मरने के बाद भी बॉर्डर पर ड्यूटी करते हैं यह फौजी
Nikki Rai
2023-01-26,20:18 IST
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भारत में कई जाबाज सिपाही ऐसे हैं, जो शहीद होने के बाद आज भी बॉर्डर पर ड्यूटी कर रहे हैं। सुनकर हैरत हो सकती हैं, लेकिन ऐसा कई चीनी सिपाही और भारतीय सिपाहियों का कहना है। आइए जानें-
शहीद हरभजन सिंह
पंजाब रेजिमेंट के जवान हरभजन सिंह की आत्मा पिछले 50 सालों से लगातार देश के सीमा की रक्षा कर रही है।
खतरों से करते हैं सचेत
बाबा हरभजन सिंह का मंदिर भी बनवाया गया है, उनके बारे में वहां तैनात सैनिकों का कहना है कि उनकी आत्मा चीन की तरफ से आने वाले किसी भी खतरे को पहले ही बता देती है।
छुट्टी पर जाते हैं घर
उन्हें दो महीने की छुट्टी पर पंजाब में उनके गांव भी भेजा जाता था। इसके लिए उनके साथ तीन सिपाहियों को उनके साथ उनका सामान लेकर भेजा जाता था और फिर छुट्टी के बाद वापस सिक्किम लाया जाता था।
तनख्वाह भी मिलती है
उन्हें बाकायदा तनख्वाह भी दी जाती है और सेना में उनकी एक रैंक भी है। इसके साथ ही उन्हें प्रमोशन भी दिया जाता है।
चीनी सिपाहियों का दावा
चीनी सेना की ओर से भारत को कई पत्र भेजे गए, जिसमें कहा गया आपका ये सिपाही रात को सफेद घोड़े पर बॉर्डर के पास दिखाई देता है।
आज भी करते हैं ड्यूटी
उनके लिए उनका कमरा और कपड़े आज भी रखे जाते हैं, जो रात को इस्तेमाल किए हुए मिलते हैं। उनके जूतों पर मिट्टी लगी होती है और बिस्तर पर सिलवटें होती हैं।
साथियों की करते हैं मदद
ऐसा कहा जाता है कि बाबा हरभजन सिहं जी अपने भटके हुए भारतीय फौजियों की मदद करते हैं। लंबे वक्त तक उनके लिए भारत-चीन की मीटिंग में एक कुर्सी खाली छोड़ी जाती था।
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