इंदौर का ये कांच मंदिर है सौ साल पुराना
Megha Jain
2023-03-17,15:17 IST
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धर्म चाहे कोई भी हो, किसी भी धार्मिक स्थल पर जाने से मन को अलग ही शांति मिलती है। मंदिर की मान्यता, खूबसूरती, बनावट, आर्किटेक्टर की वजह से वो मशहूर होते हैं। ऐसा ही कुछ इंदौर के मंदिर के साथ भी है। इंदौर में मौजूद कांच मंदिर भी बहुत प्रसिद्ध है। चलिए, वहां से जुड़े कुछ फैक्ट्स के बारे में आपको बताते हैं -
कब बना इंदौर का कांच मंदिर
इंदौर के मंदिर को बने हुए सौ साल से ज्यादा हो चुके हैं। ये मंदिर न सिर्फ भारत में बल्कि विदेश में भी काफी मशहूर है।
कांच का बना है मंदिर
इंदौर के इस मंदिर का पूरा इंटीरियर कांच से किया गया है। इसकी छत से लेकर खंभे, दरवाजे, झूमर वगैराह सब कुछ कांच से बना हुआ है।
किसने बनवाया मंदिर
जैन समाज के इस मंदिर को बनाने की शुरुआत 1913 में हुई थी। इसे इंदौर के सर सेठ हुकुमचंद ने बनवाया था। यहां काले संगेमरमर की आदिनाथ और सफेद संगमरमर की चंद्रप्रभू भगवान की मूर्ति बनाई गई है।
बेल्जियम से मंगवाया कांच
इस मंदिर को बनवाने के लिए बेल्जियम से कांच मंगवाया गया था। इसे लगाने के लिए ईरान से कारीगर आए थे। पत्थर और उसके कारीगर से राजस्थान से आए थे।
सीमेंट का नहीं हुआ इस्तेमाल
इस मंदिर की इमारत में सीमेंट के बजाय चूने से पत्थर की जुड़ाई की गई है। इसका आर्किटेक्ट खुद सेठ हुकुमचंद ने किया था।
कितने कारीगरों ने बनाया मंदिर
इस मंदिर को बनवाने में करीब 1 लाख 62 हजार का खर्चा आया था। इसे कम से कम करीब ढाई सो कारीगरों ने बनाया है।
कांच मंदिर का इतिहास
इस मंदिर की खासियत है कि ये छत से जमीन तक कांच का बना हुआ है। इसमें जैन समाज के सभी गुरु और मुनियों की कलाकृति के साथ धर्म से जुड़ी खूबसूरती की नक्काशी की गई है।
अगर आप भी इंदौर के इस प्रसिद्ध कांच मंदिर के दर्शन करने जा रहे हैं तो, इससे जुड़ा इतिहास और फैक्ट्स भी जान लें। स्टोरी अच्छी लगी हो तो लाइक और शेयर करें। इससे जुड़ी अन्य जानकारी के लिए यहां क्लिक करें herzindagi.com