सर्दियों में खाएंगे ये साग, मजा आ जाएगा जनाब


Megha Jain
2023-01-20,14:42 IST
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    सर्दियों में मकई की रोटी से गर्मा-गर्म साग खाने का मजा ही कुछ और होता है। लेकिन, कब तक आप सिर्फ सरसों का साग खाएंगे। चलिए, जरा साग के नए-नए प्रकार देख लें। जिससे आप इन्हें बनाकर अपने परिवार को खिला सकें। चलिए, देख लें फिर कितने तरह का साग आप पूरे हफ्ते में बना सकते हैं -

सहजन का साग

    सहजन के पौधे के हरे भाग से ये साग बनाया जाता है। इसका वानस्पतिक नाम मोरिंगा ओलिफेरा है। इसे सर्दियों में बनाकर खाने का लुत्फ उठाएं।

हाक साग

    ये साग कश्मीर में बनाया जाता है। ये पालक की तरह दिखता है। वैसे ये बंद-गोभी से मिलता-जुलता स्वाद में थोड़ा तीखा होता है।

इमली की पत्ती

    इमली की पत्ती का इस्तेमाल चटनी और करी के साथ-साथ साग भी बनाया जाता है। ये स्वाद में बेहद ही अच्छा होता है।

कुलफा साग

    पर्सलेन को कुलफा, लुनी या घोल साग भी कहा जाता है। इसका इस्तेमाल दवाइयों में तो होता ही है लेकिन, इसका साग भी बहुत टेस्टी बनता है।

सुशनी साग

    इसे सुसुनिया साग के नाम से भी जाना जाता है। इस साग को पश्चिमी बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा और छत्तीसगढ़ बनाया जाता है।

पुई साग

    ये पालक जैसा दिखता है। इसके पत्ते साग से थोड़े मोटे होते हैं लेकिन, खाने में ये बहुत ही मजेदार लगता है। इसे कद्दू के साथ बनाया जाता है।

गोंगुरा

    इसे देश के ज्‍यादातर हिस्सों में खाया जाता है। इसकी ताजी पत्तियों का साग बनाया जाता है जो कि खाने में बहुत ही टेस्टी लगता है।

    अगर आप भी सिर्फ सरसों का सोग खा-खाकर ऊब गए हैं। तो, इन तरह-तरह के साग को ट्राई करें। स्टोरी अच्छी लगी हो तो लाइक और शेयर करें। इससे जुड़ी अन्य जानकारी के लिए यहां क्लिक करें herzindagi.com