वेजाइना से जुड़ी ये बातें हैें बिल्कुल झूठ


Yashasvi Yadav
2023-03-18,00:42 IST
www.herzindagi.com

    वेजाइना को लेकर कुछ मिथकों के बारे में जानना बहुत जरूरी है। गायनेकोलॉजिस्ट और न्यूयॉर्क टाइम्स की कॉलमनिस्ट डॉक्टर जेन गंथर ने कुछ मिथकों के बारे में बताया है।

वेजाइना की स्मेल में बदलाव

    वेजाइना की अपनी अलग स्मेल होती है और इसे लेकर गायनेकोलॉजिस्ट ने बताया है कि यह बिल्कुल गलत है और साथ ही साथ ये एक अजीब फैक्ट को दर्शाता है कि लोग नॉर्मल हेल्दी वेजाइना को सही नहीं मानते हैं। जो भी फूड्स हम खाते हैं वो वेजाइनल बैक्टीरिया को बनाने, बढ़ाने या मारने में बिल्कुल भी सहायक नहीं होते हैं।

सेक्स से जल्दी होता है लेबर

    गायनेकोलॉजिस्ट के मुताबिक ये बिल्कुल गलत धारणा है। कई महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स से बचती हैं भले ही उनका मन क्यों न कर रहा हो। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें लगता है कि ये जल्दी लेबर पेन शुरू कर देगा और बच्चा समय से पहले आ जाएगा। पर ये भी एक मिथक ही है और इसका सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं है।

प्रोडक्ट्स से वेजाइना की सफाई

    ये सबसे कॉमन मिथक है जो कई एडवर्टाइजमेंट के जरिए और भी ज्यादा फैल रहा है। वेजाइना सेल्फ क्लीनिंग होती है और अलग से प्रोडक्ट्स डालकर उसे साफ करने की जरूरत नहीं होती है। वेजाइना फ्रेश और क्लीन स्मेल करे इसके लिए परफ्यूम्ड प्रोडक्ट्स का भी इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन ये सही नहीं है।

टैम्पोन और पैड्स हैं बेहतर

    नेचुरल टैम्पोन और पैड्स वेजाइना के लिए बेहतर है और इसे लेकर कोई ठोस सबूत नहीं है और नॉर्मल फेमिनिन हाइजीन प्रोडक्ट्स में भी ऐसे इंग्रीडिएंट्स नहीं होते हैं जो वेजाइना को नुकसान पहुंचाएं। हां, नेचुरल टैम्पोन और ऑर्गेनिक पैड्स प्रकृति के लिए बहुत अच्छे होते हैं और वो आसानी से डिस्पोज भी हो जाते हैं।

वेजाइना फैल जाती है

    वेजाइना को ऐसे समझिए कि किसी डिब्बे में ऑर्गेंजा साड़ी की तरह है जो एक छोटी स्पेस में पैक तो हो जाती है और फिर उसे खोला जाए तो वो फूलने लगती है। वेजाइना दोबारा अपनी पोजीशन में सिकुड़ जाती है और ये एक मिथक ही है कि वेजाइना बहुत फैल जाती है। इस मिथक पर यकीन करना सही नहीं है।

प्रोबायोटिक्स से वेजाइनल इन्फेक्शन नहीं होता

    डॉक्टर जेन का कहना है कि प्रोबायोटिक सप्लीमेंट्स का मार्केट बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है और इनके बारे में कहा जाता है कि ये गुड टाइप बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं। वेजाइनल इन्फेक्शन कई तरह से हो सकता है इसलिए ये जरूरी नहीं है कि प्रोबायोटिक्स खाने से उसपर कोई असर पड़े।

हर दिन क्लीनिंग है जरूरी

    वेजाइना को लेकर इतनी सारी बातें जानने के बाद ये समझिए कि नॉर्मल हेल्दी वेजाइना स्मेल भी करती है, वो स्ट्रेच भी होती है और वो सेल्फ क्लीनिंग होती है, लेकिन फिर भी हाइजीन की जरूरत ज्यादा होती है। वेजाइनल हाइजीन को बिल्कुल नजरअंदाज न करें।

    ये थे वेजाइना से जुड़े हुए सभी मिथक। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।