नैनीताल और नैना देवी की अद्भुत कथा

Megha Mamgain
28 April 2020
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नैनीताल के विशाल-फ़िरोज़ा सरोवर के उत्तरी किनारे पर स्थित नैना देवी मंदिर भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक है। मंदिर की पौराणिक मान्यता और दर्शनीय सुंदरता इसे ख़ास बनती है।

  • नैना देवी की कथा
  • पुराणों में माता सती और शिवजी की कहानी का उल्लेख है। जब दक्ष ने एक महा यज्ञ के आयोजन में शिव को आमंत्रित नहीं किया तब अपमानित माता सती ने उसी यज्ञ की अग्नि में आत्मदाह कर दिया।

कैसे पड़ा नाम?

देवी सती की बाईं आंख यहां गिरी थी जब भगवान शिव उनकी लाश ले जा रहे थे। इस तरह झील को नैनी झील और झील के चारों ओर फैले शहर को नैनीताल के रूप में जाना जाने लगा

कहा जाता है की सच्चे मन से मांगने पर मा नैना देवी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। यहां आज भी ये कथा मानी जाती है और सैकड़ों सैलानी और भक्त यहां दर्शन करने आते हैं

त्रिऋषि सरोवर

नैनी को त्रिऋषि सरोवर (तीन ऋषियों की झील) के रूप में भी जाना जाता था, जो यहां पहुंचे लेकिन उन्हें पानी नहीं मिला। तिब्बत में मानसरोवर झील के गर्भगृह द्वारा ध्यान के माध्यम से, ऋषियों ने पृथ्वी में एक बड़ा गड्ढा खोदा और उसे पानी से भर दिया

आधुनिक शहर के संस्थापक

पी बैरोन के नाम से एक ब्रिटिश चीनी व्यापारी ने 1839 में नैनीताल झील की खोज की। अंग्रेजों ने तब यहां एक यूरोपीय उपनिवेश स्थापित करने का फैसला किया

मंदिर के अलावा भी नैनीताल में पर्यटन की दृष्टि से काफी कुछ है। कुमाऊं पहाड़ियों की सुंदरता के साथ शॉपिंग, साईटसीइंग, खाना पीना और गाना
बजाना - नैनीताल इन सब का मौका देता है।

राजभवन

नैनीताल संयुक्त प्रांत की ग्रीष्मकालीन राजधानी थी। उत्तराखंड का राजभवन, जो नैनीताल में स्थित है, संयुक्त राज्य के राज्यपाल के लिए बनाया गया था

  • नैनी झील में बोट राइड
  • नैनीताल के दिल में बसी नैनी झील एक प्राकृतिक सरोवर हैं और ये नैनीताल को किसी भी और हिल स्टेशन से खास बनती है । इस सुन्दर झील पे नौका की सैर एक स्पेशल अनुभव है।
  • पानी के लेहरो की आवाज़, ठंडी स्वच्छ हवा और दूर बर्फ से ढकी पहाड़ियों के नज़ारे! आप चाहेंगे की ये बोट राइड चलती ही रहे
  • मॉल रोड की सैर
  • नैनीताल की मॉल रोड बेहद खूबसूरत हैं - एक तरफ झील का किनारा और दूसरी ओर प्रमुख दुकाने, रेस्टोरेंट और सांस्कृतिक केंद्र । यहाँ रिक्शा की सवारी भी बहुत आनंदायक होती है।
  • नैनीताल ज़ू
  • 2100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित नैनीताल का चिड़ियाघर, रॉयल बंगाल टाइगर, हिमालयन काले भालू, तेंदुए सहित विभिन्न जानवरों जैसे सांबर, भौंकने वाले हिरणों और सफ़ेद मोर का घर है।

यूरोपियन स्टाइल कैफ़े

पिछले कुछ सालों में मॉल रोड पर कई यूरोपियन स्टाइल कैफ़े भी खुल गए हैं जहां देश विदेश के क्विज़ीन का लुफ्त उठाया जा सकता है

  • हाथ में गर्म कॉफ़ी का कप और सामने झील पर उठती- गिरती धुंध- वाह, क्या नज़ारा है!

प्रकृति

नैनीताल और पास के किलबरी पक्षी अभयारण्य पंगोट में यूरेशियन जैस और ब्लैक हेडेड जैश की भरमार है

स्नो व्यू पॉइंट

यहां से हिमालय श्रृंखला की बर्फ से ढकी चोटियां और ऊपर से नैनी झेल का मनमोहक दृश्य भी दिखता है जो इसे नैनीताल के सबसे अधिक दर्शनीय स्थलों में से एक बनाते हैं

खरीदारी

नैनीताल में ऊनी टोपी, जुराब, स्वेटर आदि की खरीदारी की जा सकती है। यहाँ के लोकल कारीगर अपना बनाया हुआ सामान अच्छे दामों पर बेचते है।

  • खरीदारी करते हुए गरमा-गरम छल्ली, मैगी और चाय का लुफ्त भी उठाये!

कुमाऊंनी भोजन

पारंपरिक कुमाऊंनी भोजन नैनीताल में आसानी से उपलब्ध है। मॉल रोड और तिब्बती मार्केट में तिब्बती और कुमाऊंनी खाना जैसे रस, बड्डी, आलू के गुटके और भट्ट की चुर्कानी पा सकते हैं

होटल

नैनीताल में कई लक्जरी होटल हैं जैसे मनु महारानी, दी नैनी रिट्रीट, आरिफ कॉस्ट्ल्स जो झील और पहाड़ का एक आदर्श दृश्य प्रदान करते हैं

नैनीताल से थोड़ी दूरी पर और भी कई आकर्षणीय पर्यटन स्थल जैसे जिम कॉर्बेट, भीमताल, नौकुचिया ताल और मुक्तेश्वर है जिनका लुत्फ़ उठाया जा सकता है

नैनीताल सच में एक छोटी सी छुट्टी मानाने के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन है। ऐसी और ट्रेवल स्टोरीज के लिए herzindagi.com पर लॉग ऑन करें

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