वजन घटाने के लिए हम सही डाइट ले रहे हैं और एक्सरसाइज भी कर रहे हैं। इसके बाद भी वजन घटता हुआ नजर नहीं आता है। कई बार वजन पहले से ज्यादा बढ़ा हुआ नजर आता है। पीरियड्स के दौरान तो और भी ज्यादा समस्या होने लगती है। पौष्टिक आहार और नियमित व्यायाम के बाद भी पीरियड्स के दौरान ब्लोटिंग रहती है। पेट फूला और अक्सर भरा-भरा लगता है। इसके बाद अचानक वजन बढ़ा हुआ लगता है। इस वजह से कपड़े भी टाइट होने लगते हैं और असहजता महसूस होती है।
अगर यह आपके साथ भी हो रहा है, तो आप अकेली नहीं हैं। पीरियड में वजन बढ़ना वास्तविक है और काफी सामान्य है। महीने के उन 5 दर्दनाक दिनों के करीब, ज्यादातर महिलाओं का वजन बढ़ता है लेकिन यह अस्थायी होता है। ऐसे में आपकी सही डाइट भी काम नहीं करती है, लेकिन ऐसा क्यों होता है, चलिए इस आर्टिकल में आपको बताएं।
पीरियड और वेट गेन का संबंध
पीरियड्स के दौरान, वजन का बढ़ना वॉटर रिटेंशन के कारण होता है। यह एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के कारण होता है, जो पीरियड से पहले तेजी से घटते हैं। इन हार्मोन के स्तर में गिरावट आपके शरीर को बताती है कि मासिक धर्म शुरू होने का समय आ गया है। ये दो हार्मोन इलेक्ट्रोलाइट्स संतुलन के प्रबंधन के लिए भी जिम्मेदार हैं और इसमें उतार-चढ़ाव, टिश्यू को अधिक तरल पदार्थ जमा करने के लिए मजबूर करता है, जिसके कारण वॉटर रिटेंशन होता है। इससे स्तनों और पेट में सूजन आ जाती है।
इसे भी पढ़ें:पीरियड्स में हेल्दी रहने के लिए इन फूड्स का करें सेवन
डाइट के बाद भी पीरियड्स में क्यों बढ़ता है वजन
लेखिका और अवॉर्ड विनिंग न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. विशाखा इंस्टाग्राम पर हेल्थ संबंधी तमाम जानकारी साझा करती रहती हैं। अपने एक पोस्ट में बताया है कि डाइट के बाद भी वजन बढ़ने का क्या कारण? वह बताती हैं, "महिलाओं को चक्र के समय के अनुसार हार्मोन को सिंक करने की आवश्यकता होती है। आपके चक्र के समय के आधार पर आपके हार्मोन बदलते हैं। इस दौरान इंसुलिन का लेवल बढ़ता है और वह जरूरी भी है, क्योंकि तभी आपकी प्रोजेस्टेरोन लेवन भी बढ़ेगा, जो आवश्यक है। पीरियड से हफ्ता भर पहले हमे ब्लोटिंग होती है और वॉटर वेट होने लगता है और इससे महिलाएं दुखी हो जाती हैं कि सब सही करने के बाद भी वेट नहीं घट रहा है।"
न करें यह गलती
ऐसे में हम यह गलती करते हैं कि अपनी कैलोरी को और कम करने की कोशिश करते हैं। खाना कम कर देते हैं और एक्सरसाइज ज्यादा करने लगते हैं। इससे आपका कोर्टिसोल लेवल बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और प्रोजेस्टेरोन लेवल तेजी से घट जाता है। प्रोजेस्टेरोन लेवल कम होने का मतलब है कि आपकी पीरियड साइकिल बिगड़ जाती है। यही हार्मोनल व्यवधान पैदा करता है और आपकी जो साइकिल 28 या 38 दिनों की होती है, वो पूरी तरह से बदल जाती है। कभी आपको पीरियड देर से आते हैं और कभी आते ही नहीं।
इसे भी पढ़ें: खुलकर नहीं होते हैं पीरियड्स, इस नुस्खे से मिलेगी राहत
करें ये काम
पीरियड से पहले अगर आपको एक्सरसाइज नहीं करनी, तो न करें। अगर आपको चॉकलेट खाने का मन कर रहा है तो बिल्कुल खाएं। चॉकलेट में मैग्नीशियम होता है जो हमारे प्रोजेस्टेरोन लेवल के लिए जरूर है। इस तरह से ध्यान रखें कि हमारा शरीर बहुत स्मार्ट है और वह अपनी जरूरतों को जानता है। आपको समझने की जरूरत है कि क्या आपके साथ क्या हो रहा है। पीरियड के खत्म होने के बाद आपको खूब एक्सरसाइज करने का मन करता है और ऐसा आपको करना भी चाहिए। आपको फास्टिंग करने का मन करता है तो कीजिए, क्योंकि तब आपका एस्ट्रोजन लेवल आपके शरीर को ऐसा करने देता है। इसके लिए जरूर है कि आप आपनी हार्मोन प्रोफाइल को समझें।
इन बातों का ध्यान आप भी रखें और यदि आपको वजन न घटने की चिंता अब तक सता रही थी, तो उससे भी मुक्त हो जाइए। पीरियड्स के दौरान ही नहीं, आम दिनों में भी अपने आहार में पौष्टिक आहार शामिल करें।
हमें उम्मीद है यह जानकारी आपको पसंद आएगी। अगर यह लेख पसंद आया तो इसे लाइक और शेयर करना न भूलें और ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए विजिट करें हरजिंदगी।
Image Credit: Freepik