Chhattisgarh के इन मंदिरों के करें दर्शन
Megha Jain
2023-03-01,13:40 IST
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छत्तीसगढ़ में देखने के लिए बेहद ही खूबसूरत जगहें हैं। इन्हीं में से एक यहां के मंदिर भी हैं। इन मंदिरों की प्राकृतिक सुंदरता और इतिहास भी बेहद प्राचीन है। यहां के आस्था के केंद्र पुरातन संस्कृति और सभ्यता की मिसाल देते हैं। चलिए, आपको भी छत्तीसगढ़ के उन मंदिरों के बारे में बताते हैं -
महामाया मंदिर
ये मंदिर 12वीं शताब्दी से बना हुआ है। यहां दोहरी देवी सरस्वती और लक्ष्मी को समर्पित ये मंदिर वास्तुकला की नागर शैली का है। ये मंदिर रतनपुर में है।
चंद्रहासिनी देवी मंदिर
मां चंद्रहासिनी को समर्पित ये मंदिर महानदी के तट पर स्थित है। ये मंदिर दैनिक अनुष्ठान, पूजा के लिए जाना जाता है।
दंतेश्वरी मंदिर
देतेश्वरी देशभर के 52 शक्ति मंदिरों का प्रतिनिधित्व करता है। इस मंदिर का नाम दंतेवाड़ा काकतीय शासकों के तत्कालीन पीठासीन देवता से मिलता है।
भोरमदेव मंदिर
ये मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर के परिसर में चार मंदिर हैं। ये मंदिर वास्तुशिल्पीय चमत्कार से कम नहीं है।
बंजारी माता मंदिर
ये मंदिर शहर के लोकप्रिय मंदिर में से एक है। ये पवित्र मंदिर देवी बंजारी माता को समर्पित है। रायगढ़ अंबिकापुर राज्य राजमार्ग के माध्यम से इस मंदिर में पहुंचा जाता है।
मां बम्लेश्वरी देवी मंदिर
ये मंदिर डोंरगढ़ में स्थित है। इस मंदिर को छोटी बम्लेश्वरी के नाम से भी जाना जाता है। छोटी बम्लेश्वरी मां बम्लेश्वरी देवी के मुख्य परिसर से कुछ कि.मी. की दूरी पर है।
मड़वारानी मंदिर
ये मंदिर छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में कोरबा-चम्पा रोड पर कुछ कि.मी. की दूरी पर एक छोटे पर्वत पर स्थित है। यहां मंदिर का निर्माण 16वीं शताब्दी में हुआ था।
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