Menopause के बाद कैल्शियम लेना क्यों है जरूरी, जानें
Megha Jain
2023-01-31,12:05 IST
www.herzindagi.com
मेनोपॉज में महिलाओं को कई तरह की समस्याओं से जूढ़ना पड़ता है। मेनोपॉज के बाद ऑस्टियोपोरोसिस होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। इस दौरान कैल्शियम इनटेक कम होता है। जिससे कई और समस्याएं खड़ी हो सकती है। आइए, सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डायटीशियन डॉ रितु पुरी से जानते हैं कि आखिर मेनोपॉज के बाद कैल्शियम लेना क्यों जरूरी होता है -
आस्टियोपोरोसिस का खतरा
मेनोपॉज के बाद आस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, ऑस्टियोपोरोसिस के रिस्क को कम करने के लिए कैल्शियम से भरपूर आहार लेना चाहिए।
हड्डियों में दिक्कत
मेनोपॉज के बाद महिलाओं की हड्डियों का 10 परसेंट वजन कम हो जाता है। इससे उन्हें फ्रैक्चर और हड्डियों से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
एस्ट्रोजन का उत्पादन हो जाता है
कम मेनोपॉज के बाद बॉडी में एस्ट्रोजन हार्मोन बनने कम हो जाते हैं। इससे बॉडी में कैल्शियम को बनाए रखने की क्षमता भी कम हो जाती है। इसलिए, इसे लेने की सलाह दी जाती है।
विटामिन-D भी लें भरपूर
मेनोपॉज के बाद बॉडी में कैल्शियम का अब्जॉर्बशन बढ़ाने के लिए विटामिन-D भी अच्छी क्वांटिटी में लेना चाहिए। विटामिन-D बॉडी में कैल्शियम का अब्जॉर्बशन अच्छा होता है।
विटामिन-D में ये करें शामिल
आप विटामिन-डी के सोर्सेज में सनलाइट के अलावा मशरूम, अंडे, नॉन-वेज वगैराह को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं। इससे आपको फायदा पहुंचेगा।
कितना लें कैल्शियम
महिलाओं को रोजाना 1000mg कैल्शियम डायटरी सोर्सेस लेने चाहिए। वहीं मेनोपॉज के दौरान 1200mg कैल्शियम रोजाना लेना चाहिए।
कैल्शियम रिच फूड
आप कैल्शियम रिच फूड स्किम्ड या टोन्ड दूध, लो-फैट दही या पनीर, लो सोडियम चीज़, हरी पत्तेदार सब्जियां, काबुली चना, राजमा वगैराह शामिल कर सकते हैं।
अगर आप भी मेनोपॉज की स्थिति से गुजर रहे हैं तो, इन टिप्स को जरूर ध्यान रखें। स्टोरी अच्छी लगी हो तो लाइक और शेयर करें। इससे जुड़ी जानकारी के लिए यहां क्लिक करें herzindagi.com।