जानें क्यों श्मशान घाट में महिलाओं को जाना होता है मना?
Yashasvi Yadav
2023-03-18,00:26 IST
www.herzindagi.com
आखिर ऐसा क्यों है कि महिलाएं दाह संस्कार में हिस्सा नहीं ले सकती। आइए जानते हैं इसके पीछे का कारण।
गरुड़ पुराण में है वजह
गरुड़ पुराण में वर्णित कथा के अनुसार महिलाओं को पुरुषों की अपेक्षा में कमजोर दिल का माना जाता है और ऐसी मान्यता है कि मृत शरीर को अग्नि देते समय अगर कोई रोता है तो उसके आत्मा को शांति नहीं मिलती और ऐसे समय में महिलाओं को शव को जलते हुए देखना और रोए भी ना रुक जाना असंभव सा लगता है।
नकारात्मक ऊर्जा
ऐसा माना जाता है श्मशान घाट पर हमेशा नकारात्मक ऊर्जा फैली होती है। महिलाओं के श्मशान घाट जाने पर नकारात्मक ऊर्जा आसानी से उनके शरीर प्रवेश कर सकती है क्योंकि स्त्रियां कोमल ह्रदय की मानी जाती है। साथ ही नकारात्मक ऊर्जा से उनके अंदर बीमारी फैलने की संभावना ज्यादा होती है।
कोमल मन
महिलाओं की मन कमजोर और कोमल होता है। श्मशान में जो दृश्य होते हैं उसको देखकर वह अपने आपको विलाप करने से नहीं रोक पाती हैं। जिससे मृत आत्मा को भी दुख होने लगता है। इस कारण से भी महिलाएं श्मशान में नहीं जाती।
अस्वच्छ वातावरण
हिंदू मान्यताओं के अनुसार अंतिम संस्कार में परिवार के सदस्यों को अपने बाल कटवाने पड़ते हैं और शव के जलते समय वातावरण में कीटाणु फैल जाते हैं और शरीर के कोमल हिस्सों में चिपक जाते हैं इसलिए श्मशान में बाल कटवाने के बाद स्नान किया जाता है। जबकि महिलाओं के मुंडन को शुभ नहीं माना जाता है।
मृत आत्माएं
ऐसी भी मान्यता है कि श्मशान घाट पर मृत आत्माएं भटकती रहती हैं ऐसे में महिलाओं के शरीर में इन आत्माओं के प्रवेश होने की संभवानाएं सबसे ज्यादा रहती है इसलिए श्मशान में महिलाओं के जाने पर पाबंदी होती है।
मृत शरीर अकड़ने लगता है
जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो घर में शौक का माहौल होता है। इसके अलावा जब उस मृतक के शरीर को श्मशान ले जाते है तो वह समय बहुत ही पीड़ादायक होता है। आपको बता दें कि जब चिता जलाई जाती है तो उस मृत शरीर में से हड्डियों के अकड़ने की आवाज आती है जिसे सुनकर महिलाएं और बच्चें भी डर सकते हैं।
रीति-रिवाज
श्मशान घाट में और भी ऐसी चीजें मौजूद है जिसको देखना महिला और बच्चों के लिए उचित नहीं है जैसे शव को जलाने से पूर्व उसके कपाल पर डंडे से मारा जाता है जो कि एक पौराणिक परंपरा है जो कि महिलाओ और बच्चों के लिए यह दृश्य देखना उनको मानसिक स्तर पर भी प्रभावित कर सकता है इसलिए उन्हें श्मशान घाट जाना वर्जित किया गया है।
इन वजहों से उन्हें श्मशान घाट पर नहीं जाना चाहिए।अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।