भारत के आदिवासी डिशेज
Smriti Kiran
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अदिवासी अपनी संस्कृति और पारंपरिक इतिहास के लिए जाने जाते हैं। साथ ही ये अपने खान-पान के लिए आज भी मुख्य रूप से जंगल और जमीन पर निर्भर रहते हैं।
आज हम इनके खान-पान के बारे में बताएंगे। आइए जानते हैं भारत के अलग-अलग राज्यों के आदिवासियों के कुछ अनोखें डिशेज के बारे में-
गुर-गुर चा
गुर-गुर चा मक्खन और बेकिंग सोडा से बनने वाली पहाड़ी इलाकों की बेहद लोकप्रिय चाय है, जो ठंड से बचाने में सहायक होती है।
फानु दाल
खास आटे से बनी रोटी और एक प्रकार की दाल को फानु दाल कहते हैं। यह डिश उत्तराखंड के पहाड़ी इलाके में काफी मशहूर है।
छपराह
छपराह बस्तर के आदिवासियों द्वारा सामुदायिक समारोह पर बनाई जाने वाली सबसे लोकप्रिय और पसंदीदा तीखी चटनी है, जो लाल चीटियों और उसके अंडों से बनाई जाती है।
आमत
आमत छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र का मशहूर सांभर है। इस डिश को बांस की लकड़ियों से तैयार किया जाता है, जिससे इस पकवान में एक अलग ही सुगंध आती है।
झींगा करी
झींगा करी केरल की मशहूर मसालेदार डिश है और ये अदिवासियों द्वारा बनाई गई एक डिश है, जिसे ज्यादातर मिट्टी के बर्तनों में बनाया जाता है।
एरी पोलू
एरी पोलू कोकून से रेशम निकालने के बाद बचे हुए रेशम के कीड़ों से बनाई जाती है। यह डिश असम राज्य की विदेशी अदिवासी डिश के रूप में फेमस है।
दोह किलेह
दोह किलेह एक अदिवासी डिश है, जो मेघालय राज्य में काफी मशहूर है। यह एक प्रकार का सलाद है, जो सुअर के उबले मांस, प्याज और मसालों से बनाया जाता है।
फान प्यूत
फान प्यूत एक वेजिटेरियन आदिवासी डिश है। जो आलू से बनाया जाता है। आलू जब सड़ जाते हैं तो इन्हें पकने तक मिट्टी में रखा जाता है और बाद में मसाले के साथ इसे खाया जाता है।
पीठा
पीठा कहने को अदिवासी डिश है, लेकिन यह भारत के पूर्वी राज्यों में काफी फेमस है। ये चावल के आटे से बनाया जाता है।
कोरंगट्टी
कोरंगट्टी एक अनोखा आदिवासी नाश्ता है, जिसे केरल में काफी पसंद किया जाता है। ये बाजरे से बिना मसाले, नमक और चीनी से बानाया जाता है।
साग
झारखंड के आदिवासी कई प्रकार के साग का सेवन करते हैं, जो सेहत के लिहाज से काफी अच्छा माना जाता है। जैसे- सनई साग, कटई साग, कोइनार साग, टुम्पा साग आदि
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