आखिर क्यों 3 अंक को माना जाता है अशुभ?


Gaveshna Sharma
2023-02-28,10:40 IST
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    पूजा-पाठ में या कहीं भी अगर तीन का आंकड़ा बन रहा तो उसे अशुभ फलदायी समझ लिया जाता है। ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि क्यों 3 नंबर को अशुभ माना जाता है।

धर्म शास्त्रों में 3 का महत्व

    धार्मिक आधार कहता है कि 3 का आंकड़ा शुभ होता है। सृष्टि 3 मूलभूत स्तंभों यानी कि त्रिदेवों पर आधारित है। ऐसे में जब सृष्टि की रचना ही तीन के आंकड़े से जुड़ी हुई है तो यह अशुभ कैसे हुआ।

परिक्रमा और आरती में 3 का महत्व

    जब बात परिक्रमा या आरती की आती है तब भी 3 का आंकड़ा फलदायी माना जाता है। परिक्रमा लगाने का मुख्य अंक 3 है और भगवान की आरती भी 3 बार उतारी जाती है।

भगवान शिव से जुड़ा 3 का महत्व

    भगवान शिव के त्रिशूल के ऊपर का हिस्सा भी 3 भागों में बटा हुआ है। यहां तक कि भगवान शिव को लगाया जाने वाला त्रिपुंड तिलक भी 3 लकीरों से बनता है।

ज्योतिष शास्त्र में 3 का महत्व

    ज्योतिष के अनुसार 3 का आंकड़ा विवाह के लिए अति ही शुभ माना जाता है क्योंकि विवाह के कारक ग्रह भी तीन ही हैं जो सूर्य, चंद्रमा और बृहस्‍पति माने जाते हैं।

टैरो कार्ड में 3 का महत्व

    टैरो कार्ड रीडिंग में माना जाता है कि जिसके भी व्यक्ति के भाग्य में 3 का अंक लिखा होता है वह अपने जीवन में निरंतर आगे बढ़ता है और सफल होता है।

विज्ञान में 3 का महत्व

    विज्ञान के अनुसार, 3 एक बेजोड़ अंक है। इसके पीछे का कारण यह है कि बेजोड़ होने के बाद भी इसके भीतर 2 और 1 अंक का मिश्रण होता है।

मान्यताओं के आधार पर 3 का महत्व

    थाली में 3 रोटियां रखना अशुभ माना जाता है। रिश्ता की बात करने जाते वक्त 3 लोगों का जाना अशुभ माना जाता है। घर से निकलते वक्त 3 छींक एक साथ आ जाना अशुभता के रूप में देखा जाता है।

तर्क के आधार पर 3 का महत्व

    कुछ बातें व्यक्ति के मानने और न मानने पर आधारित होती हैं। जैसे कि 3 के आंकड़े का शुभ या अशुभ होना पूरी तरह से व्यक्ति विशेष की सोच पर निर्भर करता है।

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