अगर आपसे पूछा जाए कि आपने अपनी वेकेशन में क्या एडवेंचर किया तो आपका जवाब क्या होगा? हो सकता है आपने कोई एडवेंचर स्पोर्ट ट्राई किया हो या फिर किसी खराब मौसम वाली जगह पर बिना तैयारी के चले गए हों या फिर आधी रात को किसी अंजान शहर में घूमा हो। पर क्या आप ये जानते हैं कि कुछ ऐसी जगहें भी होती हैं जहां जाना ही अपने आप में एडवेंचर होता है।
हम बात कर रहे हैं ऐसी प्लेसेस की जो अपने आप में कुछ अलग हैं और यहां जाने के लिए आपको बाकायदा ट्रेनिंग भी लेनी होगी और कुछ के लिए तो एग्रीमेंट भी साइन करना होगा। तो चलिए जानते हैं ऐसी जगहों के बारे में।
अफ्रीकन देश एरिट्रिया में डानाकिल रेगिस्तान है जिसका तापमान 50 डिग्री सेल्सियस से हमेशा ऊपर ही रहता है। यहां पर कई सारे एक्टिव ज्वालामुखी हैं और यहां जो पानी है वो टॉक्सिक गैस छोड़ता है। ये दुनिया की सबसे खतरनाक जगहों में से एक है, लेकिन ये देखने में बहुत सुंदर है और इसे हमेशा 'हेल ऑन अर्थ' (धरती पर नरक) के नाम से जाना जाता है। यहां कुछ एडवेंचर प्रेमी जाते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि यहां जाने के लिए एक प्री ऑर्गेनाइज्ड टूर लेना होगा और बिना एक्सपीरियंस्ड गाइड के एरिट्रिया की सरकार आपको यहां नहीं जाने देगी।
अब आप सोच रहे होंगे कि इस जगह का नाम हमने इस लिस्ट में क्यों रखा है तो मैं आपको बता दूं कि इस जगह के नाम दुनिया की सबसे तेज़ चलने वाली हवाओं का रिकॉर्ड है। जी हां, यहां 203 मील प्रति घंटे यानि 327 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलती हैं। यहां का तापमान -40 डिग्री सेल्सियस लेता है। यहां कई पर्वतारोही और एडवेंचर के दीवाने हर साल आते हैं।
ये जगह भले ही बहुत खूबसूरत हो, लेकिन बहुत ही ज्यादा परेशानी भरी हो सकती है। इस जगह पर 2010,2013, 2014, 2015, 2016 में लगातार ज्वालामुखी फटा है और आस-पास के इलाके गांव-शहर लावा से कवर हैं। इस जगह किसी भी पल ज्वालामुखी फट सकता है और यही कारण है कि ये कई एडवेंचर लवर्स के लिए पसंदीदा जगह रहती है।
जैसा कि नाम बता रहा है ये जगह ऐसी है जहां बहुत सारे लोगों की जान जा चुकी है। इसकी खूबसूरत वादियों पर न जाएं। इस जगह के पास ही वैली ऑफ गीजर्स भी है जहां से लगातार टॉक्सिक गैस निकलती रहती है और इसलिए यहां पर पौधे और जानवर दोनों ही मारे जाते हैं और लोग जल्दी ही बेहोश होने लगते हैं। यहां बिना इजाजत जाना मना है और अगर आप कोई वैज्ञानिक हैं तभी यहां जा सकते हैं।
अगर आपको याद हो तो ये दुनिया की सबसे बड़ी न्यूक्लियर त्रासदी वाली जगह है। भले ही ये 34 साल पहले हुआ था, लेकिन फिर भी अभी तक यहां के घर और पूरा शहर खाली है। चर्नोबिल में जिस तरह की स्थिति हुई थी वहां अगले कई दशकों तक कोई बस नहीं सकता, लेकिन ये जगह टूरिस्ट के लिए खुल गई है और एचबीओ के चर्नोबिल ड्रामा के बाद तो यहां टूरिस्ट का बहुत जमावड़ा लगने लगा है। लेकिन ये जगह अभी भी खतरे से खाली नहीं और कुछ इलाकों में बहुत ही हाई रेडिएशन होता है।
सबसे पहले अगर आप इस जगह को देखेंगे तो ऐसा लगेगा जैसे हैरी पॉटर सीरीज की किसी लोकेशन पर आ गए हैं, लेकिन ये जगह जितनी सुंदर दिखती है उतनी ही खतरनाक भी साबित हो सकती है। ये एक खाई के ऊपर स्थित है और अगर आपको ऊंचाई से डर लगता है तो यहां जाने के बारे में न सोचें।
ये मंदिर 1500 साल पहले बना था और ये सच में किसी नायाब आर्किटेक्चर से कम नहीं है। अभी भले ही आपको यहां पर लकड़ी के खंबे दिखते हों, लेकिन इस जगह को बिना खंबों के बनाया गया था और बाद में इन्हें लगाया गया है ताकि इस आर्किटेक्चर को कोई नुकसान न पहुंचे। इस मंदिर को पहाड़ पर छेद करके बनाया गया था।
ये 1995 से यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट के तौर पर प्रसिद्ध है और इस जगह को एक बड़े पत्थर के ऊपर कुछ इस तरह से डिजाइन किया गया है कि ये बहुत ही ज्यादा अनोखी लगती है। यहां जाना एक अलग ही एक्सपीरियंस होगा, लेकिन आपको यहां जाने के लिए बहुत मेहनत करनी होगी।
इस जगह के नाम पर न जाएं। एलिफेंट किंगडम असल में एलिफेंट नहीं बल्कि मगरमच्छों का फार्म है। यहां का मालिक एक छोटी सी राफ्ट स्पेस को चार्ज करता है और टूरिस्ट यहां आने पर बहुत डर भी जाते हैं।
जैसा कि तस्वीर में दिख रहा है चीन का ये रास्ता वाकई बहुत ही खतरनाक है। इसे 700 साल पहले बनाया गया था और इसे अभी भी इस्तेमाल किया जाता है। यहां जाने की हिम्मत कुछ ही लोग जुटा पाते हैं और साथ ही साथ इस रास्ते पर जाने के लिए आपको बाकायदा सेफ्टी गियर पहनना होगा। हालांकि, कुछ लोग सेफ्टी का ध्यान नहीं रखते हैं पर यहां एक असावधानी भी बहुत बड़ी समस्या हो सकती है।
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