-साथ विटामिन-सी, बी, प्रोटीन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट।
नारियल पानी ब्लड प्रेशर को कम करने में भी मदद कर सकता है। प्रारंभिक शोध से संकेत मिलता है कि नारियल पानी उच्च रक्तचाप वाले लोगों में रक्तचाप को कम कर सकता है। हालांकि, यदि आप ब्लड प्रेशर की दवा ले रहे हैं, तो नारियल पानी से बचना सबसे अच्छा हो सकता है क्योंकि यह इसे बहुत कम कर सकता है।
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सफेद पेठा जूस
अधिकतम लाभ के लिए इसे सुबह खाली पेट सेवन करें। पोटेशियम की मात्रा के कारण यह ब्लड प्रेशर लेवल को बनाए रखने में मदद करता है। पेठे के जूस में महत्वपूर्ण काम करने और शरीर में वॉटर बैलेंस बनाए रखने के लिए जरूरी मिनरल्स होते हैं।
सोडियम शरीर के द्रव संतुलन को बनाए रखने में मदद कर सकता है, जबकि कैल्शियम और पोटेशियम हेल्थ ब्लडप्रेशर को बनाए रख सकते हैं। आयरन ब्रेन में ऑक्सीजन के परिवहन में मदद करता है, जिंक शरीर का पोषण करता है और मैंगनीज सेलुलर एक्टिविटीज करता है।
हिबिस्कस चाय
मौजूदा हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों में हिबिस्कस चाय को बार-बार ब्लड प्रेशर कम करने के लिए दिखाया गया है। उनका ब्लड प्रेशर लगभग 10% सिस्टोलिक और 12% डायस्टोलिक कम हो गया। प्रभाव सिर्फ दो हफ्ते के बाद ध्यान देने योग्य हो सकता है।
हिबिस्कस चाय ब्लड प्रेशर को कम करने में उतनी ही प्रभावी थी जितना कि आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली ब्लडप्रेशर की दवा कैप्टोप्रिल, लेकिन लिसिनोप्रिल से कम प्रभावी।
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जर्नल ऑफ एथ्नोफार्माकोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि गुड़हल में एंटीहाइपरटेंसिव और कार्डियोप्रोटेक्टिव गुण होते हैं, जो हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित लोगों और हार्ट रोगों के हाई जोखिम वाले लोगों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
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बोस्टन में टफ्ट्स यूनिवर्सिटी में किए गए शोध के अनुसार, इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण, हिबिस्कस चाय ब्लडप्रेशर को 10 अंक तक कम कर सकती है। इस भारी सुधार के लिए, आपको कुछ हफ्तों तक हर रोज इस चाय के तीन कप नियमित रूप से सेवन करने की आवश्यकता है। साथ ही, इसमें मूत्रवर्धक गुण होते हैं जो यूरिन को बढ़ाते हैं और साथ ही ब्लडप्रेशर को कम करते हैं।
आप भी इन नुस्खों की मदद से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में कर सकती हैं। अगर आपको भी हेल्थ से जुड़ी कोई समस्या है तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं और हम अपनी स्टोरीज के जरिए इसका हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी।
Image Credit: Freepik