Door Bell से जुड़े अहम वास्तु टिप्स


Megha Jain
2023-02-03,10:30 IST
www.herzindagi.com

    घर पर डोर बेल अक्सर सभी लगवाते हैं। इसकी घंटी बजते ही किसी के घर में आने का पता चलता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि वास्तु शास्त्र के हिसाब से घर की डोर बेल कैसी होनी चाहिए। इसका वास्तु में विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। चलिए, वास्तु एक्सपर्ट नरेश सिंगल से डोर बेल से जुड़े वास्तु के बारे में जानते हैं -

नेगेटिविटी

    घर में खराब या तेज शोर करने वाली डोर बेल नेगेटिविटी लेकर आती है। इसलिए, घर में ऐसी बेल लगवाएं जिसकी आवाज मधुर हो ताकि घर में पॉजिटिव एनर्जी बढ़े।

जमीन से हो इतनी ऊंची

    वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की डोर बेल जमीन से कम से कम पांच फीट की ऊंचाई पर होनी चाहिए। ये बच्चों की शरारतों और छेड़छाड़ से बचाव के लिए कहा गया है।

नेमप्लेट और डोर बेल में दोष

    नेमप्लेट और डोर बेल में दोष होने पर बिना बात के घर में कड़वाहट हो सकती है। ऐसे में घर में मेहमान आने पर नेगेटिव एनर्जी का फ्लो बढ़ जाएगा।

कुंडी की आवाज

    वास्तु के मुताबिक कुंडी खटखटाने या आवाज देकर बुलाने से घर में नेगेटिव एनर्जी आती है। इससे दिमाग पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए, डोर बेल लगाना जरूरी है।

घर में आएंगी खुशियां

    वास्तु के मुताबिक, नेम प्लेट डोर बेल से ऊपर होनी चाहिए। इससे परिवार के मुखिया का यश और कीर्ति बढ़ती है। इससे घर में भी खुशियां आती हैं।

मां लक्ष्मी होती है नाराज

    सुबह के वक्त घर में आते हुए दरवाजा खटखटाना अशुभ माना जाता है। इससे मां लक्ष्मी जी नाराज हो जाती हैं। इसलिए सुबह आने वालों को डोर बेल ही बजानी चाहिए।

घर के लिए वास्तु

    वास्तु के हिसाब से घर का निर्माण कराने से परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है। इसके साथ ही घर में रहने वाले सदस्य अपने जीवन में खूब तरक्की करते हैं।

    आप भी डोर बेल से जुड़े इन वास्तु टिप्स को अपनाकर घर में खुशियों की एंट्री करवा सकते हैं। स्टोरी अच्छी लगी हो तो लाइक और शेयर करें। इससे जुड़ी अन्य जानकारी के लिए यहां क्लिक करें herzindagi.com