15 अप्रैल को वर्ल्ड आर्ट डे मनाया जाता है। स्थानीय कलाकारों, अनूठी कलाकृतियों और अनोखे चित्रों के साथ-साथ भारत में कला के कई रूप देखने को मिलते हैं। भारत में कला का वास न सिर्फ इंसानों और कलाकृतियों में नहीं बल्कि इमारतों में भी देखने को मिलता है। भारत में ऐसी कई इमारतें हैं जो एक नहीं बल्कि कई कारीगरों की कला का नमूना हैं। फिलहाल तो भारत लॉकडाउन की स्तिथि में है, लेकिन इसके खत्म होने के बाद आप इन इमारतों को देखने जरूर जाएं जो भारतीय कला को दिखाएंगी।
1लाखों कारीगरों की कला का नमूना ताज-

ताज महल कला का एक अनूठा नमूना है। शाह जहांन ने इसे बनाने वाले कारीगरों के हाथ कटवा दिए थे ताकि कोई और दूसरा ताज न बना पाए। कई कवियों की कल्पना से भी ज्यादा सुंदर ताज एक अहम टूरिस्ट अट्रैक्शन है और साथ ही साथ इसकी नक्काशियां आपको कला की अद्भुत तस्वीर दिखाएंगी।
2 इतिहास की झलक दिखाता कुतुब मीनार-

कुतुब-उद्-दीन ऐबक द्वारा बनवाया गया ये मीनार 1192 में बनना शुरू हुआ था। अगर बात करें इसकी शिल्पकारी की तो कई शताब्दियों से इसपर हमलों और प्रकृतिक आपदाओं के प्रकोप के बाद भी कुतुब मिनार की नक्काशियां साफ दिखती हैं। इस मीनार को देखने देश-विदेश से लोग आते हैं।
3शिल्पकारी का अनोखा संगम अजंता और अलोरा

अजंता और अलोरा गुफाएं, वहां ही तस्वीरें और मूर्तियां कला का अनोखा नमूना हैं। ये मूर्तियां पहाड़ काटकर बनाई गई है और भारत में पेंटिंग और शिल्पकला के सबसे अच्छे उदाहरणों में से एक हैं।
4Indo-Saracenic कला का नमूना गेटवे ऑफ इंडिया

इसे इंडो-गोथिक स्ट्रक्चर भी कहा जाता है। 1924 में इसे पूरा किया गया था और 1911 से ये बन रहा था। इसे किंग जॉर्ज V और क्वीन मैरी के मुंबई आने की खुशी में बनाया गया था।
5इंडो-इस्लामिक कला को दिखाता चार मीनार

चार मीनार हैदराबाद शहर के लिए वही महत्व रखता है जैसा आगरा के लिए ताज महल रखता है। 1591 में बनाया गया ये मीनार खास इसलिए है क्योंकि ये इस इलाके से प्लेग की बीमारे के खात्मे का प्रतीक है। इसका आर्किटेक्चर इंडो-इस्लामिक स्टाइल है।
6कृष्ण के मुकुट के रूप में बना हवा महल

1799 में बना ये महल 953 खिड़कियों के साथ राजपूताना कला और शिल्पकारी का अनूठा नमूना है। ये जयपुर शहर का मुख्य आकर्षक का केंद्र रहता है और इसका इंटीरियर भी ऐसा बनाया गया है कि किसी को भी सीढ़ियों पर चढ़कर जाने की जरूरत नहीं।
7कमल की शक्ल वाला लोटस टेम्पल-

ये दिल्ली शहर का एक बहुत ही अहम टूरिस्ट डेस्टिनेशन है और यहां हर धर्म और हर जाति का इंसान प्रार्थना करने आ सकता है। यहां कोई मूर्ति नहीं है।
8मैसूर पैलेस और कला-

मैसूर पैसेल जो 1912 में तैयार हुआ था वोदेयार साम्राज्य की कला और दूरदृष्टि को दिखाता है। ये पैलेस चारों ओर से खूबसूरत कलाकृतियों से घिरा हुआ है। ये भारत के बेस्ट टूरिस्ट अट्रैक्शन में से एक है।
9अपने आप में एक अनोखा मंदिर खजुराहो-

खजुराहो बहुत ही खूबसूरत मंदिर है, लेकिन यहां पूजा नहीं होती। ये खास तरह की मूर्तियों का प्रतीक है जो उस दौर के खुले विचारों को दिखाता है जो सेक्स के लिए थे।
10कोणार्क का सूर्य मंदिर-

भगवान सूर्य को समर्पित कोणार्क का मंदिर 13वीं सदी में बनाया गया था। इसे कला का अनूठा नमूना कहा जाता है। ये ओरियन आर्किटेक्चर पर आधारित है। ये यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट भी है।